Option ट्रेडिंग और Call & Put की सभी जानकारिया जानिए Option Trading In Hindi

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आज हम शेयर मार्किट में ऑप्शन ट्रेडिंग what is option trading in share market की सभी जानकारियों को हासिल करेंगे ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं और ये क्या होती है जिसके बाद आप ट्रेंडिंग करनी आसान लगे।

Option Trading In Hindi- मार्किट में निवेश करने से पहले हम सभी जानकारिया जान लेने के बाद कुछ रणनीति बनाते है की आप किस प्रकार के शेयर में हम निवेश करेंगे और किस प्राइज में हम निवेश करेंगे ये भी स्टॉक मार्किट का हिस्सा है इस रणनीति का हिस्सा ऑप्शन ट्रेंडिंग भी है आज इस आर्टिकल में हम जानेगे की ऑप्शन ट्रेडिंग Option Trading In Hindi क्या होती है और ये किस प्रकार काम करती है।

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है? Option Trading In Hindi

What is Option Trading in Hindi- ऑप्शन ट्रेडिंग को समजने के लिए काफी गहराई में जानना पड़ता है ऑप्शन ट्रेडिंग कोई सिंपल स्टॉक में निवेश करने जैसा मॉडल नहीं है ऑप्शन ट्रेडिंग का एक अलग प्रकार का मॉडल है ये थोड़ा टेक्निकल मॉडल है सबकुछ समज लेने के बाद आप इसमें ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते है।

ऑप्शन क्या है- ऑप्शन का मतलब है आपके पास चयन करने का विकल्प है आप किसी भी किसी भी चीज़ का चयन कर सकते है आप इसमें पैसा लगा सकते है या तो तेजी में या मंदी में ऑप्शन ट्रेडिंग में आप मार्किट में आप गिरते हुए भाव पर भी पैसा लगा सकते है।

ऑप्शन ट्रेडिंग को अगर आसान तरीके से समजे तो इसका मतलब है की आपके पास चयन करने का विकल्प है जैसे अगर किसी शेयर का भाव 100 रुपए चल रहा है और ऑप्शन ट्रेडिंग में आपके पास ऑप्शन है की आप ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? इसके बढ़ते भाव पर पैसा लगाएंगे या गिरते भाव पर पैसा लगाएंगे।

ऑप्शन की अवधारणा को इस उदाहरण से समझा जा सकता है. उदाहरण के लिए, जब आप कुछ संपत्ति खरीदने की योजना बनाते हैं, तो आपने अन्य ऑप्शन का मूल्यांकन करने के दौरान उसे कुछ समय के लिए होल्ड करने के लिए नॉन-रिफंडेबल डिपॉज़िट रखा हो सकता है. यह ऑप्शन के प्रकार का उदाहरण है.

उसी प्रकार, शायद आपने सुना हो कि बॉलीवुड किसी उपन्यास पर कोई ऑप्शन खरीद रहा है. किसी उपन्यास को ऑप्शन करने में निर्देशक निर्दिष्ट दिनांक से पहले उपन्यास पर फिल्म ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? बनाने के अधिकार खरीदता है. मकान और स्क्रिप्ट वाले दोनों मामलों में, किसी ने निश्चित दिनांक से पहले निश्चित मूल्य पर कोई उत्पाद खरीदने के अधिकार के लिए कुछ पैसा रखा है.ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है?

ऑप्शन ट्रेडिंग एक शक्तिशाली हैं क्योंकि वे किसी व्यक्ति के पोर्टफोलियो को बढ़ा सकते हैं। वे इसे अतिरिक्त आय, सुरक्षा और यहां तक ​​कि उत्तोलन के माध्यम से करते हैं। स्थिति के आधार पर, आमतौर पर एक निवेशक के लक्ष्य के लिए उपयुक्त विकल्प परिदृश्य होता है।

Call & Put ऑप्शन क्या होते है?

Option Trading In Hindi- ऑप्शन ट्रेडिंग में भी दो विकल्प call and put options trading in hindi होते है एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन:-

call and put options trading in hindi- कॉल का मतलब होता है मार्किट में तेजी और पुट का मतलब मार्किट में मंदी अगर आप कॉल ऑप्शन में ट्रेडिंग करते है तो आप तेजी में ट्रेडिंग कर रहे है अगर आप पुट में ट्रेडिंग करते है तो आप मंदी में ट्रेडिंग कर रहे है कॉल खरीदते है तो हम ऊपर की और पैसा लगा रहे ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? है पुट खरीदते है तो हम मंदी की और पैसा लगा रहे है।

What is call option in share market hindi- कॉल ट्रेडिंग में अगर आप खरीदते है तो तेजी हो जाती है और कॉल के अंदर अगर आप बेचते है तो मंदी हो जाती है।

What is Put option in share market hindi – पुट में अगर खरीदते है तो मंदी हो जाती है और अगर आप खरीदते है तो तेजी हो जाती है।

Option Trading In Hindi- आप जिस प्राइस के ऊपर Call खरीदा उसके ऊपर का प्राइस जाने के बाद ही आपको फ़ायदा होगा। ठीक उसी तरह Put खरीदा तो जिस प्राइस के ऊपर खरीदा उसके नीचे गया तो ही आपको फ़ायदा होगा।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितने तरीके से पैसे कमा सकते है?

