लाभ और लौटाने की अवधि
4. (1) ठेके में योजना के तहत स्वीकृत मध्यस्थ के माध्यम से ऋण देने के लिए मध्यस्थ के जरिए ऋण लेने वाले की प्रतिभूतियों को जमा करने हेतु एक समझौते के तहत प्रवेश होगा तथा ऋणदाता स्वीकृत मध्यस्थ के माध्यम से प्रतिभूतियों को उधार लेने के लिए समझौता करेगा तथा कोर्इ भी सीधा समझौता ऋण लेने तथा देने वाले के बीच प्रतिभूतियों को उधार लेने या देने के लिए नहीं होगा।
(2) ऋण लेने वाले तथा स्वीकृत मध्यस्थ के बीच समझौता यह बताएगा कि ऋणदाता ने योजना के तहत स्वीकृत मध्यस्थ को प्रतिभूतियों को कब जमा किया,लाभ कारी ब्याज ऋणदाता के साथ बना रहेगा तथा सभी कंपनियों के लाभ ऋणदाता के साथ बने रहेगे।
(3) ऋण दाता केवल अपने नाम पर या उसकी एवज में उधार देने के लिए अधिकृत व्यक्ति के नाम पंजीकृत प्रतिभूतियों को ही 'स्वीकृत मध्यस्थ 'को जमा कर सकता है।
(4) इस योजना के तहत स्वीकृत मध्यस्थ के जरिए तथा समान प्रकार तथा वर्ग की प्रतिभूति को ऋण लेने वाले को लौटाने को प्रतिभूतियों के निपटाने के मामले के रुप में नहीं देखा जाएगा।
(5) स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता द्वारा प्रतिभूतियों की जमा स्वीकार करने की एक रसीद ऋणदाता के लिए जारी करेगा।
(6) स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता के साथ समझौते में दी गर्इ अन्यथा समान प्रकार तथा वर्ग की प्रतिभूतियों को उधार की अवधि में प्राप्त हुए कंपनी के लाभ के साथ वापस लौटाने के लिए जिम्मेदार है। यहां तक कि ऋण दाता को प्रतिभूतियों या कंपनी के लाभ केा लौटाने की स्थिति में स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता को होने वाले नुकसान की भरपार्इ करने के लिए जिम्मेदार होगा।
(7) स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता की ओर से जमा करवार्इ गर्इ प्रतिभूतियों को एक ट्रस्टी के रुप में ऋण दाता की ओर से वापस करने का अधिकारी होगा।
(8) स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता के साथ किये गए समझौते के अनुसार समय-समय पर ऋण लेने के लिए ऋण दाता द्वारा जमा प्रतिभूतियों को उधार देने का अधिकारी होगा।
(9) येाजना के तहत, प्रतिभूतियों का शीर्षक उधारकर्ता के साथ जुड़ा होगा, तथा उधारकर्ता उधार ली गर्इ प्रतिभूतियों का किसी भी प्रकार से निपटारा करने के लिए पात्र होगा।
(10) अन्य बातों के साथ उधारकर्ता तथा स्वीकृत मध्यस्थ के बीच समझौते लाभ और लौटाने की अवधि के तहत मध्यस्थ पर समान संख्या में समान प्रकार तथा वर्ग की प्रतिभूति समझौते में बतार्इ गई समय सीमा में सभी कंपनी लाभ जो कि उधार के समय में प्राप्त हुए हो के साथ लौटाने की जिम्मेदारी होगी।
(11) ऋणदाता तथा मध्यस्थ तथा उधारकर्ता व स्वीकृत मध्यस्थ के बीच समझौते में निम्न नियम और शर्तें शामिल होंगी-
(अ) प्रतिभूति को जमा/उधार देने की अवधि
(ब) जमा/उधार देने और लेने का शुल्क या मूल्य
(स) उधार लेने के लिए जमानत प्रतिभूतियां
