यह कार्यक्रम वर्तमान वर्ष से 2018 तक चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जायेगा। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है परिवर्तनकारी प्रकृति का है जो यह सुनिश्चित करेगा की सरकारी सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक रूप से नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं।

नेशनल पेंशन स्कीम (NPS): Open NPS Account Online- राष्ट्रीय पेंशन योजना से 50,000/माह कैसे कमाएं

नमस्ते दोस्तों, आज हम आपके लिए लाए हैं National Pension Scheme 2023 से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी। दोस्तों हर व्यक्ति सदैव एक जैसा नहीं रह सकता है, उसी प्रकार से हर व्यक्ति के जीवन में कार्यरत बना रहे ऐसा संभव नहीं है। इंसान अपनी जीवन मे एक निश्चिंत आयु के बाद कार्य करने में असक्षम हो जाता है एवं अपनी आजीविका को चलाने के लिए भी असमर्थ हो जाता है।

मनुष्य को एक अच्छे जीवन मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? के लिए आय की आवश्यकता होती है। इसी समस्या को देखते हुए मनुष्य कुछ पैसे बचाता है ताकि यह पैसा उसके कार्य से अवकाश प्राप्ति के बाद उसे यह रकम काम आ सके। परंतु यह सुविधा एक आम नागरिक के पास नहीं हो पाती है जिसकी सालाना इनकम बहुत कम होती है। इसी समस्या को देखते हुए भारत सरकार द्वारा आम नागरिकों के लिए National Pension System या New Pension Scheme की शुरुआत की गई है।

आज हम आपको बताएंगे कि New Pension Scheme/National Pension Scheme kya hai? एवं इस पेंशन स्क्रीन के लिए आप अकाउंट (How to open NPS Account Online) कैसे खोल सकते हैं? इसके क्या लाभ हैं? एवं इसका क्या उद्देश्य है? ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

NPS Account

नेशनल पेंशन स्कीम (National Pension Scheme) क्या है?

National Pension Yojana (NPS Scheme) भारत सरकार के द्वारा शुरू की गई एक योजना है। यह Sarkari Yojana पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा भारतीय नागरिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई थीI इसके द्वारा कोई भी व्यक्ति इस Pension Yojana का लाभ उठा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहता है तथा वह चाहता है कि अपने जीवन के अंतिम क्षणों में जब व्यक्ति कार्य करने में असमर्थ होता है तथा उस व्यक्ति के पास आय का कोई स्त्रोत हो। जब व्यक्ति के लिए अपनी आजीविका को चलाना कठिन हो जाता है, इसी समस्या को देखते हुए National Pension Yojana Bharat Sarkar द्वारा शुरु की गई है।

NPA Yojana का फायदा सरकारी कर्मचारी एवं गैर सरकारी नागरिक दोनो उठा सकते हैं। इस योजना में सरकारी कर्मचारी अपनी आय का नाम मात्र हिस्सा जमा करते रहते हैं। जिसका लाभ उन्हें अपने रिटायरमेंट के बाद प्राप्त होता है। इसी प्रकार गैर सरकारी नागरिक सेवा निवृत्ति के समय अपनी आय का छोटा सा हिस्सा जमा कर सकता है। जो उसे 60 वर्ष के पश्चात Monthly Pension Scheme के रूप में प्राप्त होता है। कोई भी केंद्र एवं राज्य सरकार में कार्यरत कर्मचारी NPS अर्थात National Pension Scheme अपना खाता खुल सकता है।

NPS Account के प्रकार

National Pension Form मुख्यता दो प्रकार के होते हैं। आइए इन पर संक्षिप्त रूप से चर्चा करते हैं।

NPS Tier 1:- इस प्रकार के NPS Account में किए गए निवेश पर धारा 80 c के तहत Tax में छूट मिलती है। जबकि एक normal cumulative account पर धारा 80 c के तहत सिर्फ 1.5 लाख रुपए मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? तक है। परंतु अगर आपने NPS Tier Account में निवेश किया है तो 50,000 की अतिरिक्त टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं, परंतु इस प्रकार के अकाउंट से पैसे निकालने पर कुछ पाबंदियां भी हैं। तथा यह NPS Account अनिवार्य है।

