Bullish Harami Candle के बनने के बाद शेयर में Buyer की पकड़ seller की तुलना में मजबूत हो जाती है तो शेयर में तेजी आती है।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

Bullish Harami Candle कैसे काम करती है?

Bullish Harami Candle में पहली कैंडल Long Bearish यानी लंबी मंदी को प्रदर्शित करने वाली लाल रंग की होती है और दूसरी कैंडल Small Bullish candle होती है यानी यह छोटी तेजी को प्रदर्शित करती हुई हरे रंग लाल कैंडल को समझना की कैंडल होती है।

जैसे ऊपर बताया की Bullish Harami Candle को प्रेगनेट महिला के ऊपर है यानी इसमें पहली कैंडल "मां" और दूसरी कैंडल "उनका गर्भ में बच्चा" ऐसा होता है।

Bullish Harami Candle हमेशा चार्ट में लंबी गिरावट के बाद Bottom पर बनती है अगर ऊपर बने तो यह एक आम कैंडल ही मानी जायेगी।

क्युकी यह कैंडल को चार्ट में बने के बाद उस शेयर में मंदी या ज्यादा गिरावट की संभावना खत्म हो जाती है और तेजी की शरुआत हो सकती है।

Bullish Harami Candle कैसे बनता है?

जब Bullish Harami Candle में दूसरी कैंडल बनती है तब वह पहली कैंडल से Gape up open या तेजी के साथ खुलनी चाहिए।

ध्यान रहे जब दूसरी कैंडल बनके तैयार हो जाए तब यह पहली कैंडल के बीच में ही ट्रेड करनी चाहिए पहली कैंडल के open या High Prise के पार नहीं जानी चाहिए।

दूसरी कैंडल जब Close हो तब वह पहली कैंडल के Open Prise के बराबर या नीचे बंद होना चाहिए यानी दूसरी कैंडल पहली कैंडल के बीच में होनी चाहिए।

Bullish Harami Candle में सबसे ध्यान रखने वाली बात यह है की जो लाल कैंडल को समझना Small Bullish कैंडल है वह Long Bearish candle के Open और close prise के बीच में ही होनी चाहिए।

यह कैंडल में Volume का भी काफी महत्व होता है दोनो कैंडल में दूसरी कैंडल में पहली कैंडल से ज्यादा volume होना चाहिए तो शेयर को ऊपर जानेकी संभावना बढ़ जाती है लेकिन कभी कभी अगर वॉल्यूम कम हो तो भी अच्छे से काम करती है।

Bullish Harami Candle की मदद से Trade (ट्रेड) कैसे ले?

जब चार्ट में Bullish Harami Candle बनती है तब आपको ऊपर दिए गई तरीके से उनको देख के Conformation करना है की यह कैंडल सही बनी है या नहीं।

जब चार्ट में Bullish Harami Candle बन जाए तो इसके बाद की कैंडल अगर Gape up open होती है तो खरीददारी करे, अगर ऐसा नहीं होता तो आपको जबतक नई कैंडल का भाव Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के High के ऊपर बंद हो जाए उसके बाद Buy करनी है।

जब आप अपनी पोजिशन बनाते है तब आपको Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के Low Prise पर Stop Loss लगाना है।

  • दूसरी कैंडल पूरी तरह पहली कैंडल के Open और Close Prise के बिचमे होना चाहिए।
  • पहली कैंडल Bearish marubozu भी हो सकती है।
  • पोजिशन बनाते समय नई कैंडल को Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के High के ऊपर बंद होना जरूरी है।

जम्मू-कश्मीर: टारगेट किलिंग के खिलाफ कश्मीर के लोगों में गुस्सा, शहर में सुरक्षा बढ़ाई, लाल चौक पर निकाला कैंडल मार्च, देखिए तस्वीरें

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

घाटी में टारगेट किलिंग के खिलाफ स्थानीय लोग खड़े हुए हैं। मंगलवार को लोगों ने लाल चौक पर कैंडिल मार्च निकालकर गुस्सा जताया। साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित की। आखिर कब तक विरोध प्रदर्शन लाल चौक के घंटा घर पर किया गया। इस बीच शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. संदीप मावा ने कहा है कि खतरे के बाद भी वह और उनका परिवार कश्मीर छोड़ने वाला नहीं है। ज्ञात हो कि शहर के बोरीकदल इलाके में सोमवार को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. मावा के सेल्समैन इब्राहिम खान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। संदीप ने कहा कि वह और उसके पिता रोशन लाल मावा आतंकियों के असल टारगेट हैं, जिन्होंने इब्राहिम की हत्या कर दी थी।

