एक दशक के बाद जिसमें कीमतों में प्रति वर्ष 2% की औसत वृद्धि हुई (फेडरल रिजर्व लक्ष्यों के अनुरूप), संयुक्त राज्य अमेरिका में मुद्रास्फीति पिछले साल की शुरुआत में पलटाव शुरू हुई, कोरोनावायरस महामारी द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की रिहाई के साथ।
भारत के रक्षा उद्योग में निवेश के लिए स्वीडिश कंपनियों को न्योता
नई दिल्ली। आखिरकार 34 साल बाद भारत बोफोर्स घोटाले के साये से बाहर आने लगा है। स्वीडन के साथ रक्षा उद्योग सहयोग पर मंगलवार को हुए वेबिनार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वीडिश रक्षा मंत्री को भारतीय रक्षा उद्योग में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए भारत सरकार की ओर से स्वीडिश प्रतिनिधिमंडल को भारत आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भारत की एफडीआई नीति स्वीडिश उद्योगों के साथ सहयोग करने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने कहा कि स्वीडिश कम्पनियां उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के रक्षा गलियारों में निवेश करके काफी लाभ उठा सकती हैं।
रक्षा मंत्री मंगलवार को एसआईडीएम इंडिया की ओर से भारत-स्वीडन रक्षा उद्योग सहयोग पर आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। वेबिनार में स्वीडन के रक्षा मंत्री पीटर हल्टक्विस्ट भी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ जुड़े थे। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और स्वीडन के बीच ऐतिहासिक रूप से अच्छे संबंध रहे हैं जो न केवल सामान्य मूल्यों बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं। हमारे बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत व्यापार और अनुसंधान एवं विकास संबंधों पर टिके हैं। राजनाथ सिंह ने बताया कि हाल के वर्षों में दोनों देशों अंतरराष्ट्रीय निवेश उठाते फर्मों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में जबरदस्त वृद्धि हुई है। भारत-स्वीडन के बीच 2016 में 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर व्यापार था जो 2019 में बढ़कर 4.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है।
आम बजट 1 फरवरी को करेंगी पेश
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए आम बजट 1 फरवरी को पेश करेंगी। बता दें यह उनका लगातार पांचवां बजट होगा। कोविड-19 महामारी से उबर रही भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए उन्होंने एक बड़े सार्वजनिक खर्च कार्यक्रम की घोषणा की थी।
फिक्की (FICCI) के एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने यह बात कही है। उन्होंने बताया कि आगामी बजट पहले के बजट की मूल भावना का पालन करेगा। वहीं इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योग जगत से ऐसी रणनीति तैयार करने को कहा कि पश्चिमी देश मंदी की आशंकाओं के बीच भारत को उत्पादन या सोर्सिंग हब के रूप में देखें।
ग्रोथ को बढ़ावा देने पर केंद्रित बजट
याद हो बजट में वित्त मंत्री ने 2022-23 के लिए पूंजीगत व्यय को 35.4% बढ़ाकर 7.50 लाख करोड़ रुपए कर दिया था। उन्होंने कहा, यह मुझे काफी प्रेरित करने वाला है, वह भी ऐसे समय जबकि हम अगला बजट तैयार कर रहे हैं। यह भारत को अगले साल के दौरान आगे ले जाने की पिछले बजट की मूल भावनाओं के अनुरूप होगा।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार भारत में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए बहुत सी सुविधाएं और नियमों में बदलाव कर रही है। अंतरराष्ट्रीय निवेश उठाते फर्मों सरकार ऐसे उद्योगों से भी जुड़ रही है जो हमारे उद्योगों के साथ काम कर सकते हैं।
उन्नत देशों में फर्मों को आकर्षित करने की बनाएं रणनीति