(द) जमा या उधार प्रतिभूतियों के समय से पहले वापसी या वापसी के लिए प्रावधान, और
(य) मध्यस्थता के माध्यम से विवादों के समाधान के लिए तंत्र
(12) उधारकर्ता को प्रतिभूतियों के बराबर नगद या अन्य प्रकार से लौटाने की अपनी जिम्मेदारी से विमुख होने का अधिकार नहीं होगा।
(13) स्वीकृत मध्यस्थ प्रतिभूति उधार देने के लिए उधारकर्ता से जमानत सुरक्षा या शुल्क वसूल करे का अधिकारी होगा।
(14) उधारकर्ता अपनी प्रतिभूति अनुमोदित मध्यस्थ को नगद, बैंक गांरटी, सरकारी प्रतिभ्ज्ञूति या जमा के प्रमाणपत्र या अन्य प्रतिभूतियों जिस पर स्वीकृत मध्यस्थ प्रतिभूतियों की वापसी को ध्यान में रखते हुए मंजूरी दे, जमा करवा सकता है।
(15) जब स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता को प्रतिभूति वापस करेगा तो स्वीकृत मध्यस्थ ऋणदाता को एक रसीद जारी करेगा।
(16) स्वीकृत मध्यस्थ ऋण दाता को दी गर्इ समस्त प्रतिभूतियों को पूरा ब्यौरा रखेगा, ऋण के रुप मे उधार दी गर्इ प्रतिभूति, उधारकर्ता से प्राप्त की गर्इ प्रतिभूति तथा स्वीकृत मध्यस्थ द्वारा उधारकर्ता को लौटार्इ गर्इ प्रतिभूति।
(17) समझौते की शतोर्ं के अनुसार यदि उधारकर्ता प्रतिभूतियों को लौटाने में असफल रहता है तो उधारकर्ता दोषी माना जाएगा तथा स्वीकृत मध्यस्थ को ऋण दाता को प्रतिभूति लौटाने के लिए प्राप्त जमा को बाजार के समान वर्ग तथा प्रकार की प्रतिभूति खरीदने, जमानत को समाप्त करने का अधिकार होगा। स्वीकृत मध्यस्थ को उधारकर्ता के खिलाफ किसी भी प्रकार का कदम उठाने जो उसके नुकसान की भरपार्इ के लिए श्रेष्ठ माना जाएगा की अनुमति होगी। यदि हो।
(18) स्वीकृत मध्यस्थ किसी भी उधारकर्ता के दोषी होने पर संबंधित शेयर बाजार के बोर्ड तथा संबंधित अधिकारियों को दोषी के खिलाफ समुचित कार्यवाही के लिए जानकारी देगा।
Payback Meaning In Hindi
सरल उदाहरणों और परिभाषाओं के साथ Payback का वास्तविक अर्थ जानें।.
संज्ञा
Payback
ˈpeɪbak
परिभाषाएं
Definitions
1 . प्रारंभिक निवेश के बराबर निवेश पर वापसी।
1 . profit from an investment equal to the initial outlay.
2 . बदला लेने की क्रिया या भाव।
2 . an act of revenge or retaliation.
Examples
1 . और वह बदला लेना चाहती थी।
1 . and she wanted payback.
2 . एचपी पेबैक लॉयल्टी कार्ड।
2 . hp payback loyalty card.
3 . यह सब बदला लेने के बारे में है।
3 . this is all about payback.
4 . वह वास्तव में बदला चाहता है।
4 . he really wants some payback.
5 . उनके लिए, यह बदला लेने का समय था।
5 . for them it was payback time.
6 . यह बदला लेने का हमारा मौका है।
6 . this is our chance at payback.
7 . लेकिन बदला लेने के लिए बहुत भरा हुआ है, माँ।
7 . but too crowded for payback, mom.
8 . विचार का परिशोधन- 6 महीने से।
8 . payback of the idea- from 6 months.
9 . स्मोकी बीजे में हिचहाइकिंग हुक्का पेबैक।
9 . hitchhiking hooka payback in smokey bj.
