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डायवर्सिफाइड, हाईब्रिड इन्वेस्टमेंट के साथ अपनी बेटी का भविष्य करें सुरक्षित

एक दंपति अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रति माह 15,000 रुपये तक का निवेश करना चाहता है. वे उन्हें सोना भी उपहार में देना चाहते हैं. अब किस तरह का निवेश चुनें? विशेषज्ञ विविध और हाइब्रिड निवेशों की एक विस्तृत श्रृंखला का सुझाव देते हैं जो उन्हें अपनी बेटी के वित्तीय भविष्य के बारे में निश्चिंत कर देगा.

हैदराबाद: हाल ही में एक कपल के घर बेटी हुई है. वे अपनी बेटी की भविष्य की वित्तीय जरूरतों को सुरक्षित करना चाहते हैं. हर महीने 15,000 रुपये तक निवेश करने को तैयार हैं. सभी लोगों की तरह वे भी उन्हें सोना उपहार में देना चाहते हैं. अब किस तरह का निवेश चुनें? विशेषज्ञों का कहना है कि उन्हें इस बात का विश्लेषण करना चाहिए कि अगले कुछ वर्षों में उनकी बेटी की वित्तीय जरूरतें क्या होंगी. इसके अनुसार वे निवेश की योजना बना सकते हैं.

वे अपने नाम पर वार्षिक आय का कम से कम 12 गुना जीवन बीमा पॉलिसी ले सकते हैं. इसके लिए टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी चुनी जा सकती है जो कम प्रीमियम पर अधिक सुरक्षा प्रदान करती है. अगर वे लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो पूरी तरह से सुरक्षित पीपीएफ खाते में हर महीने 4,000 रुपये जमा कर सकते हैं. एसआईपी (क्या आपको निवेश करना चाहिए व्यवस्थित निवेश योजना) के माध्यम से हाइब्रिड इक्विटी फंड और बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में 6,000 रुपये से अधिक का निवेश किया जा सकता है. यह थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है लेकिन लंबे समय में अच्छा रिटर्न देता है.

डायवर्सिफाइड इक्विटी म्यूचुअल फंड में हर किसी को 15,000 रुपये में से 8,000 रुपये निकालने की सलाह दी जाती है. गोल्ड म्युचुअल फंड में 2,000 रुपये डायवर्ट करें. शेष 5,000 रुपये सुकन्या समृद्धि योजना में जमा करें. अगर आप 20 साल तक हर महीने इस तरह निवेश करते हैं तो आप 11 फीसदी के औसत रिटर्न के साथ 1,15,56,500 रुपये जमा कर सकते हैं.

अगर आपने चार साल पहले यूनिट आधारित पॉलिसी ली थी तो संदेह पैदा होता है कि क्या आप इसे अभी रद्द कर सकते हैं .उनका कहना है कि आपके द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम की तुलना में यह कम होने की संभावना है. आपको अब क्या करना चाहिए? इकाई आधारित नीतियों को कम से कम पांच वर्षों तक जारी रखा जाना चाहिए. तभी उन्हें रद्द करने का मौका मिलेगा. अब अगर आप प्रीमियम देना बंद भी कर देते हैं तो भी आप पॉलिसी के पांच साल के भीतर पूरी रकम निकाल सकते हैं.

पोजेशन आधारित शुल्क यूनिट- नीतियों के लिए भी लागू होता है. सबसे पहले, आप बीमा कंपनी के सेवा केंद्र या शाखा से संपर्क करें. पता करें कि आपके फंड का मूल्य कितना है. क्या कुछ राशि आंशिक रूप से निकाली जा सकती है? क्या पॉलिसी को वापस लिया जा सकता है? विवरण पता चल जाएगा.

एक व्यक्ति 69 वर्ष का है. वह अब स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लेना चाहता है. उनका कहना है क्या आपको निवेश करना चाहिए कि बैंक भी यह पॉलिसी देते हैं. क्या यह सच है? कुछ बैंक समूह स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी प्रदान करते हैं. पहले से पता कर लें कि जिस बैंक में आपका खाता है, वहां ऐसी सुविधा है या नहीं. इन नीतियों में कमरे का किराया सीमा, सह-भुगतान आदि शामिल हैं, हालांकि प्रीमियम कम है. शर्तों को पहले जानें. कोई नियमित बीमा पॉलिसी लेने के अलावा इस पॉलिसी का विकल्प चुन सकता है.

