4. बैंकिंग सम्बन्धी प्रभाव- बैंक अपनी क्रियाओं के द्वारा भी विनिमय दर को प्रभावित किया करते हैं। यदि व्यापारिक बैंक विदेशी बैंक पर बड़ी मात्रा में बैंकर्स ड्राफ्ट तथा अन्य प्रकार के साख पत्र जारी करता है तो इससे विदेशी विनिमय की माँग बढ़ जाती है और विनिमय दर देश के विपक्ष में हो जाती है। इसके विपरीत जब विदेशी बैंक देश के बैंकों के ऊपर साख पत्र जारी करते हैं तो देशी मुद्रा की माँग बढ़ जाती है और विनिमय दर देश के पक्ष में हो जाती है।

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खतरनाक हो चला देश पर बढ़ता विदेशी ऋण

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एक्सटर्नल या बाहरी ऋण क्या है? यह वह पैसा है जो हमारे देश के लोगों ने विदेशी महाजन कर्ज देने वाले से लिया और जिसका मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें वापस अदा किया जाना शेष है। दिसंबर 2017 के अंत में भारत का बाहरी ऋण 513.4 बिलियन डॉलर था, जो मार्च 2017 की तुलना में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है। इसमें से अधिकतर कर्ज निजी व्यापारियों पर है जिन्होंने विदेशी महाजनों से आकर्षक दरों पर उधार लिया था। तथ्य यह है कि कुल बाहरी ऋण का 78.8 प्रतिशत (404.5) बिलियन डॉलर गैर सरकारी प्रतिष्ठानों जैसे प्राइवेट कंपनीज ने लिया हुआ है।

बाहरी वाणिज्य उधार और विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड्स, जो भारतीय कम्पनियों के विदेशी उधार को जाहिर करते हैं, का आकार बहुत बढ़ गया है। यह दिसंबर 2015 के अंत में 99.490 करोड़ रुपए था जो दिसंबर 2017 के अंत में बढ़कर 1,72,872 करोड़ रुपए हो गया। हालांकि बाहरी ऋण को दोनों रुपए या विदेशी मुद्रा जैसे अमेरिकी डॉलर में व्यक्त किया जा सकता है, लेकिन भारत का अधिकतर बाहरी ऋण डॉलर से जुड़ा हुआ है। इसका अर्थ यह है कि भारतीय कर्जदारों को अपने ऋण की वापसी करते समय पहले रुपए को डॉलर में बदलना होगा।

मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें

प्रश्न 43. विदेशी विनिमय दर क्या है? विनिमय दर को प्रभावित करने वाले तत्वों का वर्णन कीजिए।

RESS विनिमय दरों में परिवर्तन के कारणों की विवेचना कीजिए।

उत्तर- विदेशी विनिमय दर- विदेशी विनिमय दर दो देशों के बीच एक देश की मुद्रा की वह मात्रा है, जिसके द्वारा दूसरे देश की मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें मुद्रा की एक इकाई को क्रय किया जा सकता है। विनिमय दर को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्व निम्नलिखित हैं-

1. कीमतों में परिवर्तन- दो देशों में किसी एक देश में सापेक्षिक दृष्टि से कीमत के परिवर्तन के परिणामस्वरूप विनिमय दर परिवर्तित हो जाती है। उदाहरणार्थ, माना भारत में कीमत स्तर बढ़ जाता है, जबकि इंग्लैण्ड में कीमत स्तर में कोई परिवर्तन नहीं होता है। भारतवासियों को इंग्लैण्ड की वस्तुएँ सस्ती पड़ने लगेंगी और वह वहाँ से मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें बड़ी मात्रा में आयात करने लगेंगे। अतः पौण्ड की माँग बढ़ेगी। पौण्ड का मूल्य रुपयों में बढ़ जायेगा।

विदेशी मुद्रा में विनिमय करते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?

