cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगाने से पहले जान लें इसके फायदे और नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी में पैसे लगाने से पहले जान लें इसके फायदे और नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है जो ट्रांजेक्शन को वैरिफाई करने के लिए किसी भी बैंक पर निर्भर नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी को फाइनेंशियल इन्फ्रास्ट्रक्चर में क्रांति लाने के इरादे से लॉन्च किया गया था। लेकिन, हर क्रांति के अपने फायदे और नुकसान होते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी — क्रिप्टोग्राफी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की देन है। आज, यहां आप पढ़ेंगे क्रिप्टोकरेंसी के कुछ फायदों और इससे होने वाले नुकसान के बारे में।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

क्रिप्टोकरेंसी सबसे सिक्योर करेंसी मानी जाती है, क्योंकि यह क्रिप्टोग्राफी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से मिलकर बनीं है।

क्रिप्टोकरेंसी पैसे के लिए एक नया सेंट्रलाइज्ड सिस्टम डिफाइन करती है। इस सिस्टम में ट्रांजेक्शन को वैरिफाई करने के लिए किसी भी बैंक पर निर्भर होने की जरूरत नहीं हैं। फलस्वरूप, समय और रिसॉर्स दोनों की बचत होती है।

क्रिप्टोकरेंसी किसी विश्वसनीय थर्ड पार्टी जैसे बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी की जरूरत के बगैर, दो पार्टी के बीच सीधे फंड ट्रांसफर करना आसान बनाती है।

क्योंकि यह थर्ड-पार्टी मिडिएटर का उपयोग नहीं करती है, दो ट्रांजेक्शन करने वाली पार्टियों के बीच क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर, स्टैंडर्ड मनी ट्रांसफर की तुलना में ज्यादा फास्ट होते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करने से लाभ मिल सकता है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वैल्यू पिछले एक दशक में आसमान छू गई है, एक पॉइंट पर तो यह लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई।

advantages-and-disadvantages-of-cryptocurrencies

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें बेहद अस्थिर हैं। दुनिया भर में 24×7 इस पर ट्रेडिंग चलती रहती है। अक्सर, किसी भी देश में नियामक कार्रवाई की फुर्ती से कीमतों में गिरावट आ सकती है। इसी तरह, अटकलें कीमतों को बढ़ा सकती हैं।

एक पीयर-टू-पीयर सिस्टम, जो किसी को भी, कहीं भी पेमेंट भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, होने की वजह से इस पर किसी भी बैंक, या सरकार का कंट्रोल नहीं है।

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में सरकारें एक मत नहीं है। कुछ देशों में सरकार ने इसे लीगल करार दे दिया है तो कहीं पर अभी भी इस पर कानून की तलवार लटकी हुई है।

मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खरीदारी जैसी नापाक गतिविधियों के लिए क्रिप्टोकरेंसी अपराधियों के लिए एक लोकप्रिय उपकरण बन गई है। कुछ रिपोर्ट्स ने डार्क वेब पर ड्रग्स बेचने के लिए इसका इस्तेमाल किए जाने के संकेत दिए हैं। क्रिप्टोकरेंसी भी हैकर्स की पसंदीदा बन गई है जो उनका इस्तेमाल हानिकारक गतिविधियों के लिए करते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी का एक नुकसान यह है कि कोई भी इंटरनेट कनेक्शन वाले कंप्यूटर का उपयोग करके उन्हें माइन (खनन) कर सकता है। हालांकि, लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए काफी एनर्जी की जरूरत होती है, कभी-कभी उतनी ऊर्जा, जितनी कि पूरे देश में खपत होती है।

हालांकि क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की वजह से बेहद सिक्योर है, लेकिन दूसरी क्रिप्टो रिपॉजिटरी, जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज और वॉलेट को हैक किया जा सकता है। समय-समय पर कई ऐसी ख़बरें आईं हैं जब एक्सचेंज और वॉलेट को हैक कर लिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी लाखों डॉलर वैल्यू के "कॉइन" चोरी कर लिए गए।

निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। यह सलाह दी जा सकती है कि निवेश करने से पहले अपने धन लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और रिटर्न अपेक्षाओं के अनुरूप सावधानीपूर्वक निर्णय लें।

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

cryptocurrency

cryptocurrency

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2021,
  • (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.