NPS Tier 2 Account :- यह एक वैकल्पिक अकाउंट है अर्थात इस अकाउंट को हर किसी के लिए खुलवाना अनिवार्य नहीं है इस प्रकार के अकाउंट को NPS के वह ग्राहक खुलवा ते हैं जिनके पास Tier 1 Account है मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? इस अकाउंट के लिए निवेश से Tax में कोई छूट नहीं मिलती है. tier1 में निवेश पर टेक्स्ट से छूट मिलती है परंतु tier-2 के अंदर टैक्स से किसी प्रकार की कोई छूट नहीं मिलती है जब आपका NPS Tier 1 account अच्छी स्थिति में होता है ऐसी स्थिति में NPS Tier 2 account में किए गए निवेश को निकालने पर किसी तरह की कोई प्रतिबंध नहीं होता है खाताधारक अपनी सुविधा अनुसार इसमें से पैसे निकाल सकता है।

NPS Account कैसे खोलें?

National pension account खोलने के लिए आप ऑनलाइन तथा ऑफलाइन किसी भी प्रक्रिया का इस्तेमाल कर सकते हैं। NPS Account Online खोलने के लिए आपको नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करना होगा।

डिजिटल इंडिया: डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था के लिए एक कार्यक्रम

मुख्य पृष्ठ

डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है का उद्देश्य देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में परिणत करना है। यह 7 अगस्त 2014 को डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है पर प्रधानमंत्री - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है की बैठक के दौरान कार्यक्रम के प्रारूप पर लिए गये महत्वपूर्ण निर्णयों का अनुपालन और सरकार के सभी मंत्रालयों को इस विशाल कार्यक्रम के प्रति जागरूक करने के लिए है जो सरकार के सभी क्षेत्रों पर रोशनी डालती है। यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) द्वारा परिकल्पित किया गया है।

यह कार्यक्रम वर्तमान वर्ष से 2018 तक चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जायेगा। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है परिवर्तनकारी प्रकृति का है जो यह सुनिश्चित करेगा की सरकारी सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक रूप से नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं।

वर्तमान में अधिकतर ई-गवर्नेंस परियोजनाओं के लिए धन का स्रोत केन्द्रीय या राज्य सरकारों में संबंधित मंत्रालयों / विभागों के बजटीय प्रावधानों के माध्यम से होता है। डिजिटल इंडिया (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है की परियोजना(ओं) के लिए धन की आवश्यकताओं का आकलन संबंधित नोडल मंत्रालयों/विभागों द्वारा किया जाएगा।

Sell 1rs Old Notes: अगर आपके पास 1 रूपए का पुराना नोट है तो, इस बेच कर कमाएं 7 लाख रूपए

Sell 1rs Old Notes: ऐतिहासिक एवं दुर्लभ नोटों के संग्राहक अपने इस शौक को आय के स्त्रोतों में बदल सकते हैं। क्योंकि हाल ही में अभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पुराने सिक्के एवं नोटों की कीमत आसमान छू रही है। अगर आपको भी पुराने सिक्कों एवं नोटों को एकत्रित करने का काफी शौक है और आपके संग्रह बॉक्स या बटुए में पुरानी ₹1 की ऐतिहासिक मुद्रा पड़ी हुई है। तो इस मुद्रा के बदले आपको लाखों करोड़ों रुपए प्रदान किए जा सकते हैं |

साथ ही अगर आप काफी ऐतिहासिक मुद्राओं के संग्राहक हैं और आपके पास पुराने ₹1 के नोट का बंडल पड़ा हुआ है। तो आप सभी इस बंडल को बेचकर 7,00,000 रुपये तक कमा सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ऑफर पुरानी एवं ऐतिहासिक दुर्लभ नोटों को बेचने के लिए कुछ पात्रता निर्धारित की गई है अगर आपके पास भी पुराना ₹1 का नोट है और वह इस लेख मैं प्रदान की गई पात्रताओं से मेल खाता है तो आप सभी इस लेख में प्रदान की गई प्रक्रिया के माध्यम से घर बैठे इस नोट को बेचकर लाखों-करोड़ों पर प्राप्त कर सकते हैं।

