प्रो टिप: जब भावनाएं कंट्रोल ना हो पाएं तो समय निकालें. स्क्रीन से दूर हो जाओ और कुछ ताजा हवा लो. आप बेहतर महसूस करने के लिए पांच मिनट के लिए एक लंबी गहरी साँस लेने की एक्सरसाइज भी कर सकते हैं.
Swing Trading क्या है ? और कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग यहाँ जाने पूरी जानकारी
Swing Trading शेयर बाजार मे मुनाफा कमाने का एक और बढ़िया विकल्प है। लेकिन स्विंग ट्रेडिंग को बुनियादी तौर पर समझे बिना इसका प्रयोग करने से आपको कभी लाभ नहीं मिल सकता। अगर आप शेयर बाजार मे नए है और निवेश की शुरवात कर रहे है तो आपको इसे अपनाने के पहले ठीक से जानना जरुरी है।
- स्विंग ट्रेडिंग को आप इंट्राडे ट्रेडिंग भी नहीं कह सकते और डिलीवरी ट्रेडिंग भी नहीं कहा जा सकता।
- स्विंग ट्रेडिंग मे ख़रीदे हुए ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया शेयर 1 दिन से ज्यादा और उसके बाद 2 से 3 दिन या फिर 1 सप्ताह कर होल्ड किये जाते है।
- इंट्राडे मे होल्ड की गयी शेयर पोजीशन उसी दिन सेल की जाती है और डिलीवरी ट्रेडिंग शेयर खरीदने के बाद उन्हें लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है।
- स्विंग ट्रेडिंग के जरिये छोटे समय मे मुनाफा कामबे का उद्देश्य होता है।
- ऐसे समय शेयर के छोटे से कीमत के बदलाव पर मुनाफा कमाया जाता है।
- स्वाँग ट्रेडिंग मे लाभ कमाने के लिए रणनीति के आधार पर ट्रेड किया जाता है।
- इसे आप डिलीवरी ट्रेडिंग का एक उप प्रकार भी कह सकते है।
- स्विंग ट्रेडिंग करने वाले निवेशक शेयर की कीमतों का अंदाज़ा लगाने के लिए तकनिकी विश्लेषण करते है
- इसी समय निवेशक उस शेयर के बारे मे बारीकी से अभ्यास करते है जैसे की कंपनी का प्रोडक्ट और छोटे समय मे कंपनी मे होने वाले बदलाव जो शेयर पर असर डालते है।
- बिना विश्लेषण किये स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा है विश्लेषण के जरिये स्टॉप लॉस लगाकर जोखिम को कम किया जा सकता है।
कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग :(How To Start Swing Trading)
- सबसे पहले ट्रेडिंग या निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता होना चाहिए जिसे आप किसी भी ब्रोकर के जरिये खोल सकते है।
- स्विंग ट्रेडिंग करना काफी ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया जोखिम भरा साबित हो सकता है स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले सही शेयर को चुनना चाहिए। (जिसेक लिए स्विंग ट्रेडिंग के रणनीतियों को इस्तेमाल कर सकते है )
- स्विंग ट्रेडिंग करते समय जब शेयर बाजार मे उतार चढाव होता है ऐसे समय ट्रेड करना चाहिए।
- स्विंग ट्रेडिंग मे कम समय मे कीमत बढ़ने पर लाभ होता है इसलिए ज्यादा लिक्विडिटी वाले शेयर चुनने चाहिए।
- शेयर को चुनने के बाद उस शेयर का तकनिकी और कंपनी का अंतर्गत विश्लेषण काफी ज्यादा मायने रखता है।
- स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही शेयर चुना है या नहीं ये जानने के लिए आप स्विंग ट्रेडिंग के लोकप्रिय राणिनीतिया अपना सकते है जो की तकनिकी संकेतो के जरिये शेयर के कीमत के बारे मे अंदाज़ा लगाने मे मदत करते है।
- आप चार्टिंग के जरिये विश्लेषण के लिए इंट्राडे टूल्स का इस्तेमाल कर सकते है इसी समय सामन्य चार्टिंग से भी 1 सप्ताह के संकेतो का विश्लेषण किया जा सकता है।
- स्विंग ट्रेडिंग शेयर निवेश करने के बाद आपको आपके विश्लेषण के अनुसार स्टॉप लॉस रखना चाहिए इससे रिस्क कम होती है।