एक छोटा व्यापारी प्रति माह 10,000 रुपये तक का कुछ भी निवेश करना चाहता है. वह 37 साल के हैं. थोड़ा सुरक्षित होने के लिए उसे कौन सी योजनाएँ चुननी चाहिए? सबसे पहले, एक इमरजेंसी फंड तैयार करें जिसमें कम से कम छह महीने का खर्च शामिल हो. इन्हें बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या लिक्विड फंड में जमा करें. अपने नाम पर टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी लें और पूरे परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लें. इसके बाद निवेश करना शुरू करें.

Ruchi Soya FPO: रुचि सोया ने FPO के लिए प्राइस बैंड तय किया, क्या आपको निवेश करना चाहिए?

Ruchi Soya FPO

Ruchi Soya FPO: बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद की मालिकाना हक वाली कंपनी रुचि सोया (Ruchi Soya) ने फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के लिए प्राइस बैंड का ऐलान कर दिया है. कंपनी का 4,300 करोड़ रुपये का FPO 24 मार्च को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और सब्सक्राइब करने की आखिरी तारीख 28 मार्च होगी. रुचि सोया इंडस्ट्रीज ने FPO के लिए 615 से 650 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. स्टॉक फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि इस एफपीओ के लिए मिनिमम लॉट साइज 21 शेयरों का है यानी आपको कम-से-कम 21 शेयरों के लिए अप्लाई करना होगा.

बाबा रामदेव ने इस मौके पर कहा कि निवेशकों के लिए खुशी की बात ये है कि एफपीओ के लिए तय किया गया प्राइस बैंड गुरुवार को बाजार बंद होने के समय कंपनी के शेयर के भाव से करीब 35 फीसदी कम है. उन्होंने कहा कि एफपीओ से आने वाले पैसे से सबसे पहले हम कंपनी को कर्जमुक्त करेंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनी को ग्लोबल बैंड बनाने के लिए हम उड़ान भर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 22 मैन्युफैक्चरिंग युनिट और लाखों किसानों के साथ जुड़ी रुचि सोया देश के प्रति समर्पित है. ट्रांसपरेंसी के साथ प्रगति के एक नयी भूमिका निभानी है.

उन्होंने कहा कि योग धर्म के साथ उद्योग धर्म भी साथ लाए हैं. पतंजलि बिस्किट और एक विजन के तहत लक्ष्य रखा है कि पतंजलि का एक पोर्टफोलियो तैयार हो और फूड और नॉन फूड को अलग-अलग लाए. खाद्य के तौर पर हम आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम काम कर रहे हैं. खाद्य तेलों में जो प्रधानमंत्री ने नया इनिसिएटिव लिया उसका अभिनंदन है. भारतीय MNC के तौर पर हम आगे बढ़े हैं.

बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद ने वर्ष 2019 में रूचि सोया का अधिग्रहण किया था. बाजार नियामक सेबी के नियमों के मुताबिक किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के 25 प्रतिशत शेयर सार्वजनिक होने चाहिये और इसी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिये गत साल अगस्त में रूचि सोया ने सेबी ने आईपीओ लॉंच करने की मंजूरी हासिल की थी. इसी के बाद अब अतिरिक्त पूंजी जुटाने के लिये कंपनी एफपीओ लॉन्च कर रही है. एफपीओ ने जुटायी गयी पूंजी का इस्तेमाल बकाया ऋणों के भुगतान, पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा. रुचि सोया पाम ऑयल बेचती है और साथ ही न्यूट्रिला ब्रांड के नाम से सोया उत्पादों को बेचती है.

