Investment Tips: कहां निवेश करने पर पैसे हो जाएंगे डबल, जानिए निवेश का फॉर्म्यूला
Investment Tips: आप शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड या किसी सरकारी योजना में निवेश करें। जिससे पैसे फटाफट डबल हो जाएं। देखिए कुछ खास स्कीम
Investment Tips: आमतौर कोई भी निवेशक वहीं पैसे लगाते हैं, जहां उन्हें जोखिम कम और शानदार रिटर्न मिले। शेयर बाजार में जोखिम सबसे ज्यादा होता है। यहां कब पैसे पैसे दोगुना, तीन गुना चार गुना हो जाएं। कुछ पता नहीं है। शेयर बाजार में कब आपको झटका लग जाए। इसका भी कोई अनुमान नहीं है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कहां निवेश करें। जिससे पैसे भी डबल हो जाएं और जोखिम भी काफी कम रहे।
अगर आप सुरक्षित निवेश की तलाश में है तो फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र (केवीपी), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) और नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) जैसी तमाम योजनाओं में पैसे जमा कर सकते हैं। यहां बेहतर ब्याज दर मिलती है।
निवेश के लिए अपनाएं यह फॉर्म्यूला
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अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके पैसे को डबल होने में कितना समय लगेगा तो आप रूल ऑफ 72 फॉर्म्यूला अपना सकते हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह कौन सा फॉर्म्यूला है? हम आपको इस फॉर्म्यूला के बारे में भी विस्तार से बताएंगे। इसे जानते ही आप समझ जाएंगे कि आपके पैसे को डबल होने में कितना समय लगेगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस फॉर्म्यूले के तहत आपको मिल रहे ब्याज को 72 से भाग देना होगा। मान लीजिए, आपने 4 फीसदी सालाना ब्याज दर है। निवेश करने के तरीके ऐसे में आपको 72 में 4 का भाग देना होगा। इसका रिजल्ट 18 आएगा। इसका मतलब ये हुआ कि आपके पैसे को डबल होने में 18 महीने लगेंगे।
यहां कर सकते हैं निवेश
सुकन्या समृद्धि योजना: यह सरकारी स्कीम है। इसे खासतौर से बेटियों के लिए शुरू किया गया है। अगर आप अपनी बेटी के नाम पर सुकन्या खाता खुलवाते हैं तो 9.4 साल में आपका पैसा दोगुना हो जाएगा। मौजूदा समय में सुकन्या योजना में सालाना 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है।
बैंक FD: रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद ज्यादातर बैंक अपनी एफडी की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं। इस समय एफडी पर औसतन 6 फीसदी का ब्याज मिल रहा। ऐसे में यहां आपका पैसा डबल होने में करीब 12 साल लग जाएंगे।
PPF: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF भी निवेश के लिए बेहतर विकल्प है। इस पर अभी सालाना 7.1 फीसदी दर से ब्याज मिल रहा है। लिहाजा इसमें आपके पैसे दोगुना होने में 10.14 साल लगेंगे।
किसान विकास पत्र: किसान विकास पत्र योजना भी निवेश के लिहाज से बेहतर है। अभी इस योजना में सालाना 6.9 फीसदी की दर से गारंटीड ब्याज दर मिल रही है। ऐसे में 10.43 साल में आपके पैसे डबल हो जाएंगे।
MoneyControl News
First Published: Aug 24, 2022 10:52 AM
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इन पांच म्यूचुअल फंड्स में कर सकते हैं निवेश, मिलेगा शानदार रिटर्न निवेश करने के तरीके और जोखिम भी कम
म्यूचुअल फंड निवेश को सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है, जिनमें पैसा लगाने वालों को भारी रिटर्न मिलता है. इनमें निवेशकों को उनकी मार्केट एलॉकेशन, सेक्टर एलॉकेशन और वैल्यू के आधार पर चुनने के लिए बहुत से ऑप्शन्स भी मिलते हैं.