- स्विंग ट्रेडिंग निवेश समय आपके होल्डिंग पोजीशन को हर समय नजर रखनी चाहिए और हर बदलाव का ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया असर समझाना चाहिए।
- आखिर मे आपके स्विंग ट्रेड रणनीति के अनुसार मुनाफा आने पर होल्डिंग बेचनी चाहिए।
- स्टॉप लॉस हिट होने के बाद होल्डिंग स्क्वायर ऑफ कर लेनी चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग के लाभ :(Benifits Of Swing Trading)
- स्विंग ट्रेडिंग एक छोटे समय याने 1 हफ्ते से लेकर 1 महीने तक की जाती है इसमे छोटे समय मे आप ट्रेडिंग मुनाफा कमा सकते है।
- शेयर के लम्बे समय तक का रिसर्च करने की जरुरत नहीं पड़ती है क्यों की आपको इसमे सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही निवेश करना होता है।
- स्विंग ट्रेडिंग मे जोखिम है लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया के मामले मे यह जोखिम काफी कम है।
- अच्छी शेयर मे स्विंग ट्रेडिंग करने पर ज्यादा लॉस होने की संभावना कम होती है क्यों की इसे आप रणनीति बदलकर होल्ड भी कर सकते है।
- स्विंग ट्रेडिंग मे आपको 1 से 2 दिन मे अच्छा मुनाफा भी मिल जाता है जो की इंट्राडे ट्रेडिंग आपको नहीं देती है।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए रणनीति बनाकर कम समय मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.रणनीति मे मुनाफा कमाने की कीमत तय ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया की जाती है इसी समय स्टॉप लॉस पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे जोखिम नियंत्रित होती है।
ट्रेड को प्लान ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया करें
सफल ट्रेडिंग एक सोच समझकर प्लान करने वाली रणनीति है जिस पर लगातार काम होता है. एक अच्छा ट्रेडिंग प्लान बताता है कि आप बाजार में क्या करते हैं और कैसे – ट्रेडिंग रूट बनाने में मदद करना , गलतियों से बचना, और अपने आप को बेहतर मैनेज करना.
प्रो टिप: अपना ट्रेडिंग प्लान लिखें. अपने ट्रेडिंग गोल्स, बाजार मापदंडों, कब निकलना है कब रहना है, रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रैटिजी के आधार पर एक लिस्ट बनाएं. जिन्हें आप ट्रैक करना चाहते हैं उन पर्फॉरमेंस और प्रक्रिया मेट्रिक्स को तय करें और नियमित रूप से एक डायरी में रिकॉर्ड करे. अपने ट्रेड का मूल्यांकन करके, आप अपनी स्किल्स को बेहतर कर पाएंगे.
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अनुशासन
कोई प्लान तभी मदद करेगा जब आप अनुशासन के साथ उस पर टिक पाएंगे. किसी एक ट्रेड के लिए अपनी योजना / चेकलिस्ट को न बदलें. प्रदर्शन डेटा को इस्तेमाल कर ट्रेडिंग बिजनेस में ना होने के वक्त परिवर्तन सबसे अच्छा होता है.
प्रो टिप: उन परिस्थितियों से निपटने के लिए एक नियम-आधारित अप्रोच का इस्तेमाल करें जहां अनुशासित होना एक चुनौती है. उदाहरण के लिए, हम में से कुछ अपने स्टॉप-लॉस को नीचे ले जाते हैं, जब कोई व्यापार अच्छी तरह से नहीं होता है – इस उम्मीद में कि वह वापस आ जाएगा लेकिन इससे और ज्यादा फंड्स गंवा दिए जाते ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया हैं. इस स्थिति के लिए एक नियम हो सकता है – “मैं अपने स्टॉप-लॉस को कुछ बहुत एक्सट्रीम कंडिशन ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया के अलावा नीचे नहीं ले जाऊंगा.” इन स्थितियों को पहले से ही तय करें.
