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RBI Governor ने दी ये चेतावनी, क्या छूमंतर हो जाएगी शेयर बाजार की चमक?
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को दिसंबर की मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी. इसी के साथ आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर चेतावनी भी दी है. शेयर बाजार में इस ऐलान का स्वागत नहीं हुआ, और बाजार गिरकर बंद हुए. तो क्या RBI की इस चेतावनी से सच में छूमंतर हो जाएगी बाजार की चमक?
देश में महंगाई अभी भी उच्च स्तर पर बनी हुई है. भारतीय रिजर्व बैंक की बुधवार को आई मौद्रिक नीति समीक्षा (RBI Monetary Policy) में भी इस बात को लेकर चिंता साफ दिखती है. तभी तो रेपो रेट (Repo Rate) में 0.35 प्रतिशत की वृद्धि की गई है और अब ये 6.25 प्रतिशत पर पहुंच गई है. इसी के साथ आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) का महंगाई को लेकर दिया ‘अर्जुन की नजर’ (Arjun’s Eye) वाला बयान चेताने वाला है. शेयर बाजार का रिस्पांस इस पर निगेटिव रहा है, ऐसे में क्या ये चेतावनी सच में शेयर बाजार की चमक पर ग्रहण लगा देगा? जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय…
क्या बोले गवर्नर शक्तिकांत दास ?
मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद एक प्रेस वार्ता में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि महंगाई का खराब दौर पीछे छूट चुका है, लेकिन अभी इस मोर्चे पर ढिलाई बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम महंगाई के बदलते समीकरणों पर ‘अर्जुन’ की तरह नजर बनाए रखेंगे, और जरूरत के हिसाब से एक्शन लेने के लिए तैयार हैं.’ वहीं अगर हम ग्रोथ के संदर्भ में देखें तो दुनिया में अभी निराशावादी माहौल है और भारत उम्मीद की किरण के रूप मे दिखाई दे रहा है. दुनिया के कई देशों में मंदी की भी आशंका है.
कितनी रहेगी महंगाई और ग्रोथ ?
रिजर्व बैंक ने महंगाई को ध्यान में रखते हुए जहां रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की है. तो वहीं मई 2022 से दिसंबर तक रेपो दर में कुल 2.25 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है. आरबीआई ने विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में रियल जीडीपी ग्रोथ रेट (Economic Growth Rate) 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया. वहीं ये अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.4 प्रतिशत और जनवरी-मार्च तिमाही में 4.2 प्रतिशत रहने की संभावना है.
इतना ही नहीं आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 7.1 प्रतिशत और जुलाई-सितंबर में 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है.
महंगाई को लेकर आरबीआई ने कहा है कि ये जनवरी-मार्च तिमाही में 6 प्रतिशत से नीचे आएगी. पर वित्त वर्ष 2022-23 में ये 6.7% रहने का अनुमान है. जबकि अगले 12 महीनों में इसके 4 प्रतिशत से ऊपर रहने का ही अनुमान क्या है मार्केट सेंटीमेंट? है.
शेयर बाजारों की कैसी रही प्रतिक्रिया ?
आरबीआई की मौद्रिक नीति का शेयर बाजारों ने स्वागत नहीं किया. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex Close) 215.68 अंक यानी 0.34 प्रतिशत गिरकर 62,410.68 अंक पर बंद हुआ. वहीं एनएसई निफ्टी (NSE Nifty Close) भी 82.25 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,560.50 अंक पर बंद हुआ.
खो जाएगी शेयर बाजार की चमक ?
महंगाई को लेकर आरबीआई की चेतावनी का शेयरा बाजार पर क्या असर होगा, क्या बाजार की तेजी गायब (Stock Market Bull Run) हो जाएगा. इसे लेकर जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि इकोनॉमी पर वैश्विक चुनौतियों को देखते हुए आरबीआई ने अधिक यथार्थवादी रुख अपनाया है. उसने इकोनॉमिक ग्रोथ रेट को 7 प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है. बैंक का पूरा ध्यान अभी महंगाई नियंत्रित करने पर ही है. इससे आगे भी ब्याज दर बढ़ने की स्थिति बनेगी.