10 . आपकी खिड़कियों के डबल ग्लेज़िंग में ऊर्जा की वसूली
10 . energy payback on double-glazing your windows
11 . निवेश और निवेश पर लाभ के बीच लंबा अंतराल
11 . a long time lag between investment and payback
12 . लघु निर्माण अवधि और लघु पुनर्प्राप्ति अवधि।
12 . short construction period and short payback period.
13 . वसूली तीन से सात साल के आधार पर भिन्न होती है।
13 . the payback varies from three to seven years depending.
14 . छोटे और बड़े जहाजों के लिए कम मूल्यह्रास अवधि।
14 . reduced payback period for both small and large vessels.
15 . एक व्यवसाय के रूप में बढ़ते ट्रफल्स का अर्थ है एक लंबी वापसी अवधि।
15 . growing truffles as a business means a long payback period.
16 . हारने वाले व्यापार के उत्क्रमण की वापसी 40% है।
16 . the payback from a cancellation of the losing trade is 40%.
17 . निवेश की पेबैक अवधि (उनकी कमी या वृद्धि)।
17 . the payback period of investments(its reduction or increase).
18 . एक अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई अपशिष्ट गर्मी वसूली प्रणाली में कम वसूली का समय होगा।
18 . a well-designed waste heat recovery system will have short payback time.
19 . इस लाभ स्तर पर लौटाने की अवधि लगभग 1.5 वर्ष होगी।
19 . the payback period at this level of profit will be approximately 1.5 years.
20 . यह औसत हाईटियन परिवार के लिए तीन महीने से कम की वापसी अवधि है।
20 . that's a payback period of less than three months for the average haitian household.
Similar Words
Payback meaning in Hindi - Learn actual meaning of Payback with simple examples & definitions. Also you will learn Antonyms , synonyms & best example sentences. This dictionary also provide you 10 languages so you can find meaning of Payback in Hindi, Tamil , Telugu , लाभ और लौटाने की अवधि Bengali , Kannada , Marathi , Malayalam , Gujarati , Punjabi , Urdu.
राहत या आफत? तीन माह किस्त टालना पड़ेगा उपभोक्ताओं को भारी
रिजर्व बैंक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोई अगर कर्ज की ईएमआइ देने में असमर्थ हो, तो उसे चूक (डिफॉल्ट) न माना जाए. इस फैसले के बाद सभी निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने शर्तों के साथ ग्राहकों को इस सुविधा देने का फैसला लिया है. यानी आपको यह सुविधा किन शर्तों और रियायतों के साथ मिलेगी यह आपके बैंक की ओर से जारी दिशानिर्देशों पर निर्भर करता है. आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है
शुभम शंखधर
- नई दिल्ली,
- 01 अप्रैल 2020,
- (अपडेटेड 01 अप्रैल 2020, 11:46 PM IST)
कोरोना के संकट से जूझते देशवासियों को राहत देने के उद्देश्य से भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआइ) को टालने की सलाह दी थी. आरबीआइ का कहना था कि यदि आर्थिक गतिविधियां ठप हो जाने के कारण किसी उद्यमी या व्यक्तिगत कर्जदाता की आय में रुकावट आई है और वह बंदी के दौरान के अपने कर्ज भुगतान में असमर्थता प्रकट करता है तो उसे चूक (डिफॉल्ट) न माना जाए. इस फैसले के बाद सभी निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने शर्तों के साथ ग्राहकों को इस सुविधा देने का फैसला लिया है. यानी आपको यह सुविधा किन शर्तों और रियायतों के साथ मिलेगी यह आपके बैंक की ओर से जारी दिशानिर्देशों पर निर्भर करता है.
सबसे पहले बात देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक की. एसबीआई ने ग्राहकों को भेजी सूचना में कहा कि मोहलत अवधि के दौरान जो भी बकाया राशि है, उस पर ब्याज जुड़ता रहेगा. बढ़ा हुआ ब्याज उन कर्जदारों से अतिरिक्त ईएमआई के जरिये लिया जाएगा जो तीन महीने की मोहलत का विकल्प चुनते हैं.
