कोई भी छूट नहीं मिलेगी
बायनेन्स और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों पर टैक्स रिपोर्टिंग कैसे प्राप्त करें
टैक्स रिपोर्टिंग आपको अपनी क्रिप्टो गतिविधि पर नजर रखने की सुविधा देती है ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकें कि आप अपने नियामक निकायों द्वारा निर्धारित रिपोर्टिंग आवश्यकताओं को पूरा कर रहे/रही हैं। बायनेन्स के साथ, अब आप हमारे टैक्स टूल फंक्शनलिटी से अपने सभी लेनदेन को ट्रैक और स्वचालित रूप से लेखांकन करने में सक्षम हैं।
अस्वीकरण: बायनेन्स टैक्स सलाह प्रदान नहीं करता है। देश के नियामक ढांचे के आधार पर, जब आप वस्तुओं का व्यापार करते/करती हैं, और इससे आपको पूंजीगत लाभ (या हानि) होती है, तो आपको टैक्स का भुगतान करना होगा। क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) के टैक्स के लिए नियामक ढांचा अलग-अलग देशों में अलग-अलग है, इसलिए हम आपको दृढ़तापूर्वक सलाह देते हैं कि आप अपनी व्यक्तिगत टैक्स परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने व्यक्तिगत टैक्स सलाहकार से संपर्क करें।
API के माध्यम से टैक्स के लिए स्वचालित रूप से फाइल कैसे करें?
यदि आपको टैक्स फाइल करने और 1 वित्तीय वर्ष से अधिक के विवरण और लेनदेन रिकॉर्ड बनाने की आवश्यकता है,तो आप हमारे टैक्स टूल फंक्शनलिटी API का इस्तेमाल तीसरे पक्ष के टैक्स टूल वेंडर के जरिए अपने आप टैक्स फाइल करने के लिए कर सकते/सकती हैं।
कृपया ध्यान दें कि प्रत्येक उपयोगकर्ता केवल एक टैक्स रिपोर्ट API बना सकते हैं और टैक्स टूल फंक्शनलिटी केवल पठन एक्सेस को सपोर्ट करती है।
3. आपको टैक्स रिपोर्ट के लिए अपनी अनूठी API और गुप्त कुंजी प्राप्त होगी। आप कुंजी को बाद में तृतीय-पक्ष टैक्स विक्रेताओं पर एकीकृत करने के लिए कॉपी कर सकते/सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले तृतीय-पक्ष टैक्स टूल सॉफ्टवेयर के आधार पर, वे आपसे अपनी सेवाओं के लिए शुल्क ले सकते हैं।
यह आपके देश की टैक्स लागू करने के क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा नियमों पर निर्भर करता है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया 2021 टैक्स गाइड देखें।
3. आपको टैक्स रिपोर्ट के लिए अपनी विशिष्ट API और गुप्त कुंजी प्राप्त होगी, जहां आप दोनों कुंजियों को तीसरे पक्ष के टैक्स विक्रेताओं पर एकीकृत करने के लिए कॉपी कर सकते/सकती हैं।
क्या हैं डिजिटल रुपये के फायदे, क्रिप्टो एसेट में क्या है टैक्स क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा का पेंच
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पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2022-23 में रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया जारी करेगा. बिटकॉइन या ईथर आदि प्राइवेट करेंसी हैं और हाल के वर्षों में इनका चलन तेजी से बढ़ा है. इसलिए कई देशों में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं. चीन में दो साल से इस पर पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है. वहां इस महीने बीजिंग में जो विंटर ओलंपिक्स होने हैं, उसमें आने वाले एथलीट, अधिकारी और पत्रकार डिजिटल युवान में भी भुगतान कर सकते हैं. अमेरिका में डिजिटल डॉलर और यूरोप में डिजिटल यूरो लाने से पहले इसके जोखिमों पर विचार हो रहा है.
INCOME TAX RULES CHANGE: 1 अप्रैल 2022 से आयकर नियमों में होंगे 7 बड़े बदलाव, जानिए- इसमें क्या होने जा रहा है नया?
Updated: March 30, 2022 3:02 PM IST
INCOME TAX RULES CHANGE: अगले वित्त वर्ष से प्रभावी आयकर नियमों में कई बदलाव होने जा रहे हैं. क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर आयकर, अपडेटेड रिटर्न दाखिल करना, ईपीएफ ब्याज पर नए टैक्स नियम, और कोविड -19 उपचार पर कर राहत कुछ बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जो 1 अप्रैल 2022 से प्रभावी होंगे.
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क्रिप्टो टैक्स
भारत में क्रिप्टो परिसंपत्ति कर व्यवस्था 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में धीरे-धीरे लागू होगी. 30% कर पर प्रावधान वित्तीय वर्ष की शुरुआत में प्रभावी होंगे जबकि 1% टीडीएस से संबंधित प्रावधान 1 जुलाई , 2022 क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा से लागू होंगे. 2022-23 के बजट ने क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर आयकर लगाने के संबंध में स्पष्टता लाई है. टीडीएस की सीमा निर्दिष्ट व्यक्तियों के लिए प्रति वर्ष 50,000 रुपये होगी, जिसमें ऐसे व्यक्ति/एचयूएफ शामिल हैं, जिन्हें आई-टी अधिनियम के तहत अपने खातों का ऑडिट कराना आवश्यक है.