वहीं ईटी ने शेयरखान के कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी हेड गौरव दुआ के हवाले से कहा है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति काफी संतुलित है. इसलिए शेयर बाजार पर हम इसका खास असर नहीं देखते हैं. बल्कि शुरुआती रूझानों में तो बॉन्ड यील्ड थोड़ा मजबूत हुआ.
वहीं राइट होरिजंस के फाउंडर और फंउ मैनेजर अनिल रेगा ने कहा कि आरबीआई ने बाजार की उम्मीद के मुताबिक ही रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की है. हालांकि इससे आम लोगों के साथ-साथ बिजनेसेस के लिए भी कर्ज जुटाना महंगा होगा. ऐसे में ये शेयर बाजार पर असर डाल सकता है.
राइट रिसर्च की फाउंडर सोनम श्रीवास्तव कहती हैं कि आरबीआई ने अपनी मोनेटरी पॉलिसी के दौरान वैश्विक नरमी का ध्यान रखा है. ऐसे में बाजार में उतार और चढ़ाव दोनों ही देखे गए.
यहां दी गई राय एक्सपर्ट का निजी विचार है. टीवी9 समूह का इससे कोई लेना-देना नहीं है. हमारी सलाह है कि शेयर बाजारों में निवेश आप अपने विवेक से करें और किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.
Zee में 5.51% हिस्सेदारी बेचेगी इंवेस्को, ₹263 प्रति शेयर के हिसाब से होगी 5293 मिलियन शेयरों की बिक्री
इंवेस्को डेवलपिंग मार्केट्स फंड ( Invesco Developing Markets Fund) ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) में एक ब्लॉक ट्रेड में 5.51% हिस्सेदारी बेचेगा।
इंवेस्को डेवलपिंग मार्केट्स फंड ( Invesco Developing Markets Fund) ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) में एक ब्लॉक ट्रेड में 5.51% हिस्सेदारी बेचेगा। सौदे की शर्तों के अनुसार, इस डील से 169.5 मिलियन डॉलर जुटाई जाएगी। बता दें की क्या है मार्केट सेंटीमेंट? इंवेस्को ज़ी का सबसे बड़ा निवेशक है लेकिन अब ज़ी का सोनी में मर्जर होने जा रहा है। हाल ही में ज़ी एंटरटेनेनमेंट एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कुल मतदान का 99.99 प्रतिशत वोट प्रस्ताव मर्जर के पक्ष में मिला।
आधी से अधिक हिस्सेदारी बेचेगी इंवेस्को
ब्लॉक ट्रेड में इंवेस्को आधी से अधिक हिस्सेदारी ज़ी एंटरटेनमेंट से बेचेगी। बता दें कि ज़ी में 30 जून तक इंवेस्को की 10.14% हिस्सेदारी थी। ब्लॉक ट्रेड के जरिए 52,93 मिलियन शेयरों की बिक्री होगी। शेयरों की बिक्री 250 रुपये से 263.7 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की कीमत में की जाएगी। बता दें कि सोमवार को ज़ी एंटरटेनमेंट का शेयर 265.40 रुपये पर बंद हुआ है। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड ब्लॉक ट्रेड के लिए एकमात्र ब्रोकर के रूप में कार्य कर रहा है।
क्या है मामला?