ऑप्शन ट्रेडिंग में हम चार प्रकार से पैसे कमा सकते है जैसे:-

  • Call Option Buy
  • Put Option Buy
  • Call Option Sell
  • Put Option Sell

ऑप्शन ट्रेडिंग Option Trading In Hindi में लोग इन्ही चार तरीको से पैसे कमाते है

Option Trading कैसे करे

how to start option trading hindi -ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आप ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? एक कंपनी का 1 शेयर नहीं खरीद सकते आपको LOT में खरीदना पड़ेगा. Nifty50 का एक Lot 75 का होता है how to start option trading hindi लेकिन शेयर में ज्यादा होता हैं। किसी भी शेयर और Nifty50, Bank NIfty का Option खरीदने के लिए आपको जाना होगा आपके Demat Account में। उसके बाद जो भी खरीदना है उसमे आपको देखने को मिलेगा Option Chain आप उस पर से आपको Call या Put जो भी खरीदना है खरीद सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में बहुत ज्यादा रिस्क होता है Option Trading In Hindi इसलिए इसको पूरी जानकारी ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? के साथ शुरू कीजिये इसमें पैसे भी बनाये जा सकते है इसलिए इसके बारे में ज्यादा से जायदा जानकारी जानने के बाद ही ऑप्शन ट्रेडिंग में ट्रेडिंग करे।

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

ऑप्शन ट्रेडिंग है क्या? क्या हैं इसके फायदें? कौन कर सकता है ऑप्शन ट्रेडिंग? क्या हैं इसकी जरूरी शर्तें? इन सवालों के सभी जबाव 5 मिनट में .

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. वायदा कारोबार में आप 30 हजार के भाव पर गोल्ड की एक लॉट खरीदते हैं. लेकिन सोने का भाव 1000 रुपये टूट जाता है और 29 हजार तक आ जाता है तो एक लॉट पर आपको एक लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं, ऑप्शन ट्रेडिंग में अगर आपने कॉल ऑप्शन खरीदा है तो 50 रुपये प्रति दस ग्राम प्रीमियम चुकाकर यह नुकसान घटकर सिर्फ 5000 रुपये रह जाता है.ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है?

फ्यूचर ट्रेडिंग से कैसे अलग है ऑप्शन ट्रेडिंग
फ्यूचर बाज़ार में हेजिंग का टूल नहीं है यानी इसमें सौदे को ओपन (खुला) छोड़ते हैं या फिर स्टॉपलॉस लगाते हैं . अगर स्टॉपलॉस लगाने पर उस स्तर पर सौदा खुद ही कट जाता है लेकिन नुकसान जरूर होता है. स्टॉपलॉस न लगाया तो नुकसान ज्यादा होता है. जबकि पुट ऑप्शन में खरीदे हुए सौदे को हेज कर सकते हैं. इसी तरह बिके हुए सौदे को कॉल ऑप्शन के जरिये नुकसान की सीमा को बांध सकते हैं.

क्या है कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन
कॉल ऑप्शन तब इस्तेमाल होता है जब आपको लगता है कि किसी कमोडिटी में आप तेजी पर दांव लगाते हैं. काल ऑप्शन में आपको प्रीमियम भरना होता वहीं आपका अधिकतम नुकसान होता है. दूसरी ओर पुट ऑप्शन का इस्तेमाल तब होता है जब आपको लगता है कि बाज़ार में आगे मंदी के आसार है.

कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट में ऑप्शंस कैसे चलेगा?
एंजेल कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि जो ऑप्शंस एक्सपायरी पर आउट ऑफ द मनी रह जाएंगे वे लॉस में कटेंगे. जिन ऑप्शन होल्डर्स के ऑप्शंस इन द मनी रहेंगे उनको अपनी पोजिशन प्रॉफिट में काटने या फिर उनको फ्यूचर्स पोजिशन में कनवर्ट करने की सहूलियत होगी.

सेबी ने यूरोपियन स्टाइल के ऑप्शंस लॉन्च को मंजूरी दी है
इक्विटी मार्केट के उलट कमोडिटी मार्केट में ऑप्शंस एक्सपायरी पर फ्यूचर्स प्राइस पर सेटल होंगे और ऑप्शन होल्डर को अपनी पोजिशन फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में कनवर्ट करने का ऑप्शन होगा. इक्विटी मार्केट में एक्सपायरी पर ऑप्शन का सेटलमेंट स्टॉक या इंडेक्स ऑप्शनस ट्रेडिंग क्या होती है? के कैश यानी स्पॉट मार्केट रेट पर होता है. इक्विटी मार्केट में सेबी कैश मार्केट को रेगुलेट करता है जबकि एग्री कमोडिटी में सेबी कैश नहीं सिर्फ फ्यूचर्स को रेगुलेट करता है. यहां का कैश वाला कमोडिटी मार्केट राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है.

ट्रेडिंग अकाउंट होना है जरूरी
कमोडिटी मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. अगर आपका पहले से फ्यूचर बाजार में खाता है तो अपने ब्रोकर को ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सहमति पत्र देना होगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप कमोडिटी एक्सचेंज में फ्यूचर या ऑप्शन में किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं. अगर आप नया खाता खुलवा रहे हैं तो फ्यूचर की तरह ऑप्शन में कारोबार के लिए अलग से फार्म भरना पड़ेगा.

यह ट्रेडिंग खुलवाते समय जिस ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट खोल रहे है वह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और नेशनल डेरेवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईक्स) का सदस्य जरूर हो. साथ ही बाज़ार में इस ब्रोकर की ठीक-ठीक पहचान हो. इसके लिए आप इन दोनों एक्सचेंज की बेवसाइट पर जाकर इन ब्रोकर्स के बारे जानकारी जुटा सकते हैं.

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकउंट की आईडी मुहैया कराता. इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं. इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 बड़े फायदे

1-वायदा के मुकाबले कम रिस्क, रिटर्न ज्यादा

2- प्रीमियम पर टैक्स लगेगा इसलिए वायदा के मुकाबले टैक्स कम

3-हेजिंग का टूल होने से निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी

4-कमोडिटी में छोटे निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी, कमोडिटी बाज़ार को बूस्टर मिलेगा

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