Investment Tips : नए साल से निवेश में आजमाना है हाथ! ये फॉर्मूले देंगे साथ

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सबसे पहले हम बात करते हैं इमरजेंसी फंड की. कोरोना महामारी ने हमें यह सब अच्‍छी तरह से दे दिया है कि मुसीबत के समय हाथ में पैसे होना कितना जरूरी है. ऐसे में आपको आपात फंड जरूर बनाना क्या आपको निवेश करना चाहिए चाहिए. एक आदर्श आपात फंड आपके 6 महीने के खर्चे के बराबर धनराशि होनी चाहिए. इसे आप बचत खाते या लिक्विड म्‍यूचुअल फंड में रख सकते हैं.
दूसरा मंत्र है निवेश की जल्‍द शुरुआत, जो आपको कम पैसों में भी बड़ा फंड बनाने का मौका देता है. दरअसल, जब आप सिप या म्‍यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है. यानी अगर आप जनवरी, 2023 में इसकी शुरुआत करते हैं तो जितना लंबा समय आप अपने निवेश के साथ बिताएंगे, उतना ही मोटा फंड बनेगा.
आपने सिप के जरिये निवेश की शुरुआत कर दी है तो हर साल स्‍टेप अप करना मत भूलिए. इसका मतलब है कि इस साल आपने जितने पैसों का निवेश किया है, अगले साल उससे कम से कम 10 फीसदी ज्‍यादा रकम का निवेश कीजिए. यह आपकी सैलरी में होने वाली वृद्धि या अतिरिक्‍त कमाई पर निर्भर करता है.
निवेश करना तो ठीक बात है, लेकिन इसकी रणनीति आपके टैक्‍स बचत के इर्द-गिर्द हो तो ज्‍यादा बेहतर रहेगा. हमें सबसे पहले आयकर की धारा 80सी के तहत मिलने वाली 1.5 लाख रुपये की टैक्‍स छूट का लाभ उठाना चाहिए. सिर्फ इस निवेश से ही हाई ब्रेकेट वाले टैक्‍सपेयर्स को 45 हजार रुपये की बचत हो जाएगी.

© "News18 Hindi" अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करना बेहतर होगा. अपना पूरा पैसा एक ही म्‍यूचुअल फंड में रखने के बजाए अलग-अलग विकल्‍पों में लगाएं. जरूरी है कि आपके पोर्टफोलियो में इक्विटी, डेट के साथ पीपीएफ, एफडी जैसे विकल्‍पों को भी रखा जाए.

एक निवेशक के लिए अपने इमोशन पर काबू रखना सबसे जरूरी फैक्‍टर होता है. यहां इमोशन का मतलब लालच और डर से है. अगर आप बाजार में निवेश करते समय लालच के फेर में आएंगे तो नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसी तरह, डर के मारे अगर आपने जल्‍दबाजी में शेयर बेच दिए तो भी आपको नुकसान हो सकता है.

© "News18 Hindi" आप नए निवेशक हों या पुराने सभी एक्‍सपर्ट क्रिप्‍टो से दूरी बनाने की सलाह देते हैं. यह काफी वोलाटाइल होता है, जिसमें पैसा डूबने का खतरा रहता है. इसी तरह रियल एस्‍टेट में पैसे लगाने पर आपके निवेश की फ्लेक्सिबिलिटी खत्‍म हो जाएगी. रियल एस्‍टेट में निवेश करने पर आप बहुत जल्‍द कर्ज में फंस सकते हैं.

60 साल के बाद हर महीने 5 हजार रुपये पेंशन के लिए निवेश करें केवल 210 रुपये

Atal Pension Scheme

साल 2022 खत्म होनेवाला है और अब नए साल 2023 में प्रवेश करने वाले हैं. ऐसे में नए साल के साथ ही आप अपने भविष्य के लिए एक काम कर सकते हैं. जिससे आपका बुढ़ापे में आपको दिक्कत नहीं होगी. बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा बेहद जरूरी होती है. क्योंकि जब आप रिटायर होंगे तो आपको किसी पर आश्रित रहने की जरूरत नहीं है. ऐसे में अगर आप अभी से इसकी प्लानिंग कर लेंगे तो आजीवन दिक्कत नहीं होगी. इसके लिए हम एक सरकारी और सुरक्षित योजना के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसका नाम है अटल पेंशन योजना (Atal Pension Scheme) इसमें आप छोटी सी राशि निवेश करते हैं तो 60 साल के बाद आपको 5000 हजार रुपये पेंशन मिल सकता है.

अटल पेंशन योजना सरकार द्वारा चलाई जाती है. इसमें आप निवेश कर 1 हजार से 5 हजार रुपये तक पेंशन पा सकते हैं.हाल ही में सरकार ने इसके नियमों में बदलाव करते हुए कुछ नए चीज जोड़े हैं. इसके तहत अब इस स्कीम का फायदा टैक्सपेयर्स को नहीं मिलेगा. 1 अक्टूबर 2022 से ये लागू हो चुका है. वहीं, अटल पेंशन योजना में निवेश से इनकम टैक्स छूट की क्या आपको निवेश करना चाहिए सुविधा भी मिलती है.