ध्यान केंद्रित करने की अपनी क्षमता को बढ़ावा दें
लंबे समय तक ट्रेडिंग स्क्रीन को देखने पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है जो अक्सर खराब निर्णय या महंगी गलतियों की ओर जाता है.
प्रो टिप: 1980 के दशक में फ्रांसेस्को सिरिलो द्वारा विकसित – पोमोडोरो तकनीक का इस्तेमाल करके अपनी ध्यान क्षमता को बढ़ाएं. 25 मिनट के फोकस पीरियड और 5 मिनट के मेंटल ब्रेक के बीच अपना ध्यान विभाजित करें. नियमित रूप से इस तकनीक का अभ्यास करके, आप धीरे-धीरे अपना फोकस पीरियड एक घंटे तक बढ़ा सकते हैं.
अधिकांश व्यापारियों का मानना है कि वे बेहतर व्यापार कर पाएंगे अगर वो भावनाहीन हो पाते. हालाँकि, भावनाएं मैससेंजर की तरह होती हैं जो आपको परिस्थितियों का एहसास कराने में मदद करती हैं. साथ ही, बाजार में अच्छी तरह से काम करने के लिए, डर, लालच, चिंता और यहां तक कि तनाव जैसी नकारात्मक भावनाओं पर भी नजर रखना जरूरी है. दरअसल आपको अपने इमोशन को कंट्रोल करना सीखना है, इसलिए आप ट्रेंडिंग से जुड़े बेहतर निर्णय ले सकते हैं.
Amazon Ads की मदद से B2B रणनीति किस तरह बनाएं
कंज़्यूमर के लिए ऑनलाइन खरीदारी जीवन का एक बेहद अहम हिस्सा है और बिज़नेस भी अब इस ओर ध्यान दे रहे हैं. 2019 में,ग्लोबल B2B ई-कॉमर्स 12.2 ट्रिलियन तक पहुंच गया, 1 और Gartner का मानना है कि ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया 2025 तक वेंडर और खरीदार के बीच होने वाली B2B बिक्री का 80% डिजिटल चैनल पर ही होगा. 2 जब खरीदारों से यह पूछा गया कि वे B2B प्रोडक्ट के बारे में रिसर्च और/या खरीदारी करने के लिए किस ऑनलाइन Store पर गए, तो 72% ने Amazon Business का नाम लिया और इनमें से 55% को उम्मीद है कि वे अगले साल Amazon Business पर अपना खर्च बढ़ाएंगे. 3
B2B ई-कॉमर्स के बढ़ते चलन की एक प्रमुख वजह B2B खरीदार के व्यवहार में आया बदलाव है. अब वे B2B प्रोडक्ट खरीदने के लिए ऑनलाइन चैनल का इस्तेमाल करते हैं. B2B खरीदार अब सीधे वेंडर के साथ काम करते हैं, जबकि पहले वे अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए खुद की तरफ़ से खरीदारों से संपर्क करते थे. इसका मतलब है कि B2B वेंडर को अब एक-एक करके हर खरीदार तक पहुंचने की ज़रूरत नहीं है. इसके बजाय, उन्हें B2B खरीदारों के बीच अपने ब्रैंड की जागरूकता फ़ैलाकर लोकप्रियता बढ़ाने की ज़रूरत है. इसके साथ ही, उन्हें इससे जुड़ी सही जानकारी ऐसी जगह दिखाने की ज़रूरत है जहां उनकी टार्गेट ऑडियंस इसे देख सके. बाकी काम ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोग देख लेंगे.
वे ब्रैंड जो प्रोडक्ट और सेवाएं बिज़नेस को बेचते हैं उनके पास एक डिजिटल रणनीति का होना ज़रूरी है
ई-मार्केटर के अनुसार, 67% B2B प्रोफ़ेशनल ने यह माना कि उनकी कंपनी ने अपने ब्रैंड को संभावित खरीदारों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए निवेश किया, ताकि जब खरीदार डिजिटल चैनल पर अपने काम की चीज़ सर्च कर रहे हों, तो उनकी ब्रैंड तक पहुंच हो. 4 ब्रैंड के लिए अब B2B ई-कॉमर्स एक ऐसा तेजी से उभरता चैनल बन रहा है, जहां से उन्हें रणनीतिक रूप से आय मिल रही है. बहुत सी कंपनी अब इसे अपने बिक्री ऑपरेशन का हिस्सा बना रही हैं. इसका नतीजा यह है कि ब्रैंड को अपने B2B प्रोडक्ट को प्रमोट और एडवरटाइज़ करने का तरीका बदलना होगा. B2B प्रोडक्ट या सेवा बेचने वाले हर बिज़नेस को कस्टमर तक पहुंचने के लिए डिजिटल मौजूदगी के साथ-साथ एक ऑनलाइन एडवरटाइज़िंग रणनीति चाहिए होगी.