इस साल अप्रैल में इंवेस्को ने 2092 करोड़ रुपये में ZEEL में 7.73% हिस्सेदारी बेची थी। इंवेस्को का यह फैसला एजीएम में अपनी मांग को वापस लेने के बाद आई थी। दरअसल, इंवेस्को सितंबर 2021 से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। इंवेस्को के विरोध के बाद ही ज़ी के सीईओ पुनीत गोयनका और बोर्ड में फेरबदल भी किया गया।
आपको बता दें कि सितंबर 2021 में जी एंटरटेनमेंट के बोर्ड ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया में जी एंटरटेनमेंट के विलय को मंजूरी दी थी। उस समय यह तय किया गया था कि सोनी पिक्चर्स, विलय के बाद बनी एंटिटी में 157.5 अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी और पुनीत गोयनका (Punit Goenka) इस एंटिटी के एमडी और सीईओ बने रहेंगे। एंटिटी में जी एंटरटेनमेंट के शेयरधारकों की 47.07 प्रतिशत और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स की 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी।
Share Market: SBI के शेयर में आया तगड़ा उछाल, ब्रोकरेज ने क्या है मार्केट सेंटीमेंट? भी बढ़ाए रेट; जानें आपको क्या होगा फायदा
SBI Share Price: देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में काफी अच्छी उछाल देखने को मिला है।
SBI Share Price: देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में काफी अच्छी उछाल देखने को मिला है। बता दें कि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI Share Price) का स्टॉक तेजी से बढ़ रहा है और निवेशक मौजूदा रेटों से प्रति शेयर 190 रुपये तक कमा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक ब्रोकरेज ने 673 रुपये के टारगेट के लिए 594 रुपये की कीमत पर स्टॉक की डिमांड की है, और अब इसे बढ़ाकर 805 रुपये प्रति शेयर कर दिया है, जिसमें 30 प्रतिशत से अधिक की (SBI Share Price) वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है।
वहीं इसपर मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में अभी और उछाल देखने को मिल सकता है। यानी बैंक के शेयर लगभग 700 रुपये के पार पहुंच सकते हैं।
ब्रोकरेज हाउसेज का बड़ा टारगेट
ब्रोकरेज हाउस एक तरह से आपके शेयर की गारंटी है, मतलब ये किसी भी कंपनी के बारे में स्टडी करने के बाद ही शेयर को लेकर अपनी राय देती हैं। इसमें अगर स्टडी के दौरान किसी तरह का जोखिम (SBI Share Price) होता है तो वह ये खुद कवर करती है। वहीं, ब्रोकरेज हाउस की पसंद बनने से शेयर को लेकर सेंटीमेंट भी थोड़े बेहतर होते हैं, जिससे स्टॉक में ग्रोथ की उम्मीद बढ़ जाती है। वहीं शेयर के बढ़ते ग्रोथ को देखते हुए ब्रोकरेज हाउस ने बैंक के शेयरों के लिए 715 रुपये का नया टारगेट प्राइस दिया है।
बैंक ने शनिवार को ही अब तक के सबसे अधिक तिमाही मुनाफे की सूचना दी है। इसके अलावा साल-दर-साल (YoY) पर 74 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) पर 119 प्रतिशत बढ़कर देखी गई है। रिपोर्टिंग तिमाही के लिए नेट इंटेरस्ट मार्जिन (एनआईआई) सालाना के आधार पर 13 फीसदी से बढ़कर 35,183 करोड़ रुपये हो गया हैं।
Share Market Today 30 March 2020: शेयर बाजार में भारी गिरावट, जानिए BSE NSE का हाल
Share Market Today 30 March 2020: शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सुबह 9.28 बजे सेंसेक्स 847 अंक गिरकर 28,967 पर रहा। वहीं निफ्टी 273 अंक लुढ़ककर 8389 पर रहा। इससे पहले कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन यानी बीते शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार बढ़त पर खुले थे। भारतीय रिजर्व बैंक की समयपूर्व क्रेडिट पॉलिसी ने तेजी को हवा भी दी थी, लेकिन इस बीच मूडीज इंवेस्टर्स सर्विसेज की रिपोर्ट ने बाजार का सेंटीमेंट खराब कर दिया। सेंसेक्स हल्की गिरावट पर बंद हुआ था।
