शेयर बाजार में पैसे लगाना क्यों जरूरी है?
अगर आप इक्विटी इन्वेस्टमेंट नहीं करते हैं तो आप एक बेहतर तरीके से वेल्थ क्रिएशन का मौका गंवा रहे हैं। शेयर बाजार को जुआ समझकर उसकी अनदेखी करने से भी कोई फायदा नहीं होगा। इससे वेल्थ क्रिएशन का शानदार मौका हाथ से निकल जाता है।
स्टॉक मार्केट।
तीसरा, स्टॉक चुनने का कोई आसान तरीका नहीं है। इससे कई पहलू जुड़े होते हैं। आपको पता नहीं होता कि आगे चलकर इनमें से कौन इंपॉर्टेंट बन जाएगा और किन फैक्टर्स का बिल्कुल भी असर नहीं होगा। जिन लोगों ने स्टॉक ऐनालिसिस में पूरी जिंदगी खपा दी है, उन्हें पता होता है कि किसी सफल स्टॉक में क्या होना चाहिए। वे किसी कंपनी से जुड़े खतरे को भांप सकते हैं, लेकिन पक्के तौर पर वे भी किसी शेयर के मल्टीबैगर होने का डंका नहीं पीट सकते क्योंकि वे इस बारे में स्योर नहीं होते। उन्हें पता होता है कि किसी शेयर को चुनने में गलती हो सकती है। इसलिए वे विनम्र होते हैं और चुप रहते हैं। इसलिए आपको जो भी टिप मुफ्त में मिल रही हो, उसे इग्नोर करिए।
चौथा, कौन सा शेयर खरीदना चाहिए? यह फैसला मुश्किल होता है। स्टॉक एक्सचेंजों पर हजारों शेयर लिस्टेड हैं। किसी को नहीं पता होता कि इनमें से कौन सा मल्टीबैगर साबित होगा और उसमें कितना वक्त लगेगा। निवेशक स्टॉक चुनने का अपना स्टाइल डिवेलप करते हैं। आप कोई शेयर क्यों खरीद रहे हैं, इसे लिखिए। इसके बाद उसके परफॉर्मेंस को ट्रैक करिए। इससे पता चलेगा कि आपने जो सोचकर शेयर खरीदा था, वह सोच सही साबित हुई या नहीं। एक ट्रेडर प्राइस टारगेट तय करता है। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टर के साथ समयसीमा की पाबंदी होती है, लेकिन वैल्यू इन्वेस्टर हमेशा मार्जिन ऑफ सेफ्टी पर ध्यान देता है।
पांचवां, इन्फॉर्मेशन और ऐनालिसिस में एक आम निवेशक के हाथ बंधे होते हैं। ब्रोकरेज हाउस इसके लिए खास लोगों को हायर करता है। वह डेटाबेस तैयार करता है। रिसर्च पर पैसे खर्च करता है। वह स्टॉक्स को ट्रैक करता है और रिपोर्ट्स बेचता है। एक आम निवेशक सार्वजनिक सूचनाओं के आधार पर किसी शेयर का विश्लेषण कर सकता है। गंभीरता से स्टॉक रिसर्च करने वाले अक्सर दूसरों के साथ मिलकर काम शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें करते हैं। वे रिसर्च की लागत मिलकर उठाते हैं। स्टॉक्स पर चर्चा करते हैं। आप ऑनलाइन चैट फोरम और टीवी प्रोग्राम को रिसर्च मानने की भूल न करें। शेयर बाजार से शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें पैसा बनाने के लिए आपको गंभीरता से रिसर्च करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
छठा, बाजार से पैसा एक शेयर से नहीं बनाया जा सकता। बिजनस की दुनिया में भी हर शख्स जेफ बेजोस या बिल गेट्स नहीं हो सकता। ऐसे बहुत कम लोग हैं, जो एक कंपनी या बिजनस पर अपना सबकुछ न्योछावर कर सकते हों। हम कई शेयरों में निवेश करते हैं और यही ठीक भी है। इस बात का ध्यान रखिए कि आप एक पोर्टफोलियो तैयार कर रहे हैं। आप इस पर ध्यान दीजिए कि किस कंपनी में कितना पैसा लगाना है। अगर आप बहुत अधिक शेयरों में मामूली रकम लगाते हैं तो आप अमीर नहीं बन सकते। याद रखिए कि आज दुनिया के सर्वाधिक अमीर लोगों की लिस्ट में आपको कई इक्विटी इन्वेस्टर मिलेंगे।
7 ऐसी वजहें जो बताती हैं कि क्यों शेयर मार्केट में पैसा लगाना है फायदे का सौदा
लोगों का मानना है कि स्टॉक्स किसी अन्य एसेट के मुकाबले लंबी अवधि में अधिक रिटर्न देते हैं. लंबे समय में शेयरों से पैसा . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 12, 2022, 08:10 IST
हाइलाइट्स
शेयर मार्केट में लंबी अवधि के लिए निवेश करके अच्छी कमाई कर सकते हैं.