विस्तार

घाटी में टारगेट किलिंग के खिलाफ स्थानीय लोग खड़े हुए हैं। मंगलवार को लोगों ने लाल चौक पर कैंडिल मार्च निकालकर गुस्सा जताया। साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित की। आखिर कब तक विरोध प्रदर्शन लाल चौक के घंटा घर पर किया गया। इस बीच शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. संदीप मावा ने कहा है कि खतरे के बाद भी वह और उनका परिवार कश्मीर छोड़ने वाला नहीं है। ज्ञात हो कि शहर के बोरीकदल इलाके में सोमवार को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. मावा के सेल्समैन इब्राहिम खान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। संदीप ने कहा कि वह और उसके पिता रोशन लाल मावा आतंकियों के असल टारगेट हैं, जिन्होंने इब्राहिम की हत्या कर दी थी।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

Technical analysis-Marubozu Candlestick pattern

marubozu candlestick pattern सामान्य कैंडलेस्टिक पेटर्न है।यह 2 प्रकार की होती है।Bullish marubozu candle और Bearish marubozu candle जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

Bullish and bearish marubozu candle in Hindi

मारुगुज्जू एक जापानी शब्द है।इसका मतलब बिना बाल वाला आदमी और दूसरे शब्दों में कहें तो पहले को दूसरे पर हावी होना।

जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

Technical analysis-Marubozu Candlestick pattern

marubozu candlestick pattern सामान्य कैंडलेस्टिक पेटर्न है।यह 2 प्रकार की होती है।Bullish marubozu candle और Bearish marubozu candle जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

Bullish and bearish marubozu candle in Hindi

मारुगुज्जू एक जापानी शब्द है।इसका मतलब बिना बाल वाला आदमी और दूसरे शब्दों में कहें तो पहले को दूसरे पर हावी होना।

जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

What लाल कैंडल को समझना are Candlesticks in stock Market?

स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह जहां बहुत सारे लोग किसी लिस्टेड कंपनी का स्टॉक को खरीद और बिक्री के लिए उपयोग में लाते हैं। क्या लोग कभी भी कोई स्टॉक को लाल कैंडल को समझना खरीद या बेच देते हैं? जवाब होगा नहीं। लोग खरीदने या बेचने के लिए पहले उस कंपनी के बारे में पूरी तरीके से जानकारी प्राप्त करते हैं अब वह तरीका या तो टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा जानकारी प्राप्त करना हो या फिर उस कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस के द्वारा जानकारी प्राप्त करना हो।

अगर हम बात करें टेक्निकल एनालिसिस तो यहां पर लोग टेक्निकल चार्ट उस कंपनी का देखते हैं यह टेक्निकल चार्ट अलग-अलग प्रकार के हो सकते हैं उनमें से एक का नाम candlestick chart है। जिसके बारे में आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे। यहां पर हम देखने वाले हैं कि candlestick chart कैसे बनता है बे क्या चीजें हैं जिससे मिलकर candlestick chart बनता है इन सभी बातों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और लाल कैंडल को समझना अलग-अलग candlestick किस प्रकार के होते हैं इसकी बात करेंगे।

What are Candlesticks in stock Market? कैंडल्स क्या है?

कैंडल स्टॉक मार्केट में खरीद और बिक्री कर रहे लोगों के लिए मूल्यों का उतार-चढ़ाव का एक संकेतात्मक प्रारूप है। जो हमें बाजार में खरीद और बिक्री होने के मूल्यों को सांकेतिक रूप में बताता है। कैंडल्स को बनने के लिए एक निश्चित समय अवधि में होने वाले खरीद और बिक्री के मूल्य का उपयोग कर बनाया जाता है।

यहां पर एक शब्द समय अवधि का जिक्र किया गया है जिसको समझना बहुत ही जरूरी है मान लीजिए कि अपना भारत में स्टॉक मार्केट 9:15 a.m. में खुलता है और 3:30 p.m. मे बंद हो जाता है। हमारे शेयर बाजार का यह पूरी अवधि जितने समय बाजार खुला होता है यह एक दिन का पूर्ण अवधि है। इसके अलावा अगर हम इस पूरी अवधि को और छोटे-छोटे समय अंतराल में बांटना चाहे तो हम इस पूरे अवधि को छोटे-छोटे समय अंतराल में बांट सकते हैं।