आरबीआई ने बैंकों के पास फंड की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। रिजर्व बैंक ने ब्याज दर में 75 बेसिस अंक की कटौती की है और लोन पर ईएमआई पेमेंट के लिए भी तीन महीने की मोहलत दी है। बावजूद इसके अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बनी हुई है। यही कारण रहा कि 131.18 अंक (0.44 फीसदी) गिरावट के साथ 29,815.59 के स्तर पर बंद हुआ। लेकिन, निफ्टी 18.80 अंकों की बढ़त लेकर 8,660 पर रहा। बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में हल्की गिरावट आई, लेकिन स्मॉलकैप इंडेक्स बढ़त पर बंद हुआ।
ब्ल्यूचिप शेयरों में कोल इंडिया का शेयर 6.5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ। एक्सिस बैंक, सिप्ला, एनटीपीसी, आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईसीआईसीआई बैंक और नेस्ले इंडिया के शेयर में जोरदार तेजी दर्ज की गई। दूसरी तरफ, बजाज फाइनेंस और हीरो मोटोकॉर्प के शेयरों में 8-8 प्रतिशत गिरावट आई। इंडसइंड बैंक, गेल (इंडिया), मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, हिंडाल्को, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, वेंदाता और टाटा स्टील के शेयर भी गिरकर बंद हुए।
Trading Tips: बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला? जानें अनिल सिंघवी से टिप्स
Zee Business हिंदी 24-11-2022 ज़ीबिज़ वेब टीम
Index Trading Tips: इंडेक्स पर ट्रेडिंग के लिए ट्रेडर्स को सही फॉर्मूला पता होना बहुत जरूरी है. इंडेक्स ट्रेडिंग स्टॉक ट्रेडिंग के मुकाबले कम बड़ा उतार-चढ़ाव देखता है, लेकिन यहां अमाउंट बड़ा होता है, जिसके चलते ट्रेडर्स को अपनी स्ट्रेटेजी सोच-समझकर बनानी चाहिए. अब अगर निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index Trading) की बात करें तो एंट्री करने के लिए आपको सही लेवल पता होने चाहिए. इंडेक्स में ट्रेड करने वालों के लिए यह समझना जरूरी है कि पहले सपोर्ट लेवल और इंम्पॉर्टेंट लेवल में क्या अंतर है और इन लेवल पर कब खरीददारी करनी चाहिए. इस पर ही Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी आपको टिप्स दे रहे हैं.
1. प्राइस सेक्शन के हिसाब से पहला फॉर्मूला
जब आप करेक्शन के बाद ऊपर जाते हैं और आपको क्लोजिंग डे हाई पर मिलती है, तो इसका बड़ा फायदा होता है कि अगले दिन आपको ऊपर गैप मिलता है. तो आपको पता होता है कि आपका सपोर्ट लेवल क्या है. बाजार अगर डे लो पर बंद होता है तो आपको बॉटम लेवल भी पता होता है. आपको गैप से खुलने पर पहले सपोर्ट पर ही खरीदारी करनी चाहिए. आप कल की रिकवरी और आज का गैपअप देखकर पहले सपोर्ट लेवल पर खरीद सकते हैं.
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नीचे की रिस्क और सेंटिमेंट के दम पर बाजार में कैसे करें ट्रेड?
बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला?#Index में ट्रेड करने वाले जरूर देखें @AnilSinghvi_ का ये वीडियो.
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2. सेंटीमेंट पर आधारित फॉर्मूला
दूसरा फॉर्मूला सेंटीमेंट को लेकर चल सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इतना मजबूत नहीं है कि जहां खुले वहां से ले लिया. अगर आपको पता है कि चार-पांच सेशन से खुलने पर हमेशा नीचे जा रहे हैं, तो सेंटीमेंट कमजोर रहेगा. लेकिन रिकवरी आने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है तो सेंटीमेंट मजबूत होगा. यहां आप पहले सपोर्ट लेवल पर ले सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इंप्रूव नहीं है तो आपको इंपॉर्टेंट लेवल पर खरीदारी करनी चाहिए. पहला सपोर्ट लेवल जल्दी आता है, वहीं, इंपॉर्टेंट लेवल थोड़ा नीचे आता है. यह मजबूत डेटा पर आधारित होता है.
ये ध्यान रखें कि अगर आप ट्रेडिंग में सही एंट्री पॉइंट चुनते हैं तो आपका 80% काम तो ऐसे ही हो जाता है. अगर सही एंट्री पॉइंट नहीं रहा, तो आप बाकी फैक्टर्स में भले ही अच्छा कर रहे हों, लेकिन पैसा नहीं बनेगा.
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