Bitcoin-Ether नुकसान में, स्‍टेबलकॉइंस ने कमाया मुनाफा, जानें कैसा है क्रिप्‍टो मार्केट का हाल

अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. यह 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.

Bitcoin-Ether नुकसान में, स्‍टेबलकॉइंस ने कमाया मुनाफा, जानें कैसा है क्रिप्‍टो मार्केट का हाल

3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.

खास बातें

  • शीबा इनु, Bitcoin के फायदे पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक को भी नुकसान
  • बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर ने कमाया थोड़ा मुनाफा
  • डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल भी फायदे में

क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में अस्थिरता का दौर जारी है. दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने मंगलवार को 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 25,837 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) है. अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. Binance और CoinMarketCap के अनुसार 3.31 फीसदी की गिरावट के साथ बिटकॉइन 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.

दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी ईथर (Ether) भी बिटकॉइन की राह पर चलती हुई दिखाई दी. गैजेट्स 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.

शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक और कॉसमॉस को भी नुकसान हुआ है. हालांकि बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर जैसे स्‍टेबलकॉइन थोड़ा मुनाफा देखने में कामयाब रहे हैं. डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल को भी मामूली फायदा हुआ है. CoinMarketCap के अनुसार, ग्‍लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप वर्तमान में 1.14 ट्रिलियन डॉलर है, जो पिछले दिन की तुलना में 3.30 फीसदी कम है.

सोमवार को देश ने 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया, क्रिप्टो कम्‍युनिटी के अंदरुनी सूत्रों ने सरकार और देश के लोगों से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिमाग खुला रखने का अनुरोध किया. गैजेट्स 360 से बात करते हुए Unocoin के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और क्रिप्टो-फोकस्ड फिनटेक फर्म GoSats के मौजूदा प्रमुख रोशन मोहम्मद ने कहा कि वह देश में सकारात्मक नियमों का मसौदा तैयार करने के लिए नियामकों में विश्वास करते हैं.

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार तेजी से बढ़ा है. भारत में पिछले वर्ष सात प्रतिशत से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर डिजिटल करेंसी थी. संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड से जुड़ी संस्था UNCTAD के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान विकासशील देशों सहित दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ा है. हालांकि, इस सेगमेंट में टैक्स की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याएं भी हैं.

बीते दिनों UNCTAD ने पिछले वर्ष डिजिटल करेंसीज रखने वाले टॉप 20 देशों का डेटा जारी किया है. इसमें यूक्रेन पहले स्थान पर है. यूक्रेन की लगभग 12.7 प्रतिशत जनसंख्या के पास डिजिटल करेंसी थी. भारत इस लिस्ट में सातवें पायदान पर है. हालांकि, UNCTAD का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज एक अस्थिर फाइनेंशियल एसेट है और इससे सामाजिक जोखिमों के साथ ही वित्तीय नुकसान भी हो सकता है.

Bitcoin 22 हजार डॉलर के पार, Ether भी फायदे में, जानें क्रिप्‍टो मार्केट का ताजा हाल

CoinGecko के डेटा से पता चलता है कि BTC का मूल्य वर्तमान में सप्ताह-दर-दिन 9.1 फीसदी बढ़ गया है.