म्यूचुअल फंड निवेश को सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना जाता है, जिनमें पैसा लगाने वालों को भारी रिटर्न मिलता है. इनमें निवेशकों को उनकी मार्केट एलॉकेशन, सेक्टर एलॉकेशन और वैल्यू के आधार पर चुनने के लिए बहुत से ऑप्शन्स भी मिलते हैं. एक कंपनी का शेयर उसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर लार्ज, मिड या स्मॉल कैप हो सकता है. इसलिए, एक रिटेल निवेशक म्यूचुअल फंड द्वारा बनाए गए कई शेयरों में निवेश कर सकता है. इससे शेयर बाजार में सीधे निवेश करने की तुलना में उसका जोखिम का डर कम होता है.
फ्लैक्सी कैप फंड में व्यक्ति को अलग-अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन वाले शेयरों में निवेश करने का मौका मिलता है. और वे लार्ज, मिड और स्मॉल कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं, जहां भी उन्हें यह लगता है कि उन्हें कम जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. आइए तीन साल की अवधि में रिटर्न के आधार पर पांच सबसे बेहतर फ्लैक्सी कैप म्यूचुअल फंड्स को जानते हैं.
क्वॉन्ट फ्लैक्सी कैप फंड
फंड साल 2013 में शुरू हुआ था. 22 अगस्त 2022 को शेयर की नेट एसेट वैल्यू (NAV) 62.26 रुपये थी. इसका कुल फंड साइज 475.41 करोड़ रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 इंडैक्स को 21.02 फीसदी पीछे छोड़ा है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 99.32 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. इनमें से 71.22 फीसदी को लार्ज कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. इसके अलावा 17.79 फीसदी को मिड कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. जबकि, 6.73 फीसदी को स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश किया गया है. इसके 8.6 फीसदी फंड्स को आईटीसी में निवेश किया गया है, जो उनकी सबसे बड़ी होल्डिंग है.
PGIM इंडिया फ्लैक्सी-कैप फंड
इस फंड को साल 2015 में पेश किया गया था. इसकी नेट एसेट वैल्यू वर्तमान में 28.01 फीसदी है. इसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 4,761.35 करोड़ रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 को 11.29 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 94.15 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. उसने लार्ज कैप स्टॉक्स में 40.33 फीसदी, मिड कैप स्टॉक्स में 11.28 फीसदी और स्मॉल कैप फंड्स में 17.27 फीसदी निवेश किया है.
पराग पारिख फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ
इस फंड को सबसे पहले साल 2015 में पेश किया गया था. उसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट मौजूदा समय में 24,594.84 करोड़ रुपये पर मौजूद हैं. उसकी नेट एसेट वैल्यू वर्तमान में 51.43 रुपये है. इस फंड ने निफ्टी 50 को 8.55 फीसदी पीछे छोड़ दिया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में 68.92 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. इनमें से 56.21 फीसदी को लार्ज कैप, 2.66 फीसदी को मिड कैप और 9.12 फीसदी को स्मॉल कैप शेयरों में निवेश किया गया है.
IDBI फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ
इस फंड को 2014 में लॉन्च किया गया था. उसके एसेट्स अंडर मैनेजमेंट 386.69 करोड़ रुपये हैं. फंड की नेट एसेट वैल्यू 39.03 रुपये है. इस फंड ने निफ्टी 50 इंडैक्स को 5.5 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. फंड ने घरेलू इक्विटी में अपने 98.78 फीसदी एसेट्स का निवेश किया है. उसने 63.93 फीसदी का निवेश लार्ज कैप स्टॉक्स में किया है.
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UTI फ्लैक्सी कैप फंड- डायरेक्ट प्लान- ग्रोथ
इस फंड को साल 2014 में शुरू किया गया था और वर्तमान में इसके पास 25,448 करोड़ रुपये के एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) हैं. इसकी नेट एसेट वैल्यू 252.04 रुपये है. फंड ने निफ्टी 50 को 5.05 फीसदी आउटपरफॉर्म किया है. इस फंड ने अपने 98.78 फीसदी एसेट्स का निवेश घरेलू शेयर बाजार में किया है.