सेंसेक्स ने पिछले 33 साल में 15 फीसदी का एवरेज एनुअल रिटर्न दिया है.
स्टॉक मार्केट में निवेश महंगाई से मुकाबले में भी आपकी मदद करता है.
नई दिल्ली. शेयर मार्केट कमाई के बेहतरीन तरीकों में से एक है. अगर आप रिस्क लेने की हिम्मत और बाजार की शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें समझ रखते हैं तो आप यहां उम्मीद से भी अधिक पैसा बना सकते हैं. लोगों का मानना है कि स्टॉक्स किसी अन्य एसेट के मुकाबले लंबी अवधि में अधिक रिटर्न देते हैं. अगर कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए तो ये बात काफी हद तक सही भी साबित होती है. इसलिए कम समय में ज्यादा रिटर्न के लिए जानकार शेयर मार्केट शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें में पैसे लगाने की सलाह देते हैं.
छोटी अवधि में बाजार से पैसा कमाने के लिए जबरदस्त समझ और स्किल की जरूरत होती है. वहीं, अगर लंबे समय में शेयरों से पैसा कमाना चाहते हैं तो बाजार की बेसिक समझ भी आपके लिए यह काम कर सकती है. आपको बस किसी मजबूत शेयर में पैसा लगाना है और बहुत अधिक संभावना है कि 5 या 10 साल में आप अपने निवेश में जबरदस्त उछाल देखेंगे. आज हम इस लेख में इस बारे में बात करेंगे कि आखिर क्यों शेयर बाजार में निवेश करना फायदे का सौदा है. हम आपको शेयर बाजार में निवेश करने की 7 वजहें बताएंगे.
महंगाई
महंगाई बढ़ने का मतलब है कि वस्तुओं और सेवाओं के दाम बढ़ शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें रहे हैं. इससे कंपनियों की आय और प्रॉफिट भी बढ़ता है जिससे कंपनियों के शेयरों की खरीदारी बढ़ती है और स्टॉक्स की कीमत भी ऊपर की ओर भागती है.
जनसंख्या का बढ़ना
जैसे-जैसे देश में जनसंख्या बढ़ती है कंपनियों के प्रोडक्ट्स के लिए बाजार भी बढ़ता जाता है. ऐसी कंपनियां जो एक बड़ी आबादी के लिए उत्पाद तैयार करती हैं उनकी वैल्युएशन जनसंख्या के साथ बढ़ती रहती है.
प्रौद्योगिकी
आबादी बढ़ने के साथ इनोवेशन करने वाले लोगों की तादाद बढ़ती है. बेहतर टेक्नोलॉजी डेवलप की जाती है. ऐसे में उन कंपनियों को फायदा पहुंचता है जो या तो टेक्नोलॉजी के सेक्टर से जुड़ी होती हैं या फिर किसी से उनका टेक्नोलॉजी ड्रिवन होता है.
बेस्ट सलेक्ट करने का विकल्प
स्टॉक मार्केट में मुख्य इंडेक्स में सर्वश्रेष्ठ कंपनियों को शामिल किया जाता है. अगर कोई कंपनी लगातार खराब प्रदर्शन करती है तो उसे हटाकर बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनी इंडेक्स में अपनी जगह बना लेती है. इस तरह निवेशक के पास बेस्ट सलेक्शन का विकल्प होता है.