Sell 1rs Old Notes

भारत सरकार के द्वारा पुराने ₹1 के नोट को काफी पहले बाजार में चलने से बंद कर दिया गया है लेकिन समय के साथ साथ ही इस नोट की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। क्योंकि अगर आपको पुराने सिक्के एवं नोटों को एकत्रित करने का काफी शौक है और आपके गुल्लक में 1, 5 और 10 रुपये ऐतिहासिक एवं पहला वोट पड़े हुए हैं। तो यह नोट आपको भाग्यवान बना सकते हैं। क्योंकि भारत के इस त्योहारी सीजन पर ऐतिहासिक एवं दुर्लभ नोटों की कीमत आसमान छू रही है।

पिछले सप्ताह ही मीडिया रिपोर्ट द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पुराने ₹1 के नोट की कीमत ₹200000 तक नीलाम हुई थी। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पुरानी एवं ऐतिहासिक ₹1 के नोट को बेचने के लिए कुछ पात्रता निर्धारित की गई अगर आपके ₹1 के नोट पर सन 1957 दर्ज है और इस नोट पर राज्यपाल एचएम पटेल के हस्ताक्षर हैं साथ ही इस नोट पर सीरियल नंबर 123456 दर्ज है तो इस नोट के बदले आप आसानी से घर बैठे करोड़ों रुपए की राशि अर्जित कर सकते हैं।

₹1 के नोट में क्या खासियत होनी चाहिए?

दुर्लभ एवं ऐतिहासिक मुद्राओं के संग्रह को के लिए बता दें आपके पास जितनी ज्यादा दुर्लभ एवं ऐतिहासिक मुद्राएं होगी आपको उसके बदले उतनी ही राशि प्रदान की जाएगी। अगर आपके संग्रह बॉक्स या बटुए में पुरानी ₹1 की मुद्रा पड़ी हुई है या आपको अच्छी खासी रकम अर्जित करा सकती है। लेकिन इस नोट को बेचने से पहले आपको या ध्यान देना होगा कि यह नोट कुछ पात्रताओं से मेल खाता है कि नहीं।

जैसे कि पुराने ₹1 के नोट के बदले लाखों रुपए अर्जित करने के लिए सर्वप्रथम आप के नोट में सन 1957 दर्ज होना चाहिए। साथ ही इस नोट पर राज्यपाल एचएम पटेल के हस्ताक्षर और सीरियल नंबर 123456 दर्ज होना चाहिए। अगर आप के नोट में यह सभी खासियत है तो इस नोट के बदले आप घर बैठे आसानी से लगभग ₹200000 तक की राशि अर्जित कर सकते हैं।

₹1 की कीमत 7,00,000 रुपए

पुरानी नोट ओं एवं ऐतिहासिक मंदिरों की संग्राहक अपने इस शौक को आय के स्त्रोतों में बदल सकते हैं क्योंकि अगर आपके गुल्लक या बटुए में पड़ी पुरानी ₹1 की मुद्रा है तो यह आपको अच्छी खासी रकम अर्जित करा सकती है क्योंकि पिछले सप्ताह ही कॉइन बाजार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ₹1 के बंडल की कीमत ₹49999 नीलाम हुई थी।

अगर आपके पास सन 1957 में चलाया हुआ पुराना ₹1 का नोट का मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? बंडल पड़ा हुआ है तो इस बंडल को आप सभी हमारे इस लेख में प्रदान की गई प्रक्रिया के माध्यम से आसानी से घर बैठे बेचकर अच्छी खासी रकम अर्जित कर सकते हैं इस नोट के बदले आपको कर ₹2 की राशि प्राप्त करने के लिए केवल इस नोट की सिर्फ एक अच्छी सी तस्वीर क्लिक करके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कॉइन बाजार, ओएलएक्स,Ebay जैसे प्लेटफार्म पर अपलोड करनी है।

मुद्रा का महत्व | Importantance of Money

मुद्रा मनुष्य के समस्त आविष्कारों में एक आधारभूत अविष्कार हैं। ज्ञान की प्रत्येक शाखा के अपने मूल अविष्कार हैं। मशीनों में यह अविष्कार पहिया हैं, विज्ञान में आग है और राजनीति विज्ञान में वोट (Vote) है मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? उसी मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? प्रकार अर्थशास्त्र तथा मनुष्य के समस्त व्यापारिक जीवन में मुद्रा एक ऐसा मूलभूत अविष्कार है जिस पर अन्य सभी बातें आधारित होते हैं।

आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा का महत्व

आज के समय में इस समय में अर्थव्यवस्था में मुद्रा का महत्व निम्नलिखित रूपों में है

साख का निर्माण

साख अर्थात् भरोसा । मुद्रा के लोगों के बीच, लोगों में साख बन जाता है जिससे कोई भी कार्य के लिए विनिमय में कोई परेशानी नहीं होता हैं। आज के समय में संपूर्ण व्यवसाय साठ पर ही आधारित है जितने भी बैंकिंग संस्थाएं हैं उद्योग एवं व्यापार को पैसे उधार देकर उनको आगे की ओर बढ़ने में सहायता करते हैं। साख की वर्तमान तथा भविष्य की मात्रा की श्रेष्ठतम माप मुद्रा में ही हो सकती हैं। मुद्रा के बिना साख-व्यवस्था का अंत हो जाएगा। अतः मुद्रा वर्तमान अर्थव्यवस्था के मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? लिए आवश्यक तेल तथा ईंधन का कार्य करते हैं।

सामाजिक क्षेत्र में क्रांति

आधुनिक अर्थव्यवस्था में मुद्रा का यह दूसरा सबसे बड़ा महत्व हैं इसके माध्यम से ही संपत्ति का विनियोग (Investment) किया जाता हैं। अनेक स्कूल, कालेज, होटल, लाइब्रेरी इत्यादि पैसे से ही चलाए जा रहे हैं।

आधुनिक बाजार व्यवस्था का आधार

यह (Money) ही एक ऐसा माध्यम है जिसके कारण बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था स्थापित हुई है क्योंकि बड़े कारखानों में जितने माल का उत्पादन होता हैं, वह सभी मुद्रा के बदले तत्काल बिक जाता हैं और प्राप्त हुए मुद्रा से दोबारा कच्चा माल खरीदा जाता हैं।

उससे नया माल बनाया जाता हैं। इस प्रकार मुद्रा के माध्यम से पूंजी का कई बार आवर्तन (Turnover) किया जा सकता है और अधिक लाभ कमाया जा सकता हैं।

राजनीतिक क्षेत्र में क्रांति

समय जैसे-जैसे बदलता गया, वैसे-वैसे विनिमय का माध्यम भी बदलता गया । Money ने पूरा काया ही पलट दिया । इसने राजनीतिक क्षेत्र में क्रांति ही ला दी। जनता सरकार को टैक्स चुकाता हैं,Tax पहले भी देता था अपनी इच्छा के बिना लेकिन आज जनता अपनी इच्छा से सरकार को Tax Pay करता है और इसके बदले में उसे कुछ अधिकार भी प्राप्त होते हैं।

सामाजिक कल्याण की सूचक

मुद्रा के माध्यम से ही किसी देश की राष्ट्रीय आय तथा प्रति व्यक्ति आय का माप होता हैं। यदि प्रत्येक व्यक्ति की वास्तिवक आय बढ़ती रहती है तो देश आर्थिक कल्याण की ओर आगे बढ़ता हैं, अन्यथा नहीं बढ़ता है।

अर्थशास्त्र के विभिन्न क्षेत्रों में मुद्रा का महत्व

उत्पादन क्षेत्र

आधुनिक युग में उत्पादन अनेक तत्वों के सहयोग का परिणाम है जिनमें भूमि, श्रम, पूंजी, संगठन एवं साहस का समावेश होता हैं। इन सभी तत्वों के मूल्य का सामूहिक योग लागत होती है जो मुद्रा में निर्धारित की जाती हैं।

विनिमय क्षेत्र

जब किसी भी माल को तैयार कर लिया जाता है तो उसे बेचने की बारी आती है। मुद्रा प्रत्येक वस्तु की लागत का अनुमान लगाने में सहायक होती हैं और लागत के आधार पर ही वस्तु का मूल्य निर्धारित किया जाता मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? हैं। मूल्य निश्चित किए बिना किसी भी वस्तु की बिक्री संभव नहीं हैं।