Investment Tips: 5-10 लाख रुपये हैं, कहां निवेश करें? एफडी के अलावा इन चार विकल्पों में मिलेगा शानदार रिटर्न
एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
Investment Tips: अगर आपके पास 5-10 लाख रुपये की एकमुश्त रकम है तो इसे कहां निवेश करेंगे? लंबे समय से फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) निवेश का बेहतर विकल्प माना जाता रहा है क्योंकि यह सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न देने वाला है. हालांकि इंफ्लेशन को देखते हुए एफडी पर वास्तविक रिटर्न आपका पैसा बढ़ाने की बजाय घटा रहा है. ऐसे में एफडी के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जिस पर आप गौर निवेश करने के तरीके कर सकते हैं और महंगाई के मुकाबले पॉजिटिव रिटर्न हासिल कर सकते हैं. यहां ऐसे ही चार निवेश विकल्पों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
Index Funds
अगर आपने स्टॉक्स में निवेश अभी शुरू ही किया है और अपने लिए बेहतर शेयर का चयन करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तो इंडेक्स फंड्स निवेश का बेहतर विकल्प है. यह उस समय भी बेहतर विकल्प के रूप में है, अगर आप अपने लिए बेहतर म्यूचुअल फंड का चयन नहीं कर पा रहे हैं. इंडेक्स फंड किसी इंडेक्स को ट्रैक करता है. जैसे कि निफ्टी इंडेक्स 50 बड़ी कंपनियों का इंडेक्स है और निफ्टी इंडेक्स को खरीदने का मतलब है कि निफ्टी के बराबर आपको रिटर्न मिल सकता है.
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Sovereign Gold Bonds
गोल्ड खरीदने का सबसे बेहतर तरीका अब सोवरेन गोल्ड बॉन्ड्स है. यह एक तरह से 999 शुद्धता वाले गोल्ड को डिजिटल तरीके से खरीदने जैसा है और इस पर जो कैपिटल गेन होगा, उस पर टैक्स भी नहीं चुकाना होगा. इसके अलावा 2.5 फीसदी निश्चित ब्याज भी मिलेगा. केंद्रीय बैंक आरबीआई केंद्र सरकार के बिहाफ पर गोल्ड बॉन्ड को कई किश्तों में जारी करती है और इसके जरिए गोल्ड में आप निवेश कर सकते हैं. 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज हर छह महीने पर मिलेगा. इसमें सिर्फ एक ही दिक्कत है कि एसजीबी में निवेश पर 8 साल का लॉक इन है लेकिन अगर पैसों की आपको जरूरत है तो इसे सेकंडरी मार्केट में बेचने का भी विकल्प है.
REITs
अगर 5-10 लाख में कोई घर नहीं खरीद सकते हैं लेकिन रीयल एस्टेट से जरूर कमा सकते हैं. रीयल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) एक म्यूचुअल फंड की तरह है जिसमें निवेशकों के पैसों का पूल बनाकर पार्क, मॉल जैसी कॉमर्शियल संपत्तियां खरीदी जाती है. यह ऐसी कंपनियां द्वारा लॉन्च किया जाता है जिनके पास कॉमर्शियल संपत्तियां होती हैं या ऑपरेट करती हैं या फाइनेंस करती हैं. इसमें अंडरलाइंग प्रोजेक्ट्स की कीमतों में बढ़ोत्तरी और किराए के जरिए पैसे बढ़ते हैं. एक यूनिट होल्डर के तौर पर आपको डिविडेंड और REIT की बढ़े भाव के रूप में कमाई होगी. इस विकल्प के जरिए बिना कोई संपत्ति खरीदे एक तरह से आप किसी प्रॉपर्टी के मालिक बनते हैं. हालांकि इसे खरीदते समय सावधानी बरतें क्योंकि निवेश करने के तरीके अंडरलाइंग एसेट्स अच्छे हैं, तभी आपको फायदा मिलेगा.
सरकारी बचत योजनाएं
सरकारी छोटी बचत योजनाएं भी निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं. जैसे कि पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड), पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम, किसान विकास पत्र (केवीपी) इत्यादि. इसमें निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इस पर सरकार की गारंटी रहती है, बेहतर दरों पर ब्याज मिलता है और निवेश/मेच्योरिटी पर टैक्स बेनेफिट्स भी मिलता है. इसमें बस लॉक इन पीरियड की दिक्कत आपको दिख सकती है जैसे कि पीपीएफ में 15 साल का लॉक इन है. हालांकि अगर आप अपने पैसे को डेट में लगाना चाहते हैं तो छोटी बचत योजनाएं शुरुआत के लिए बेहतर है.