लंबी अवधि में रिस्क का फायदा
अगर आप बाजार में रिस्क लेते हैं तो संभव है कि छोटी अवधि में आपको घाटा हो जाए. लेकिन लंबी अवधि में अधिकतर शानदार रिटर्न देखने को मिलता है. रिस्क के बदले मिलने वाले प्रीमियम को रिस्क प्रीमियम कहा जाता है.
आरबीआई पॉलिसी का असर
जब अर्थव्यवस्था में सुस्ती आती है तो लोग पैसा खर्च करना बंद कर देते हैं. आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने के लिए आरबीआई ब्याज दरें घटाकर बैंक में रखे पैसे पर रिटर्न कम कर देता है. इसके बाद लोग ये पैसा निकालकर अधिक जोखिम के साथ बेहतर फायदे के लिए शेयर मार्केट का रुख करते हैं.
15 फीसदी का इंटरेस्ट हमेशा मिलता है
बाजार में केवल गिरावट या सिर्फ तेजी नहीं बनी रहती है. ये दोनों बदलाव होते रहते हैं. लंबी अवधि में तेजी हमेशा गिरावट को मात देती है. अगर सेंसेक्स का 33 सालों को डाटा देखा जाए तो इसने हर साल 15 फीसदी का कंपाउंड एवरेज रिटर्न दिया है.
(Disclaimer: यहां लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है. यदि आप बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
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शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
Share Market Guide: शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा, किस कंपनी का शेयर खरीदे?
महंगाई (Inflation) बढ़ रही है और रुपये (Rupee) का मूल्य घट रहा है. यानी सिर्फ पैसा बचाने से काम नहीं चलेगा, पैसा बढ़ाना भी पड़ेगा. ऐसे में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन शेयर मार्केट (Stock Market) में पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्या जानना जरूरी है? शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है?
कब कर सकते हैं? किस शेयर में पैसा लगाएं? ये सारी बातें यहां हम आपको बता रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
1. शेयर क्या है?
किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.
अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.
2. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
3. डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
4. किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
5. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट क्या है?
जब आप कोई शेयर सीधे कंपनी से खरीदते हैं जैसे की आईपीओ के जरिए.. यह प्राइमरी मार्केट है. यानी कंपनियां जो शेयर्स बाजार में इश्यू करती है. लेकिन जब सीधे कंपनी से खरीदे हुए शेयर्स को आप अन्य खरीदारों में बेचने जाते हैं तो वो सेकेंड्री मार्केट है. यानी इश्यू किए हुए शेयर्स की जब खरीद बिक्री होती है.
6. ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
7. शेयर बाजार नहीं समझते हैं तो कैसे निवेश करें?
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.
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how to make money from stock market: शेयर बाजार एक शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें ऐसी जगह है, जहां निवेशकों को लगता है कि रातोंरात कमाई की जा सकती है. कई बार ऐसा होता है कि कुछ घंटे में ही शेयर से मोटा मुनाफा हो जाता है. बावजूद इसके यह ध्यान रखना चाहिए कि इक्विटी में ट्रेडिंग हमेशा से आसान नहीं है. बाजार में आपको अनुशासन और धैर्य की जरूरत पड़ती है. मार्केट में निवेश से पहले अच्छी तरह रिसर्च कर लेनी चाहिए. आइए जानते हैं 7 ऐसे गोल्डेन टिप्स, जिनका अगर ध्यान रखा जाए तो शेयर बाजार से जमकर कमाई की जा सकती है.
Investment Tips: शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बनें? आपका भी है यही सवाल? ये 7 जवाब
पैसा कमाना हर किसी को अच्छा लगता है. कहा जाता है कि शेयर बाजार में बहुत पैसा है. कुछ लोगों को उदाहरण दिया जाता है कि इन्होंने महज 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी, और आज शेयर बाजार से करोड़ों रुपये बना रहे हैं. आखिर उनकी सफलता का राज क्या है, आज हम आपको बताएंगे? (Photo: Getty Images)
दरअसल, आप भी कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर शेयर बाजार से पैसे बना सकते हैं. शेयर बाजार में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप लखपति से करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन अक्सर लोग पैसे बनाने की होड़ में नियम और रिस्क को भूल जाते हैं, या फिर कहें जानबूझकर नजरअंदाज कर देते हैं. और फिर उनकी उनकी शिकायत होती है कि शेयर बाजार से बड़ा नुकसान हो गया. (Photo: Getty Images)
यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि शेयर बाजार से 90 फीसदी से ज्यादा रिटेलर पैसा नहीं बना पाते हैं, हर रिटेल निवेशक को शेयर बाजार में कदम रखने से पहले इसे आंकड़े को ध्यान में रखना चाहिए. लेकिन एक इसमें एक अच्छी बात यह है कि 10 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बनाने में सफल रहते हैं. क्योंकि वे नियमों को फॉलो करते हैं. (Photo: Getty Images)
अब आइए आपको बताते हैं कि शेयर बाजार के आप कैसे करोड़पति बन सकते हैं.