Bitcoin 22 हजार डॉलर के पार, Ether भी फायदे में, जानें क्रिप्‍टो मार्केट का ताजा हाल

ईथर की वैल्‍यू में पिछले मंगलवार की तुलना में 38.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।

खास बातें

  • ग्‍लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप में 3.52 फीसदी की बढ़ोतरी
  • शीबा इनु और डॉजकॉइन ने भी देखा मुनाफा
  • बीते 24 घंटों में ईथर लगभग 7.8 फीसदी बढ़ गई है

ओवरऑल क्रिप्‍टो मार्केट को आगे ले जाने में सोमवार को ऑल्‍टकॉइंस ने अहम भूमिका निभाई. आमतौर पर कम पॉपुलर क्रिप्‍टो असेट्स को ऑल्‍टकॉइंस (altcoin) के रूप में जाना जाता है. बात करें दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की तो वह 22 हजार डॉलर से भी ऊपर की ओर है. बीते 24 घंटों में बिटकॉइन ने 2.82 फीसदी की ग्रोथ देखी है और ग्‍लोबल एक्सचेंजों पर इसकी कीमत 21,800 डॉलर (लगभग 17.4 लाख रुपये) के करीब है. वहीं भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर बिटकॉइन का मूल्य 22,369 डॉलर (लगभग 17.9 लाख रुपये) है, जो बीते 24 घंटों में 2.82 प्रतिशत अधिक है. कॉइनमार्केट कैप, कॉइनबेस और बिनेंस जैसे ग्‍लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन की कीमत Bitcoin के फायदे 21,792 डॉलर (लगभग 17.44 लाख रुपये) है, जबकि CoinGecko के डेटा से पता चलता है कि BTC का मूल्य वर्तमान में सप्ताह-दर-दिन 9.1 फीसदी बढ़ गया है.

इस बीच, 19 सितंबर से लागू होने जा रहे ईथीरियम मर्ज की खबर सामने आने के बाद भी दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी ईथर (Ether) का आगे बढ़ना जारी है. ईथीरियम मर्ज के बाद यह ब्‍लॉकचेन कार्बन न्‍यूट्रल होने की दिशा में आगे बढ़ेगा. खबर लिखे जाने तक कॉइनस्विच कुबेर पर ईथर का मूल्य 1,562 डॉलर (लगभग 1.25 लाख रुपये) है, जबकि ग्‍लोबल एक्सचेंजों पर इस क्रिप्टो का मूल्य 1,510 डॉलर (लगभग 1.20 लाख रुपये) है और यह क्रिप्टोकरेंसी बीते 24 घंटों में लगभग 7.8 फीसदी ऊपर चली गई है.

CoinGecko के आंकड़ों के अनुसार, ईथर की वैल्‍यू में पिछले मंगलवार की तुलना में 38.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.

गैजेट्स 360 का क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर भी मौजूदा वक्‍त में लगभग सभी जाने-माने altcoins की कीमतों में बढ़ोतरी दिखा रहा है. बात करें ग्‍लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप की, तो उसमें 3.52 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.

बीएनबी, सोलाना, पॉलीगॉन, स्टेलर, एवलांच, कार्डानो और चेनलिंक जैसी क्रिप्‍टोकरेंसी ग्रीन चार्ट में नजर आ रही हैं, जबकि ट्रोन और एरनॉल्‍ड को मामूली नुकसान हुआ है.

मीम कॉइंस के रूप में पॉपुलर शीबा इनु और डॉजकॉइन ने भी मंगलवार को कीमतों में तेजी देखी है. पिछले 24 घंटों में लगभग 1.74 फीसदी की बढ़त के बाद डॉजकॉइन का मूल्य 0.06 डॉलर (लगभग 5.4 रुपये) है, जबकि शीबा इनु का मूल्य 0.000012 डॉलर (लगभग 0.000935 रुपये) है. यह पिछले दिन की तुलना में 3.77 फीसदी अधिक है. क्रिप्‍टोकरेंसी मार्केट में बीते कुछ दिनों से जारी गिरावट का दौर थमता दिख रहा है, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर फ‍िर से सख्‍त रुख दिखाया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि आरबीआई डिजिटल करेंसी पर बैन चाहता है, लेकिन इसे लागू करने के लिए दुनिया के देशों के बीच सहयोग जरूरी है.