वित्त मंत्री ने कहा, उद्योग को यूरोप सहित उन्नत देशों में फर्मों को आकर्षित करने के लिए रणनीति तैयार करने की भी आवश्यकता है, जो चीन से दूर अपने विनिर्माण आधार को स्थानांतरित करने के लिए स्थानों की तलाश कर रहे होंगे।
उन्होंने यूरोप जैसे बड़े बाजार में लंबे समय से चली आ रही मंदी के बारे में आगाह किया और घरेलू उद्योग को इस तरह की बाहरी विपरीत परिस्थितियों के लिए बेहतर तैयारी करने को कहा।
भारत को आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में करना होगा प्रदर्शित
वित्त मंत्री ने कहा, सरकार जी20 समूह की नई दिल्ली की अध्यक्षता के दौरान भारत को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में भी प्रदर्शित करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह देखते हुए कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, विदेशी निवेशक इसका लाभ उठा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि देश का आम बजट 2023-24 ऐसे समय पेश किया जाना है जब कई संस्थानों ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को कम बताया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2022-23 के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 6.8% कर दिया है। ऐसे में अगले वित्त वर्ष के बजट में महंगाई, मांग बढ़ाने, रोजगार सृजन अंतरराष्ट्रीय निवेश उठाते फर्मों और देश की अर्थव्यवस्था को सतत 8% से अधिक की ग्रोथ की राह पर ले जाने के उपायों पर ध्यान देने की अधिक जरूरत है। सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है।
कैक्टस वेंचर पार्टनर्स की स्टार्टअप कंपनियों में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना
नयी दिल्ली, पांच नवंबर वेंचर कैपिटल फर्म कैक्टस वेंचर पार्टनर्स अगले तीन वर्ष में भारत की स्टार्टअप कंपनियों में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी के संस्थापक एवं सामान्य भागीदार अनुराग गोयल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि वेंचर कैपिटल स्टार्टअप कंपनियों में पूर्व-श्रृंखला-ए और श्रृंखला-बी वित्तपोषण दौर के बीच निवेश करने को तैयार है। इस दौरान सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने वाले ब्रांड एवं प्रौद्योगिकी स्टार्टअप कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उच्च मुद्रास्फीति के समय में निवेश कैसे करें: एलोन मस्क और वॉरेन बफेट की सलाह
संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च मुद्रास्फीति के संदर्भ में - उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ने फरवरी में 7.9% की साल-दर-साल दर दर्ज की, चालीस वर्षों में उच्चतम आंकड़ा, जैसा कि श्रम विभाग के तहत श्रम सांख्यिकी ब्यूरो (बीएलएस) द्वारा घोषित किया गया था - टेस्ला और स्पेस एक्स के संस्थापक , एलोन मस्क और अमेरिकी अरबपति निवेशक वॉरेन बफे ने सीएनबीसी द्वारा प्रकाशित मूल्य वृद्धि को निवेश करने और कवर करने के लिए इसी तरह की रणनीतियों की सिफारिश की।
नील स्टीफेंसन के लैमिना1 ने लेयर 1 इकोसिस्टम फंड लॉन्च किया
क्रिप्टो दिग्गज पीटर वेसेन्स द्वारा सह-संस्थापक कंपनी ब्लॉकचेन तकनीक की मदद से मेटावर्स (स्टीफेंसन द्वारा उनके 1992 के उपन्यास स्नो क्रैश में गढ़ा गया एक शब्द) की शुरुआत करने में मदद करना चाहती है। यह फरवरी में ओपन मेटावर्स सम्मेलन भी आयोजित कर रहा है।
नया फंड दो लक्ष्यों को पूरा करता है: वैश्विक मान्यता प्राप्त निवेशकों को प्रारंभिक स्तर की परत 1 परियोजनाओं के लिए प्रत्यक्ष निवेश पहुंच प्राप्त करने का एक तरीका प्रदान करना, जो पहले आम जनता के लिए सुलभ नहीं था, और वेब3 बिल्डरों को अपने खुले मेटावर्स उपक्रमों के लिए पूंजी जुटाने के लिए एक वाहन प्रदान करना था। mainnet.
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