जब भी हम विदेश यात्रा पर जाते हैं विदेशी मुद्रा की जरूरत होती है और हम उसका विनिमय भी करते हैं। पासपोर्ट, वीसा तो इसके लिए मूलभूत जरूरत हैं ही। इसके अलावा भी कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए। सबसे पहले अहम तो यह होता है कि आप जिस

जब भी हम विदेश यात्रा पर जाते हैं विदेशी मुद्रा की जरूरत होती है और हम उसका विनिमय भी करते हैं। पासपोर्ट, वीसा तो इसके मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें लिए मूलभूत जरूरत हैं ही। इसके अलावा भी कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए। सबसे पहले अहम तो यह होता है कि आप जिस मुद्रा में विनिमय करने जा रहे हैं उसकी दर क्या है, इसका पता होना चाहिए। इस दर को जानने के कई तरीके हैं।

आप अखबार में देख सकते हैं। रिजर्व बैंक की साइट पर देख सकते हैं। इसके अलावा कई ऑनलाइन साइट भी विभिन्न मुद्राओं की जानकारी देते हैं। दो तरह की दरें होती हैं, खरीद दर और बिक्री दर। खरीद दर यानी जब आप विदेशी मुद्रा खरीदते हैं। बिक्री दर यानी जिस दर पर आपसे विदेशी मुद्रा खरीदी जाएगी। खरीद दर अमूमन बिक्री दर से कम होती है।

लगातार गिरती ही जा रही पाकिस्तान की माली हालात, बढ़ी गरीबी दर

Kavita Singh Rathore

पाकिस्तान, दुनिया। भारत के पड़ोसी या कहें दुश्मन देश पाकिस्तान की गिनती दुनियाभर के गरीब देशों में होती है। यहां हालात पहले ही महंगाई के चलते कुछ सही नहीं रहते हैं, ऐसे में अब पाक की माली हालात और ज्यादा गिरती नज़र आ रही है क्योंकि, यहां अब गरीबी दर बढ़ने से हालात और ज्यादा बदतर हो गए मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें हैं। इस बारे में जानकारी पाक के एक उर्दू अखबार इंतेखाब डेली के हवाले से सामने आई है।

पाक की हालात हुई और खराब :

दरअसल, पाकिस्तान के आर्थिक हालात पहले ही काफी खराब रहते हैं ऐसे में अब जो रिपोर्ट सामने आई है, उससे पाक के आर्थिक हालात को लेकर चिंता और बढ़ गई है। क्योंकि, पाकिस्थान के प्रसिद्ध उर्दू अखबार इंतेखाब डेली ने पाक में इन दिनों चल रही बुरी स्थिति को लेकर रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि, पाक में गरीबी दर में बढ़त दर्ज हुई है और यह बढ़कर 35.7% हो गई है। इसके अलावा खाद्य पदार्थों की कीमतें भी मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें बढ़ी हैं। ऐसे में खाद्य पदार्थों की कीमत में मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें 20 से 31% की वृद्धि दर्ज हुई है। इसके अलावा पाक वैश्विक गरीबी सूचकांक की लिस्ट में 116 देशों में से 92वें स्थान पर आ गया है। इसके अलावा मुद्रा परिवर्तक मुद्रा विनिमय दरें इस इंतेखाब डेली की तरफ से पाक सरकार को सुझाव भी दिया गया है।

Bihar Gold Silver Rate Today: आज 15 दिसंबर को बिहार में सोना और चांदी महंगा; जानें पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया में गोल्ड-सिल्वर के दाम

Bihar Gold Silver Rate Today: आज 15 दिसंबर को बिहार में सोना और चांदी महंगा; जानें पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया में गोल्ड-सिल्वर के दाम

Bihar 15 December Gold Silver Price: बिहार के सर्राफा बाजार में 15 दिसंबर को सोने और चांदी के भाव में तेजी देखने को मिली है। आज बिहार में 24 कैरट सोना 56100 रुपये और 22 कैरट 50700 रुपये प्रति तोला यानी 10 ग्राम पर बिक रहा है। वहीं आज बिहार में चांदी 67500 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है।

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