Gold vs Crypto: क्रिप्टो या गोल्ड में निवेश के लिए कौन बेहतर? जानें कहा पैसा लगाना फायदे का सौदा

क्रिप्टोकरेंसीज

Gold vs Crypto: अगर आप भी गोल्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपको बता रहे हैं बिटक्वाइन . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 23, 2022, 08:00 IST

हाइलाइट्स

कई लोग Bitcoin के फायदे बिटकॉइन को “डिजिटल गोल्ड” भी कहते हैं
क्योंकि इसका भी दूसरे एसेट से कोई खास संबंध नहीं है.
क्रिप्टोकरेंसी ने कई निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

नई दिल्ली. Gold vs Crypto: पिछले कुछ वर्षों में निवशकों का रूझान तेजी से क्रिप्टोकरेंसीज तरफ बढ़ा है. निवेशक अपने पोर्टफोलियो में इसे शामिल कर रहे हैं. आमतौर पर अधिकतर निवेशक क्रिप्टो में निवेश को गोल्ड में निवेश की तरह लेते हैं. सोने में निवेश ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है लेकिन गोल्ड की चमक को कम करते हुए, क्रिप्टोकरेंसी ने गोल्ड से भी बेहतर रिटर्न दिया. और, यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी ने कई निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

भारत में, धनतेरस पर सोना खरीदना कुछ बहुत ही सामान्य है क्योंकि पीली धातु धन, सुरक्षा और वित्तीय कल्याण का प्रतीक है। लेकिन अकेले सोने को निवेश के लिए बेहतर नहीं माना जा सकता है. कई लोग बिटकॉइन को “डिजिटल गोल्ड” भी कहते हैं, क्योंकि इसका भी दूसरे एसेट से कोई खास संबंध नहीं है.

बिटकॉइन ने दिया अच्‍छा रिटर्न
बीते कुछ सालों से और खासकर कोविड काल में सोना ने अच्‍छा रिटर्न दिया है. सुरक्षित निवेश‍ विकल्‍प के तौर पर इसे खूब पसंद किया गया है. लेकिन इस बीच बिटकॉइन ने तो इससे भी ज्‍यादा रिटर्न दिया है. यही Bitcoin के फायदे कारण है कि अब लोग बिटकॉइन में ज्‍यादा से ज्‍यादा निवेश करने में द‍िलचस्‍पी भी ले रहे हैं. लेकिन बिटकॉइन में निवेश को लेकर अपने जोखिम भी हैं.

जानिए कब किसमें आई कितनी बढ़त
19 अक्टूबर, 2017 की दिवाली पर बिटकॉइन में 312.5% ​​की बढ़त देखी गई, जबकि सोने में 29.5% की वृद्धि देखी गई. इसके अलावा, 6 नवंबर, 2018 को दिवाली पर, बिटकॉइन ने 196.3% की बढ़त दर्ज की, जबकि सोने में 36.1% की वृद्धि हुई, हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि 2017 की तुलना में अभी बिटकॉइन से ज्यादा गोल्ड बढ़त दर्ज की गई. 27 अक्टूबर, 2019 को आयोजित दिवाली पर, बिटकॉइन और गोल्ड दोनों ने अपने लाभ में क्रमशः 99.9% और 11% की कमी देखी. हालांकि, दिवाली 2019 के दौरान, बिटकॉइन ने अभी भी बेहतर प्रदर्शन किया है.

बिटकॉइन और गोल्‍ड में अंतर व समानता
कानूनी प्रावधान, पारदर्शिता और सुरक्षा की बात करें तो क्रिप्‍टोकरेंसी की तुलना में सोना बहुत आगे है. सोना और क्रिप्टोकरेंसी को हासिल करना आसान नहीं है. मार्केट में दोनों ही निवेश विकल्‍प की लिक्विडिटी अच्‍छी है. हालांकि, गोल्‍ड की तुलना में देखें तो क्रिप्‍टोकरेंसी में ज्‍यादा उठा-पटक देखने को मिलता है. सोन बहुत लंबे समय तक निवेश का साधन बना हुआ है. जबकि, क्रिप्‍टोकरेंसी अभी बहुत नया है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

रेटिंग: 4.54
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 325