एसबीआई ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर संबंधित ग्राहक का मकान कर्ज 30 लाख रुपये है और इसे लौटाने की अवधि 15 साल बची हुई है, तो तीन महीने की मोहलत अवधि का विकल्प लेने पर 2.34 लाख रुपये के करीब अतिरिक्त ब्याज लगेगा जो 8 ईएमआई के बराबर है.
इसी प्रकार, अगर ग्राहक ने 6 लाख रुपये का वाहन कर्ज ले रखा है और उसे लौटाने के लिये 54 महीने का समय बचा है तो छूट अवधि का विकल्प चुनने पर उसे 19,000 रुपये करीब अतिरिक्त ब्याज देना होगा जो 1.5 अतिरिक्त ईएमआई के बराबर है.
बैंक के अनुसार अगर ग्रााहक ईएमआई देना जारी रखना चाहते हैं, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है और वे पहले की तरह अपनी किस्त दे सकते हैं. जो ग्राहक ईएमआई को तीन महीने के लिये टालना चाहते हैं औेर उनकी किस्त हर माह खाते से एक निश्चित तारीख पर (एनएसीएच) कट रही है, उन्हें ई-मेल के जरिये आवेदन देना होगा. इसके साथ किस्तों को रोके जाने और एनएसीएच को आगे बढ़ाने का अधिकार देना होगा.
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने कहा कि जो ग्राहक इस योजना का लाभ उठाते हैं, उनके लिये बची हुई राशि लौटाने की मियाद बढ़ जाएगी और ईएमआई में बढ़ोतरी संभव है. रिजर्व बैंक की अधिसूचना के अनुसार किस्त लौटाने पर रोक अवधि के बाद ऐसे कर्ज की मियाद तीन महीने बढ़ जाएगी. जो कर्ज है, उस पर मोहलत अवधि के दौरान भी ब्याज बनता रहेगा. इस छूट के तहत मूल राशि और /या ब्याज, ईएमआई, एक मुश्त भुगतान और क्रेडिट कार्ड बकाया को तीन महीने के लिये टाला जा सकता है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने मार्च से मई तक की किस्त टालने का फैसला लिया. साथ ही बैंक ने ग्राहकों को यह विकल्प दिया है कि वे अपनी मार्च की कटी किस्त को वापस दे सकते हैं. इसके लिए उन्हें बैंक में आवेदन देना होगा, जिसके बाद बैंक पूरी किस्त (मूलधन और ब्याज) वापस कर देगा. आगे के महीनों के लिए बैंक ग्राहकों को मैसेज भेजेगा और मैसेज पर रिप्लाई करके कोई भी ग्राहक अपनी किस्त को टाल सकता है. यदि किसी ग्राहक को इस सुविधा का लाभ नहीं उठाना है तो वह किस्त को पूर्व की तरह ही जारी रख सकता है. कारोबारी कर्ज के मामले में बकाया ऋण पर ब्याज तीन महीने की रोक के बाद देय होगा. जहां तक मकान और कार ऋण की बात है इस मामले में बैंक कर्ज की मियाद बढ़ाएगा.
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने कहा कि वह ग्राहकों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करेगा कि वे अतिरिक्त ब्याज शुल्क और ऋण अवधि में बढ़ोतरी से बचने के लिए अपने खाते में पर्याप्त धनराशि रखें. बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘‘अगर आप ईएमआई को स्थगित करना नहीं चाहते हैं, तो आपको अपनी ओर से किसी कार्रवाई की जरूरत लाभ और लौटाने की अवधि नहीं है. हम आपके अदायगी निर्देशों को जारी रखेंगे.’’
निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने वेतनभोगी वर्ग के ऋण स्थगन चुनने का विकल्प दिया है, जबकि कारोबारियों को दिए कर्ज पर लगने वाला ब्याज ही केवल टाला जा सकेगा. बैंक ने यह स्पष्ट किया है कि ग्राहक चाहें तो इस राहत का फायदा ले सकते हैं, हालांकि इस अवधि में उनके कर्ज पर ब्याज लगेगा. टाली गई किस्त वसूलने के लिए कर्ज की मियाद को बढ़ा दिया जाएगा.