अटल पेंशन योजना में कौन कर सकता है निवेश

Who is eligible for Atal pension scheme: इस योजना में आप जितनी कम उम्र से निवेश शुरू करेंगे आपको उतना ही अधिक फायदा मिलेगा. हालांकि, इस योजना में 18 से 40 साल तक के लोग निवेश कर सकते हैं. हालांकि, इसमें केवल भारतीय नागरिक ही निवेश कर सकते हैं जों टैक्स पेयर न हो. इसमें जो निवेश किया जाता है उस राशि को आप कभी भी बदल सकते हैं यानी आप इसमें निवेश के दौरान राशि को ज्यादा या कम कर सकते हैं.

5000 पेंशन चाहिए तो कितना करना होगा निवेश

अगर आपकी उम्र 18 साल है तो आप इस योजना को शुरू कर सकते हैं. अगर आपको 60 साल की उम्र के बाद 5000 रुपये पेंशन चाहिए तो आप हर महीने इसमें 210 रुपये की राशि निवेश करें. अगर आपको 1000 रुपये का पेंशन चाहिए तो 42 रुपये हर महीने निवेश करें. इसके अलावा आप 2000 चाहते हैं तो आप 84 रुपये निवेश करें और 3000 रुपये के लिए 126 रुपये जबकि 4000 रुपये के लिए आपको 168 रुपये का निवेश प्रत्येक महीने करना होगा.

आपको बता दें, इस स्कीम के जरिए पेंशन पाना आसान है और ये सुरक्षित भी है. ये सरकार की ओर से योजना चलायी जाती है जिससे की बुढ़ापे में लोगों को आर्थिक दिक्कत न हो.

निवेश के टिप्स: नए साल में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं! इस फॉर्मूले को ध्यान में रखें

Investment Tips: Want To Start Investing In The New Year! keep this formula in mind

जैसा कि वर्ष 2022 केवल दिन दूर है, बहुत से लोग नए साल यानी 2023 क्या आपको निवेश करना चाहिए में कुछ नया करने की सोच रहे होंगे। इस प्रकार, एक निवेशक के लिए अपनी रणनीति और लक्ष्य निर्धारित करने के लिए नया साल महत्वपूर्ण है। अगर आप भी नए साल में निवेश करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे हैं कुछ खास फॉर्मूले, जो आपको एक सफल निवेशक बनने में मदद कर सकते हैं।

कोरोना महामारी ने लोगों को समझा दिया है कि किसी भी समय हाथ में पैसा होना बहुत जरूरी है, खासकर मुसीबत के समय। इसके लिए हम सबसे पहले इमरजेंसी फंड की बात करेंगे। जरूरत के हिसाब से इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए। अर्धश इमरजेंसी फंड छह महीने की सैलरी के बराबर होता है। इस रकम को आप सेविंग अकाउंट या लिक्विड म्यूचुअल फंड में रख सकते हैं

एक और मंत्र कम उम्र में निवेश शुरू करना है, ताकि छोटी राशि को भी बड़े फंड में क्या आपको निवेश करना चाहिए बदला जा सके। ध्यान देने वाली बात यह है कि जब कोई एसआईपी या म्यूचुअल फंड में निवेश करता है तो उसे कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है। यानी अगर आप जनवरी 2023 में निवेश करना शुरू करते हैं, तो आप जितना लंबा निवेश करेंगे, फंड की रकम उतनी ही ज्यादा होगी।

अगर आपने एसआईपी के जरिए निवेश शुरू किया है तो हर साल निवेश बढ़ाना न भूलें। इसका मतलब है कि आपने इस साल जितना निवेश किया है, उससे अगले साल आपको 10 फीसदी ज्यादा निवेश करना चाहिए। यह आपके वेतन वृद्धि या अतिरिक्त आय पर निर्भर करता है।

निवेश करना सही है लेकिन टैक्स बचाने की भी रणनीति होनी चाहिए। सबसे पहले आयकर विभाग की धारा 80-सी के तहत मिलने वाली 1.5 छूट का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहिए। सिर्फ इस तरह के निवेश से ज्यादा टैक्स पेयर स्लैब में आने वाले व्यक्ति के लिए 45 हजार रुपए तक की बचत हो सकती है।

केवल पैसा बनाने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, एक निवेशक को अपनी सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको बीमा लेने की जरूरत है। टर्म इंश्योरेंस लेने से न केवल आपके परिवार की आर्थिक रूप से रक्षा होगी, बल्कि किसी अनहोनी की स्थिति में उन पर बोझ भी नहीं पड़ेगा।

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