ये सुनकर विशेष ने अपने दाएं हाथ की उँगलियाँ को उलटे तरफ से अनु के गालों पर फिराते हुए बोला -' हक़ीक़त है ये मिसेस विशेष' और अब अगर आप तैयार हो कल हम डेट पर चलें और अपनी शादी की २०वीं सालगिरह पर दोबारा शादी. पर 'विशेष अंदाज में'?
कहानी- तो क्या डिसाइड किया तुमने? (भाग-9)-अंतिम भाग
'और दूसरी वजह शेयर मार्किट कोर्सेज में क्या सिखाया जाता है? क्या थी' अनु ने फिर से विशेष को देखते हुए पूछा। जिसे सुन कर विशेष के चेहरे पर एक बार फिर मुस्कराहट की जगह गंभीरता ने ले ली। उसने थोड़ा सा सिर ऊपर उठाकर अपनी आँखें बंद करके एक गहरी साँस ली जैसे कि कुछ बहुत गंभीर कहने जा रहा हो। अनु ने भी उसके हाव-भाव में अचानक ही काफी बदलाव महसूस किया। पर जवाब जानने की आतुरता में उसे शांत रहकर विशेष के बोलने की प्रतीक्षा करना ही उसे ठीक लगा।
'क्योंकि अभी हाल में ही शेयर मार्किट कोर्सेज में क्या सिखाया जाता है? मैंने, किसी ऐसे अपने को जाने कितने ही अव्यक्त एहसासों के साथ जाते हुए देखा है?' विशेष ने अनु की ओर देखते हुए कहा।
'निर्मेश भाईसाहब? वही जो आपके बचपन वाले दोस्त न जो कॉलेज में प्रोफेसर हैं और शायद वो अच्छे लेखक भी हैं न? क्या हुआ उन्हें' अनु ने भी अंदाजा लगाते अगला सवाल भी पूछ लिया।
अनु ने बहुत हैरानी से विशेष की ओर देखा 'क..क्य. क्या मतलब है आपका कि 'है नहीं, था?' आपकी तो उनसे रेगुलर बात होती रहती है न? हाँ दूर होने की वजह से मेरा उनसे या उनके परिवार से मिलना नहीं हो पाया कभी भी। पर आपने जितना भी शेयर मार्किट कोर्सेज में क्या सिखाया जाता है? बताया उसके हिसाब से तो वो आपके लिए भाई सामान ही थे।'
करिअर फंडा मोटिवेशनल स्पीकर्स 3 तरीकों से इमोशंस से खेलते हैं: छोटी समस्या को बड़ा बताते हैं, उम्मीद बेचते हैं
मैं उन खुशकिस्मत लोगों में रहा हूं जिसने स्कूली दिनों में ही दो या तीन मोटिवेशनल बुक्स पढ़ने के बाद यह महसूस कर लिया था कि सभी लोग घुमा-फिरा कर एक ही बात करते हैं: खूब मेहनत से काम करो, अपना एक भी सेकंड वेस्ट मत करो, ज्यादा मत सोया करो, सभी लोगो से अच्छा रिलेशन बना कर रखो, और सुबह जल्दी उठो!
बेसिकली बहुत सरल बातें जो अमूमन सबको पता हैं।
मेरे डैडी ने क्या सिखाया
मेरे स्वर्गीय पिताजी की एक ही सीख रही कि ‘बेटा ज्यादा दिमाग मत खपाओ, आज का काम बहुत मन लगाकर सुन्दर तरीके से करो, आज को अपनी पूर्णता में जियो, अपने कामों से जान-बूझ कर किसी का बुरा मत करो, कल अपने आप ठीक हो जाएगा’।
असुरक्षा का फायदा
देखिए, कोई भी हेल्दी व्यक्ति एक बार सुबह उठने के बाद तो कुछ ना कुछ कर ही रहा होता है ना, मतलब व्यस्त रहता है, मेहनत कर रहा होता है … हां यह सवाल जरूर होता है कि उसकी मेहनत कितनी प्रोडक्टिव होती है और किस डायरेक्शन में होती है।
कैम्ब्रिज में भारतीय छात्र ने सबको किया हैरान, ढाई हजार साल पुरानी संस्कृत की पहेली को सुलझाया
कैम्ब्रिज में भारतीय छात्र ने सबको किया हैरान, ढाई हजार साल पुरानी संस्कृत की पहेली को सुलझाया
कैंब्रिज विश्वविद्यालय (University of Cambridge) के एक भारतीय पीएच.डी. छात्र ने आखिरकार संस्कृत व्याकरण संबंधी समस्या को हल कर लिया है, जिसने 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व से विद्वानों को हैरान कर रखा है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 27 वर्षीय ऋषि अतुल राजपोपत (Rishi Atul Rajpopat) ने संस्कृत भाषा (ancient Sanskrit language) के विद्वान पाणिनि (Sanskrit language master Panini) जो लगभग ढाई हजार साल पहले रहते थे, उनके द्वारा लिखित एक पाठ को डिकोड किया.
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राजपोपत, सेंट जॉन्स कॉलेज, कैम्ब्रिज में एशियाई और मध्य पूर्वी अध्ययन संकाय में पीएचडी के छात्र हैं.
Independent के अनुसार, पाणिनि ने एक "मेटारूल" (metarule) सिखाया, जिसे परंपरागत रूप से विद्वानों द्वारा अर्थ के रूप में व्याख्या किया जाता है: "समान शक्ति के दो नियमों के बीच संघर्ष की स्थिति में, व्याकरण के क्रम में बाद में आने वाला नियम जीतता है". हालांकि, यह अक्सर व्याकरण की दृष्टि से गलत परिणाम देता है.
मेटारूल की इस पारंपरिक व्याख्या को राजपोपत ने इस तर्क के साथ खारिज कर दिया था कि पाणिनि का मतलब था कि क्रमशः एक शब्द के बाएं और दाएं पक्षों पर लागू होने वाले नियमों के बीच, पाणिनि चाहते थे कि हम दाएं पक्ष पर लागू होने वाले नियम का चयन करें. उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि पाणिनि की "भाषा मशीन" ने लगभग बिना किसी अपवाद के व्याकरणिक रूप से सही शब्दों का निर्माण किया.
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नई दिल्ली, जेएनएन। आज के युग में मार्केटिंग, बैंकिंग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है। साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर मना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है, तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा. ।
फाइनेंशियल शब्दों में स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रॉसेस को ‘स्टॉक ब्रोकिंग’ कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट के फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए अभी बहुत अच्छे करियर ऑप्शंस उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5 से 10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यू 19 से 20 हजार करोड़ के आसपास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग के फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
Mathematics day speech : आज राष्ट्रीय गणित दिवस पर दे सकते हैं यह आसान भाषण
Mathematics day speech : आज राष्ट्रीय गणित दिवस है। यह दिन गणित के जादूगर और देश के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है। भारत सरकार ने वर्ष 2012 में रामानुजन की जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया था। इसके बाद से हर वर्ष 22 दिसंबर का दिन राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाया जाता आ रहा है। राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर देश भर के विभिन्न राज्यों में स्थित विद्यालयों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में गणित सीखने सिखाने व उसे प्रोत्साहित करने से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इनमें कई तरह के क्विज, पोस्टर व भाषण प्रतियोगिताएं भी होती हैं। मैथ्स लर्निंग प्रोग्राम, वर्कशॉप व कैंप लगते हैं। अगर आप भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं तो यहां से आप आसान भाषण का उदाहरण देख सकते हैं।
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