Amazon Ads B2B कस्टमर तक पहुंचने की ख्वाहिश रखने वाले ब्रैंड को दो तरह से सपोर्ट कर सकते हैं: Amazon B2B ऑडियंस और Amazon Business स्पॉन्सरशिप.
मंडी कारोबारियों को मिलेगा कोलेट्रल फ्री लोन, जानें क्या मिलेंगे फायदे
किसानों, मंडी कारोबारियों और एफपीओ पैसों की जरुरत पड़ती रहती है. इसके लिए उन्हें बैंकों और दूसरे संगठनों में आवेदन और उसके बाद एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए ओरिगो कमोडिटीज की ईमंडी समाधान लेकर आ गया है. इस प्लेटफॉर्म के थ्रू आप कोलेट्रल फ्री फाइनेंस (Collateral Free Loan) का बेनिफिट ले सकते हैं. ईमंडी कृषि उत्पादकों को बैंकों एवं एनबीएफसी के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे किसानों और सप्लायर्स को आसानी से लोन की सुविधाएं मिल पाएंगी. साथ ही बैंक एवं फाइनैंशियल संस्थाएं भी कृषि-पीएसएल सेक्टर में अपनी पहुंच बढ़ा सकेंगी.
कोलेट्रल फ्री फाइनेंस
सान्या अग्रवाल ने कहा कि ओरिगो कमोडिटीज की ओर से पेश किया गया ई-मंडी कैश (e-Mandi Cash) पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो सप्लाई चेन एवं फाइनेंस सुविधाओं को सशक्त बनाने पर जोर देता है. साथ ही यह स्थानीय मंडियों के विक्रेताओं को कोलेट्रल फ्री फाइनेंस सुविधाएं उपलब्ध कराता है और बैंकों एवं एनबीएफसी को उन लोगों के साथ जोड़ता है, जिन्हें वास्तव में लोन की ज़रूरत होती है. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया हमारा पहला पूर्णतया डिजिटल प्रोडक्ट पीएसएल (Priority Sector Lending-PSL) सेगमेन्ट में हमारी पहुंच बढ़ाएगा, जहां हमें वास्तव में लिक्विडिटी की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि यह प्रोडक्ट लोन के अनुरोध से लेकर, दस्तावेजों के संग्रह, लोन के एग्रीमेन्ट, वितरण एवं संग्रहण तक डिजिटल यात्रा के हर पहलू को आसान बनाएगा.
सान्या अग्रवाल के मुताबिक ओरिगो कमोडिटीज के ओरिगो e-Mand कैश प्लेटफॉर्म का उपयोग होने से किसानों एवं मंडी कारोबारियों (मंडी सप्लायर्स) को उनकी उपज का उचित भाव तो मिलेगा ही साथ ही समय पर भुगतान भी मिल जाएगा. ओरिगो ईमंडी कैश के उपयोग के जरिए किसानों के साथ-साथ FPO को भी काफी फायदा होगा. उनका ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया ट्रेडिंग रणनीतियाँ क्या कर रहे हैं ज्यादातर इस्तेमाल किया कहना है कि मंडी कारोबारियों को समय से पहले भुगतान मिल जाएगा और वे उस पैसे का इस्तेमाल अपनी भविष्य की रणनीति बनाने के लिए कर सकते हैं. वहीं फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन एवं मंडी कारोबारियों को ओरिगो ईमंडी कैश की बिल डिस्काउंट जैसी सुविधा मिलने के अलावा अपने पास रखे माल की बिक्री के लिए खरीदार नहीं ढूंढना पड़ेगा.
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