कोटक महिंद्रा बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि अगर वह ऋण स्थगन करना चाहते हैं को इसके लिए उन्हें ईमेल से सूचना देनी होगी.
एक्सिस बैंक की वेबसाइट पर कहा गया है कि वह इस संबंध में एक योजना को लागू करने की दिशा में काम कर रहा है, और इस बारे में ग्राहकों को जल्द जानकारी दी जाएगी.
इस बीच बैंक के संघ आईबीए ने कहा, ‘अगर लाभ और लौटाने की अवधि लाभ और लौटाने की अवधि आपकी आय प्रभावित हुई है तो आप आरबीआई के राहत उपाय का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप जो ईएमआई टालेंगे, उस पर मोहलत अवधि के दौरान आपको कुछ नहीं देना होगा. लेकिन उस खाते पर ब्याज लगेगा और बाद में आपको चुकाना होगा. यानी आपके कर्ज की लागत बढ़ेगी.’’
क्रेडिट कार्ड के बारे में आईबीए ने कहा कि इसमें आपको निर्धारित तिथि पर न्यूनतम राशि देनी होती है और ऐसा नहीं करने पर उसकी सूचना ‘क्रेडिट ब्यूरो’ को दी जाती है. लेकिन आरबीआई के परिपत्र को देखते हुए क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि के बारे में तीन महीने तक क्रेडिट ब्यूरो को जानकारी नहीं दी जाएगी. हालांकि क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले वित्तीय संस्थान नहीं दी गयी राशि पर ब्याज वसूलेंगे.
EMI में तीन महीने की राहत से खास लाभ नहीं, लगता रहेगा ब्याज; जेब पर पड़ेगा एक्स्ट्रा बोझ
रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह खुदरा और फसल समेत सभी प्रकार के कर्ज (टर्म लोन) व कार्यशील पूंजी भुगतान पर तीन महीने की रोक लगाने की अनुमति दी थी.
रिजर्व बैंक द्वारा कर्ज की मासिक किस्त (EMI) के भुगतान पर तीन महीने की रोक से ग्राहकों को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से संभवत: कोई बहुत ज्यादा लाभ होता नहीं दिख रहा. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा इस बारे में घोषित योजना के अनुसार वे इन तीन महीनों का ब्याज बाद में वसूलेंगे. रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को खुदरा और फसल समेत सभी प्रकार के कर्ज (टर्म लोन) व कार्यशील पूंजी भुगतान पर तीन महीने की रोक लगाने की अनुमति दी थी.
बैंकों के पास अब कार्यशील पूंजी की सीमा के बारे में निर्णय लेने का अधिकार है. केंद्रीय लाभ और लौटाने की अवधि बैंक ने कहा था कि अगर इस अवधि के दौरान कर्ज की किस्त नहीं आती है तो उसे चूक नहीं माना जाना चाहिए और उसकी सूचना कर्ज जानकारी रखने वाली कंपनियों को नहीं दी जानी चाहिए. ऐसा जान पड़ता है कि कर्जदाताओं के समक्ष अब दोहरी समस्या है. एक तरफ कोरोना वायरस महामारी के कारण उनकी आय प्रभावित हुई है, वहीं दूसरी ओर अगर वे RBI के राहत उपाय को अपनाते हैं तो उनके कर्ज लौटाने की मियाद बढ़ जाएगी.