वास्तव में, संपूर्ण विक्रय-व्यवस्था मुद्रा पर ही आधारित हैं। मुद्रा विनिमय का माध्यम और मूल्यमापक का कार्य करती हैं। इस प्रकार मुद्रा ने वस्तु विनिमय की कठिनाइयों को दूर कर दिया हैं।

उपभोग क्षेत्र

आर्थिक क्रियाओं में उपभोग का सबसे पहला स्थान हैं। मनुष्य जिस वस्तु का उपभोग करना चाहता हैं, उसकी खरीद की मात्रा वस्तु की कीमत पर निर्भर करती हैं और कीमत के निर्धारण में मुद्रा की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। उपभोग का उद्देश्य अधिकतम संतोष प्राप्त करना होता हैं। प्रत्येक व्यक्ति अपनी सीमित आय को इस प्रकार व्यय करना चाहता है कि उसे अधिकतम संतोष मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? प्राप्त हो सके ।

यह मुद्रा द्वारा ही संभव है क्योंकि मुद्रा द्वारा ही यह जाना जा सकता है कि किस वस्तु के उपभोग से कितना संतोष प्राप्त हो सकेगा।

PM Mudra Yojana: सरकार दे रही 10 लाख तक का लोन, शुरू करें कारोबार, ब्याज भी हो जाता है माफ

PM Mudra Yojana: सरकार छोटे उद्योग लगाने के मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? लिए 10 लाख रुपये तक लोन देती है. इसके लिए नजदीकी बैंक ब्रांच में जाकर अप्लाई करना होता है. समय पर लोन चुकाने वालों का ब्याज दर मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? भी इस स्कीम के तहत माफ कर दिया जाता है.

पीएम मुद्रा योजना के तहत मिलता है लोन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जून 2022,
  • (अपडेटेड 15 जून 2022, 8:02 AM IST)
  • इस लोन में ब्याज हो जाता है माफ
  • 9 से 12 प्रतिशत तक लगता है ब्याज

देश के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) चला रही है. इस स्कीम से तहत ग्रामीण इलाकों में गैर-कॉर्पोरेट छोटे उद्यमों को शुरू करने या उसके विस्तार के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन (Mudra Yojana Loan) दिया जा रहा है. 10 लाख रुपये तक का लोन आसानी से और सस्ती ब्याज दरों (Interest Rate) पर मिलता है. अगर आप समय से लोन का चुकाते रहते हैं, तो कर्ज की ब्याज दर भी माफ हो जाती है.

लोन की तीन कैटगरी

PM Mudra Yojana Loan: पीएम मुद्रा योजना के तहत मिलने वाले लोन को तीन कैटगरी में बांटा गया है. ये तीन कैटेगरी हैं शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन. शिशु लोन के तहत 50 हजार रुपये तक का लोन दिया जाता है. किशोर लोन के तहत 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. तरुण लोन के तहत पांच लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है.

लोन के लिए अप्लाई करना आसान

पीएम शिशु मुद्रा ऋण योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन करने के लिए किसी गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है और ना ही इसके लिए किसी भी तरह का चार्ज लगता है. हालांकि, अलग-अलग बैंकों में लोन की ब्याज दरों में अंतर हो सकता है. यह बैंकों पर निर्भर करता मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या‌ है? है.इस योजना के तहत 9 से 12 प्रतिशत प्रतिवर्ष की ब्याज दर है.

मुद्रा लोन लेने के लिए आपको अपने नजदीकी बैंक में जाना होगा. कई बैकों ने इस स्कीम के तहत आवेदन करने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध कराई है. आप https://www.mudra.org.in/ पर विजिट कर अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं.

ये उठा सकते हैं लाभ

पीएम मुद्रा स्कीम के तहत छोटे दुकानदार, फल, फूड प्रोसेसिंग यूनिट जैसे छोटे उद्योग के लिए लोन की सुविधा मिलती है.इस स्कीम का लाभ लेने के लिए आपको आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (PAN Card), रेजिडेंशियल प्रूफ, पासपोर्ट साइज फोटो, बिजनेस सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है.

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