1. शुरुआत कैसे करें: शेयर बाजार में निवेश से पहले ये जानने की कोशिश करें कि शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार कैसे काम करता है? लोगों को शेयर बाजार से कैसे कमाई होती है? क्योंकि शेयर बाजार कोई पैसे बनाने की शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें मशीन नहीं है. डिजिटल के इस दौर में आप घर बैठे ऑनलाइन इस बारे में जानकारी जुटा सकते हैं. इसके अलावा आप इस मामले में वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते शेयर बाजार में इन्वेस्ट क्यों करें हैं. जो आपको शुरुआत में सही दिशा बताएंगे.
2. छोटी रकम से करें निवेश की शुरुआत: ये जरूरी नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए बड़ी रकम होनी चाहिए. अधिकतर लोग यही गलती करते हैं. अपनी पूरी जमापूंजी शेयर बाजार में लगा देते हैं. फिर बाजार में उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं. आप छोटी रकम यानी महज 5 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
3. टॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो. जब आपको कुछ साल का अनुभव हो जाएगा तो फिर थोड़ा रिस्क ले सकते हैं.
4. निवेशित रहने की जरूरत: जब आप छोटी रकम से निवेश की शुरुआत करेंगे, तो फिर हर महीने निवेश को बढ़ाते रहें. अपने पोर्टफोलियो को संतुलित बनाकर रखें. जब आप लगातार कुछ साल तक बाजार में निवेशित रहेंगे तो फिर आप लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. अक्सर बाजार में लंबे समय के निवेशित रहने वालों का फायदा होता है. (Photo: Getty Images)
5. पैनी स्टॉक्स से रहें दूर: रिटेल निवेशक अक्सर सस्ते स्टॉक्स पर फोकस करते हैं. 10-15 रुपये वाले स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर लेते हैं और फिर गिरावट में घबरा जाते हैं. उन्हें लगता है कि सस्ते शेयर में कम निवेश कर ज्यादा कमाया जा सकता है. लेकिन ये सोच गलत है. स्टॉक्स का चयन हमेशा कंपनी की ग्रोथ को देखकर करें. उसी कंपनी में निवेश करें, जिसका बिजनेस अच्छा हो और उस बिजनेस को चलाने वाला मैनेजमेंट अच्छा हो.
6. गिरावट में घबराएं नहीं: शेयर बाजार में जब भी गिरावट आए, तो अपने निवेश को बढ़ाने बढ़ाएं. अक्सर रिटेल निवेशक को जब तक कमाई होती है, तब तक वो निवेश में बने रहते हैं. लेकिन जैसे से बाजार में गिरावट का दौर चलता है, रिटेल निवेशक घबराने लगते हैं, और फिर बड़े नुकसान के डर से शेयर सस्ते में बेच देते हैं. जबकि बड़े निवेशकर खरीदारी के लिए गिरावट का इंतजार करते हैं. (Photo: Getty Images)
7. कमाई का कुछ हिस्सा करें सुरक्षित निवेश: शेयर बाजार से होने वाली कमाई के कुछ हिस्से को सुरक्षित निवेश के तौर पर दूसरे जगह पर भी लगाएं. इसके अलावा अपने मुनाफे को बीच-बीच में कैश करते हैं. सबसे अहम और हर रिटेल निवेशक के जरूरी बात यह है कि वे बिना जानकारी शेयर बाजार से दूर रहें, और निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. देश के बड़े निवेशकों को फॉलो करें, उनकी बातों को गंभीरता से लें. (Photo: Getty Images)
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