अगर आपने शेयर बाजार में काम किया हो तो देखा होगा कि कैंडल्स अलग-अलग समय अंतराल में बना होता है उदाहरण के लिए 5 मिनट का कैंडल, 15 मिनट का कैंडल, 30 मिनट का कैंडल, 1 घंटे का कैंडल, 2 घंटे का कैंडल, 1 दिन का कैंडल, 1 सप्ताह का कैंडल और महीने का कैंडल इस तरीके से अलग अलग समय अंतराल का एक एक कैंडल बना होता है।

कैंडल कैसे बनता है?

कैंडल कैसे बनता है इस सवाल का जवाब समझने के लिए हम किसी भी एक समय अंतराल का उपयोग करेंगे जिसके माध्यम से हम समझने का प्रयत्न करेंगे कि कैंडल्स बनने कि जो आधारभूत बिंदु है वह क्या है। मान लीजिए कि 5 मिनट का समय अंतराल हमने लिया है जिसमें एक कैंडल को बनने के लिए न्यूनतम समय 5 मिनट लगेगा अब इस 5 मिनट में शेयर बाजार में बहुत सारे लोग किसी एक ही प्रकार के शेयर को या तो खरीद रहे होंगे या बेच रहे होंगे।

मान लीजिए कि जब यह समय की शुरुआत हो रही होगी उस शुरुआती सेकंड में किसी व्यक्ति ने शेयर की खरीदारी लाल कैंडल को समझना एक निश्चित भाव ₹100 में खरीद कर उस शेयर का उस 5 मिनट के छोटे समय अंतराल में खरीदारी की शुरुआत की जिसके पश्चात और भी बहुत सारे लोग खरीदारी या बिकवाली के लिए अपने स्टॉक ब्रोकर के टर्मिनल पर अपना सौदा लगा रखे होंगे और उनकी खरीदारी बिकवाली हो रही होगी।

उसी क्रम में हम यह मानकर चलते हैं कि उस 5 मिनट की समय अवधि में सबसे कम पर जो सौदा बिका वह ₹90 पर बिका फिर उस 5 मिनट के समय अवधि में एक सौदा जो सबसे ऊंचे भाव पर बिका जो ₹110 का था और उस 5 मिनट का समय अवधि समाप्त होते-होते सबसे अंतिम का सौदा अगर ₹105 पर बिका तो हमें कैंडल को बनाने के लिए इन्हीं चार भाव की आवश्यकता होती है।

कैंडल और उसके रंग का संबंध।

What are Candlesticks in stock Market? कैंडल और उसके रंग में बहुत ही गहरा संबंध है कैंडल्स का रंग हमें भाव के चलने की दिशा को बताता है अगर भाव अपने न्यूनतम स्तर से चलकर उच्चतम स्तर की दिशा में जाती है तो उस क्रम में बनने वाले कैंडल का रंग सामान्य तौर पर हरा रखा जाता है यद्यपि इसे अपने मन मुताबिक अलग-अलग रंगों में रखा जा सकता है फिर भी अधिकतर लोग इसे हरा रंग में ही रखते हैं जो यह बताता है कि भाव नीचे से ऊपर के तरफ चल रहा है।

इसी तरह से अगर कैंडल का रंग लाल से दिखाया गया है तो इसका सामान्यतः अर्थ यह होता है कि भाव उच्चतम स्तर से गिरते हुए निम्नतम स्तर के और चल रहा है तो इस क्रम में बनने वाले कैंडल का रंग लाल से दिखाया जाता है जो सामान्य तौर पर यह बताता है कि मार्केट में विक्रेता का बोलबाला है।

कैंडल का हरा रंग अच्छी खरीदारी की सूचक है उसी तरह से लाल रंग की कैंडल अच्छी बिकवाली का सूचक होता है अच्छी खरीदारी से मतलब है की अधिकतम लोग उस दिन खरीदारी के मानसिकता के साथ बाजार में आए हैं और लाल कैंडल का मतलब है कि अधिकतम लोग बिकवाली के मानसिकता के साथ बाजार में काम कर रहे हैं।

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