क्रिप्टो से होने वाले नुकसान को अन्य संपत्तियों के खिलाफ सेट ऑफ नहीं किया जा सकता
भारत सरकार ने क्रिप्टो होल्डिंग के दूसरे संस्करण से आय के खिलाफ एक विशेष डिजिटल संपत्ति में होने वाले नुकसान को बंद करके क्रिप्टो के लिए मानदंडों को कड़ा कर दिया है. सरकार क्रिप्टो परिसंपत्तियों का खनन करते समय बुनियादी ढांचे की लागत पर कर छूट की अनुमति नहीं देगी क्योंकि इसे अधिग्रहण की लागत के रूप में नहीं माना जाएगा. उदाहरण के लिए, यदि आप बिटकॉइन पर 1000 रुपये का लाभ कमाते हैं और एथेरियम पर 700 रुपये का नुकसान करते हैं, तो आपको 1000 रुपये पर कर देना होगा, न कि 300 रुपये के अपने शुद्ध लाभ पर. इसी तरह, आप स्टॉक, म्यूचुअल फंड या रियल क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा एस्टेट जैसी अन्य संपत्तियों में लाभ और हानि के खिलाफ क्रिप्टोकरेंसी पर लाभ और हानि सेट नहीं कर सकते हैं.
डिजिटल करेंसी पर स्पष्टता: टैक्स प्रस्ताव के बाद क्रिप्टो के ग्राहकों में 30% की बढ़ोत्तरी, अब रिजर्व बैंक पर नजर
जानकारी के मुताबिक, भारत में क्रिप्टो प्लेटफॉर्म पर बजट के दिन ग्राहकों के साइनप में 30-50% की बढ़ोत्तरी क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा देखी गई है। दरअसल वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में क्रिप्टो से होने वाली कमाई पर 30% का सीधा टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया था। इससे यह माना जा रहा है कि भारत में क्रिप्टो का कारोबार लीगल हो जाएगा।
रिजर्व बैंक भी करेगा फैसला
हालांकि इसमें अभी काफी कुछ मामला रिजर्व बैंक के पास भी है। रिजर्व बैंक अपनी मॉनिटरी पॉलिसी के फैसले की घोषणा 10 फरवरी को करेगा। इसकी बैठक 8 फरवरी क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा से शुरू होगी। हालांकि यह आज से होनी थी, पर एक दिन टल गई है। क्रिप्टो के निवेशक और एक्सचेंज अभी भी प्रस्ताव के फाइन प्रिंट के इंतजार में हैं।
Cryptocurrency से कैसे अलग होगा RBI का डिजिटल RUPEE? कैसे करेगा काम, जानें इससे जुड़ी खास बातें
Cryptocurrency in India: RBI की तरफ से जारी होने वाली डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी, वैसे RBI किसी और बेहतर टेक्नोलॉजी को भी एडाप्ट कर सकता है. ये पेपर करेंसी की तरह डिजिटल फॉर्म में जारी एक लीगल टेंडर होगा.
Cryptocurrency in India: जल्द ही अपना भी डिजिटल रुपया (Digital RUPEE) होगा. आपके लेन-देन का तरीका बदल जाएगा. रुपया अब पॉकेट में रखने तक सीमित नहीं होगा. जेब से निकलकर वर्चुअल वर्ल्ड में सर्कुलेट होगा. ये आपको जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin). बजट 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि RBI अगले साल तक अपना डिजिटल RUPEE लाएगा. ये पूरी तरह से लीगल टेंडर होगा. इसमें निवेश भी आसान होगा. इस ऐलान के बाद से ही हर क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा कोई जानना चाहता है कि डिजिटल Rupee होगा कैसा.. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.
कब तक आएगा डिजिटल Rupee?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि RBI का डिजिटल 'रूपी' FY23 के आखिरी तक आ जाएगा. RBI डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है. अभी इसके टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. डिजिटल करेंसी (Indian Digital Currency) की टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. ये कैसे काम करेगी इसका फ्रेमवर्क भी तैयार हो रहा है. ये बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगा.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के जाल से बचाने के लिए सेंट्रल बैंक यानि RBI अपनी डिजिटल करेंसी इंट्रोड्यूस करेगा. इसका नाम CBDC- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी हो सकता है. हालांकि, इसके नाम पर अभी फैसला नहीं क्या आपको क्रिप्टो रखने के लिए टैक्स देना होगा हुआ है. डिजिटल करेंसी का फायदा ये होगा कि इससे डिजिटली लेन-देन कर सकेंगे.
कैसे काम करेगा डिजिटल रुपया?
कितना सेफ होगा डिजिटल रुपया?
डिजिटल रुपया, जानें कैसा होगा#AapkiKhabarAapkaFayda में देखिएकैसे काम कर सकता है Digital Rupee?
Krazybee के CEO मधु एकंबरम के मुताबिक, ये कैसी होगी इसको लेकर अभी कुछ ज्यादा साफ नहीं हैं. लेकिन, डिजिटल रूप में जैसे हम अपने बैंक अकाउंट में कैश देखते हैं, वॉलेट में अपना बैलेंस चेक करते हैं. कुछ ऐसे ही इसे भी देख और रख सकेंगे. लेकिन, ये 1 रुपए का होगा या कितने अमाउंट का अभी ये कहना मुश्किल है. अभी इसके काम करने के तरीके को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है. लेकिन, ये तय है कि CBDC ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. पेपर करेंसी की तरह इसका लीगल टेंडर होगा. आप जिसे पेमेंट करना चाहेंगे उसे इससे पेमेंट कर सकेंगे और उसके अकाउंट या डिमैट अकाउंट में ये पहुंच जाएगी. ये भी पॉसिबल है कि CBDC इलेक्ट्रॉनिक रूप में अकाउंट में दिखाई देगा. CBDC को पेपर नोट के साथ बदला जा सकेगा. कैश के मुकाबले ट्रांजैक्शन आसान और सुरक्षित होगा. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए ट्रांजैक्शन पूरा होगा. एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक कैश होगा.
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