(Arricle: Kanika Agarwal, Co-founder of Upside AI, ML-backed PMS Firm)
(यह लेख जानकारी के लिए है और फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने सलाहकार से सलाह लें.)
where to invest 10 lakhs: दस लाख रुपये निवेश करना चाहते हैं? जानिए क्या है कोटक इनवेस्टमेंट की लक्ष्मी अय्यर की सलाह
Lakshmi Iyer ने कहा कि अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश (Long term Investment) निवेश करने के तरीके कर रहे हैं तो फिर आपको यह देखने की जरूरत नहीं है कि शेयर बाजार का हाल क्या है
अय्यर ने कहा कि अगर आप म्यूचुअल फंड के रास्ते शेयरों में निवेश कर रहे हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि आपके पोर्टफोलियो में चार-पांच से ज्यादा स्कीमें नहीं होनी चाहिए।
where to invest 10 lakhs: अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश (Long term Investment) कर रहे हैं तो फिर आपको यह देखने की जरूरत नहीं है कि शेयर बाजार का हाल क्या है। यह कहना है कि लक्ष्मी अय्यर का। Lakshmi Iyer को इनवेस्टमेंट खासकर शेयरों में निवेश का व्यापक अनुभव हैं।
अभी वह Kotak Investment Advisors की प्रमुख हैं। मनीकंट्रोल ने अय्यर से शेयर बाजार के मौजूदा हालात सहित इनवेस्टमेंट के मौकों (Investment Opportunities) के बारे में बातचीत की। उनसे यह भी पूछा कि मौजूदा माहौल में एक इनवेस्टर्स को 10 लाख रुपये का निवेश किस तरह करना चाहिए।
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अय्यर ने कहा कि किसी इनवेस्टर को निवेश करने में सबसे पहले दो बातों का ध्यान रखना चाहिए। पहला, वह कितने समय (Time Horizon) के लिए निवेश करने जा रहा है। दूसरा, वह कितना रिस्क (Risk Apetite) ले सकता है। इसकी वजह यह है कि मार्केट कभी डेड नहीं हो सकता। इसमें उतार-चढ़ाव चलता रहता है। इसिलए आपके लिए वे चीजें अहम हैं, जो आपके नियंत्रण में हैं। ऐसा कोई समय नहीं है, जिसे कहा जाए कि यह इनवेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा है।
उन्होंने कहा कि अगर आपको 10 लाख रुपये का निवेश करना है तो सबसे पहले आपको रिस्क लेने की अपनी क्षमता को देखना होगा। इसलिए कोई एक फॉर्मूला नहीं है, जो हर इनवेस्टर के लिए सही हो। फिर भी, यह कहा जा सकता है कि एक निवेश करने के तरीके सामान्य रिस्क क्षमता वाले इनवेस्टर को 10 लाख रुपये में से कम से कम 60 फीसदी निवेश शेयरों में करना चाहिए। 30 फीसदी डेट (जैसे बॉन्ड) और बाकी 10 फीसदी गोल्ड में करना चाहिए। इनवेस्टर के गोल (लक्ष्य) के मुताबिक इसमें थोड़ा बदलाव किया जा सकता है।
मौजूदा माहौल में इनवेस्टर को किस तरह की रणनीति अपनानी चाहिए? इस सवाल के जवाब में अय्यर ने कहा कि ग्लोबल मार्केट की स्थितियों को ध्यान में रख अभी लार्जकैप शेयरों में निवेश की रणनीति सही रहेगी। आप फ्लेक्सी कैप फंड्स में भी इनवेस्ट कर सकते हैं। ऐसे फंड में लार्जकैप शेयरों की हिस्सेदारी ज्यादा होती है। जब ग्लोबल बाजार में अनिश्चितता का माहौल हो तब यह रणनीति सही रहती है।
इनफ्लेशन और रिसेशन की मंदी की चिंता के बारे में उन्होंने कहा कि ग्लोबल लेवल पर माहौल अनिश्चित दिख रहा है। अमेरिका में इनफ्लेशन काफी हाई है। इंग्लैंड और यूरोप में ग्रोथ पर ब्रेक लग गया है। जियोपॉलिटिकल स्थितियां अच्छी नहीं दिख रही हैं। हालांकि, जहां तक इंडिया का सवाल है तो स्थिति काफी बेहतर है। खासकर पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं।