Investors Alert: म्यूचुअल फंड निवेशक रहें अलर्ट, रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा शेयर बाजार, SIP स्ट्रैटेजी में करें ये बदलाव
New Fund Offer: IIFL म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया भारत का पहला टैक्स सेवर इंडेक्स फंड, 21 दिसंबर तक निवेश का है मौका
SBI ने उदाहरण से समझाया
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को भेजी सूचना में कहा है कि मोहलत अवधि के दौरान जो भी बकाया राशि है, उस पर ब्याज जुड़ता रहेगा. बढ़ा हुआ ब्याज उन कर्जदारों से अतिरिक्त EMI के जरिए लिया जाएगा जो तीन महीने की मोहलत का विकल्प चुनेंगे. एसबीआई ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर संबंधित ग्राहक का होम लोन 30 लाख रुपये है और इसे लौटाने की अवधि 15 साल बची हुई है, तो तीन महीने की मोहलत अवधि का विकल्प लेने पर 2.34 लाख रुपये के करीब अतिरिक्त ब्याज लगेगा जो 8 EMI के बराबर है. इसी प्रकार अगर ग्राहक ने 6 लाख रुपये का वाहन कर्ज ले रखा है और उसे लौटाने के लिए 54 महीने का समय बचा है तो छूट अवधि का विकल्प चुनने पर उसे 19,000 रुपये करीब अतिरिक्त ब्याज देना होगा, जो 1.5 अतिरिक्त EMI के बराबर है.
NACH से जा रही है किस्त तो करना होगा ईमेल
बैंक के अनुसार अगर ग्रााहक EMI देना जारी रखना चाहते हैं, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है और वे पहले की तरह अपनी किस्त दे सकते हैं. एसबीआई ने यह भी कहा, ‘‘जो ग्राहक EMI को तीन महीने के लिए टालना चाहते हैं औेर उनकी किस्त राष्ट्रीय स्वचालित समाशोधन व्यवस्था (NACH) के जरिए जा रही है, उन्हें ई-मेल के जरिए आवेदन देना होगा. इसके साथ किस्तों को रोके जाने और NACH को आगे बढ़ाने का अधिकार देना होगा.’’ स्टेट बैंक ने आवेदन भेजने के लिए ई-मेल की सूची जारी की है.
IBA ने भी चेताया
इस बीच, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) जारी करते हुए कहा कि जिन कर्जदारों की आय पर फर्क नहीं पड़ा है, उन्हें अपनी ईएमआई समय पर भुगतान करनी चाहिए. आईबीए ने कहा, ‘अगर आपकी आय प्रभावित हुई है तो आप आरबीआई के राहत उपाय का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप जो ईएमआई टालेंगे, उस पर मोहलत अवधि के दौरान आपको कुछ नहीं देना होगा. लेकिन उस खाते पर ब्याज लगेगा और बाद में आपको चुकाना होगा. यानी आपके कर्ज की लागत बढ़ेगी.’’
क्रेडिट कार्ड कंपनियां वसूलेंगी ब्याज
क्रेडिट कार्ड के बारे में IBA ने कहा कि इसमें आपको निर्धारित तिथि पर न्यूनतम राशि देनी होती है और ऐसा नहीं करने पर उसकी सूचना ‘क्रेडिट ब्यूरो’ को दी जाती है. लेकिन RBI के परिपत्र को देखते हुए क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि के बारे में तीन महीने तक क्रेडिट ब्यूरो को जानकारी नहीं दी जाएगी. उसने कहा है, ‘‘हालांकि क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले वित्तीय संस्थान नहीं दी गई राशि पर ब्याज वसूलेंगे. आपको इस बारे में कार्ड प्रदाता से ब्याज भुगतान के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. हालांकि इस दौरान दंड स्वरूप कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड बिल पर ब्याज सामान्यत: सामान्य बैंक कर्ज के मुकाबले ज्यादा होता है और आपको उसी अनुसार निर्णय करना चाहिए.
PNB हाउसिंग फाइनेंस ने भी किया स्पष्ट
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस ने कहा कि जो ग्राहक इस योजना का लाभ उठाते हैं, उनके लिए बची हुई राशि लौटाने की मियाद बढ़ जाएगी और ईएमआई में वृद्धि संभव है. रिजर्व बैंक की अधिसूचना के अनुसार किस्त लौटाने पर रोक अवधि के बाद ऐसे कर्ज की मियाद तीन महीने बढ़ जाएगी. जो कर्ज है, उस पर मोहलत अवधि के दौरान भी ब्याज बनता रहेगा. इस छूट के तहत मूल राशि और/या ब्याज, ईएमआई, एकमुश्त भुगतान और क्रेडिट कार्ड बकाया को तीन महीने के लिए टाला जा सकता है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 401