अय्यर ने कहा कि अगर आप म्यूचुअल फंड के रास्ते शेयरों में निवेश कर रहे हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि आपके पोर्टफोलियो में चार-पांच से ज्यादा स्कीमें नहीं होनी चाहिए। इससे आपके लिए अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करना आसान रहेगा। आपके पोर्टफोलियो में तीन से चार इक्विटी फंड होने चाहिए और एक इंडेक्स फंड होना चाहिए।
आखिर में उन्होंने कहा कि इनवेस्टर्स खासकर यंग लोगों को एक खास सलाह का ध्यान रखना चाहिए। वह यह है कि निवेश करो और भूल जाओ। इससे आपको दो बड़ी मुश्किलों पर विजय हासिल करने में मदद मिलेगी। ये हैं-लाचल और डर। इस तरह आप आसानी से अपने फाइनेंशियल गोल्स हासिल कर सकते हैं।
MoneyControl News
First Published: Nov 08, 2022 4:23 PM
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नॉलेज: 4 तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड, 500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
अच्छे रिटर्न के लिए म्युचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अभी भी काफी लोगों को यह नहीं पता है कि म्युचुअल फंड स्कीम क्या हैं? और इनमें निवेश कैसे किया जाता है? म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं। इसके बदले म्युचुअल फंड निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। हम आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड
ये स्कीम निवेशकों की रकम को सीधे शेयरों में निवेश करती है। छोटी अवधि में ये स्कीम जोखिम भरी हो सकती हैं, लेकिन लंबी अवधि में इसे आपको बेहतरीन रिटर्न देने वाला माना जाता है। इस तरह की स्कीम में निवेश से आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है। जिन निवेशकों का वित्तीय लक्ष्य 10 साल बाद पूरा होना है, वे इस तरह की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
डेट म्यूचुअल फंड
ये म्यूचुअल फंड स्कीम डेट सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं. छोटी अवधि के वित्तीय लक्ष्य पूरे करने के लिए निवेशक इनमें निवेश कर सकते हैं। 5 साल से कम अवधि के लिए इनमें निवेश करना ठीक निवेश करने के तरीके है। ये म्यूचुअल फंड स्कीम शेयरों की तुलना में कम जोखिम वाली होती हैं और बैंक के फिक्स्ड डिपाजिट की तुलना में बेहतर रिटर्न देती हैं।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम
ये म्यूचुअल फंड स्कीम इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करती हैं। इन स्कीम को चुनते वक्त भी निवेशकों को अपने जोखिम उठाने की क्षमता का ध्यान रखना जरूरी है। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम को छह कैटेगरी में बांटा गया है।
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम किसी खास लक्ष्य या समाधान के हिसाब से बनी होती हैं। इनमें रिटायरमेंट स्कीम या बच्चे की शिक्षा जैसे लक्ष्य हो सकते हैं। इन स्कीम में आपको कम से कम 5 साल के लिए निवेश करना जरूरी होता है। इसमें निवेश करके आप अच्छा रिटर्न पा सकते हैं।
म्युचुअल फंड में तीन तरह से निवेश किया जा सकता है। इसमें पूरी तरह से ऑनलाइन से लेकर फार्म भरकर निवेश किया जा सकता है। म्युचुअल फंड में लगाया गया पैसा शेयर बाजार में लगाया जाता है। इसलिए कई लोगों को लगता है कि इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है, हालांकि ऐसा नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बिना DEMAT अकाउंट निवेश करने के तरीके के भी निवेश किया जा सकता है।
पहला तरीका
यह तरीका काफी आम है। इसमें किसी एजेंट के माध्यम से निवेश करना होता है। अगर एजेंट को खोजने में दिक्कत हो तो जिस कंपनी में निवेश करना चाहते हैं उस कंपनी की वेबसाइट से टोल फ्री नम्बर लेकर बात कर सकते हैं। कंपनी आपके इलाके में जो एजेंट हैं उससे संपर्क करा देगी। फिर इस एजेंट की मदद से आप निवेश कर सकते हैं।
दूसरा तरीका
ब्रोकर या किसी म्युचुअल फंड बेचने वाली वेबसाइट के माध्यम से भी निवेश किया जा सकता है। कई लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं वह अपने ब्रोकर अकाउंट के माध्यम से भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा देश में एक दर्जन से ज्यादा वेबसाइट हैं जो म्युचुअल फंड बेचती हैं। लोग इन वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के बाद म्युचुअल फंड खरीद सकते हैं। अगर जरूरत हो तो यह वेबसाइट अपने एजेंट भी निवेशक के पास मदद के लिए भेजती है।
तीसरा तरीका
डायरेक्ट प्लान में निवेश। सेबी के आदेश के बाद सभी म्युचुअल फंड कंपनियां अपनी सभी स्कीम्स में डायरेक्ट प्लान का ऑप्शन देती हैं। इनमें निवेश पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। आप म्युचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सीधे स्कीम चुनते हैं और कुछ स्टेप में निवेश की प्रक्रिया पूरी करते हैं। यहां पर पेमेंट भी ऑनलाइन करना होता है।
चौथा तरीका
अब पेटीएम मनी ऐप (PayTm Money App) की मदद से आप किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी ऐप की मदद से आप निवेश करने के साथ-साथ अपने पोर्टफलियो को भी आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई कमीशन या फीस नहीं देनी होगी।
शेयर बाजार से जुड़े रिस्क
म्युचुअल फंड अपनी इक्विटी स्कीम में जुटाए पैसों का निवेश शेयर बाजार में करते हैं। स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ निवेश करने के तरीके भी भविष्यवाणी करना कठिन होता है। इसी कारण इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश रिस्की माना जाता है। हालांकि जानकारों का कहना है कि थोड़ा-थोड़ा पैसा लम्बे समय तक लगाया जाए तो अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है।
सवाल: क्या आप किसी म्यूचुअल फंड में अपना सारा पैसा खो सकते हैं?
जवाब: बाज़ार से जुड़े होने के कारण, म्यूचुअल फंड में जोखिम बना रहता है, इसलिए निवेश की गई मूल राशि का नुकसान हो सकता है। हालांकि, म्यूचुअल फण्ड के प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि आपके सभी पैसे खोने की संभावना कम है।
सवाल: किसी म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना धन चाहिए?
जवाब: आपके द्वारा निवेश किए जाने वाले फंड के आधार पर न्यूनतम निवेश राशि भिन्न हो सकती है। हालाँकि, आप न्यूनतम 500 रु. निवेश कर सकते हैं।
सवाल: क्या मैं म्यूचुअल फंड कभी भी बेच सकता हूं?
जवाब: अधिकांश म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड होते हैं, मतलब आप उन्हें कभी भी बेच सकते हैं। आमतौर पर क्लोज एंड स्कीम की 3-4 वर्ष की लॉक-इन अवधि होती है। एक दूसरे तरीके की स्कीम है जिसमें, म्यूचुअल फन कुछ समय के लिए लॉक-इन हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद ओपन एंडेड हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, टैक्स सेविंग या ELSS की लॉक-इन अवधि 3 साल है। इस अवधि के बाद, आप ये फंड किसी भी समय बेच सकते हैं।
सवाल: क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करना टैक्स-फ्री है?
जवाब: नहीं, म्यूचुअल फंड शोर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) नियम के अधीन हैं। अलग-अलग म्यूचुअल फंड जैसें, इक्विटी और डेट पर कई तरह का टैक्स लगता है। म्यूचुअल फंड लाभांश के मामले में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) लागू हो जाता है और फंड के अनुसार स्रोत पर टैक्स कटौती की जाती है।
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