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Share Market Today: क्या हरे निशान में खुलेगा शेयर मार्केट,किन शेयर पर रखें नजर?
Stocks To Watch: टाटा स्टील, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बिरला कॉर्पोरेशन, हैवल्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, यूपीएल.
गुरू नानक जयंती के दिन भारतीय शेयर बाजार बंद रहा. 7 नवंबर को एनएसई निफ्टी 50 (Nifty 50) इंडेक्स 85 अंक चढ़कर 18,202 पर बंद हुआ जबकि बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) 234 अंक ऊपर चढ़कर 61,185 के स्तर पर बंद हुआ. बैंक निफ्टी 428 अंक की बढ़त के साथ 41,686 अंक पर बंद हुआ.
एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज के नागराज शेट्टी मिंट से कहते हैं कि, "अगले 1-2 हफ्तों में का रेजिस्टेंस लेवल 18,350 और 18600 तक हो सकता है वहीं निफ्टी का सपोर्ट 18,100 के लेवल पर हो सकता है."
कैसा है विदेशी बाजारों का हाल?
अमेरिकी बाजारों में तेजी देखने को मिली है-
S&P 500 0.56% फीसदी चढ़ा
NASDAQ 0.49% फीसदी चढ़कर बंद हुआ
यूरोपीय शेयर बाजार भी गुलजार रहे और हरे निशान में हैं-
जर्मनी का स्टॉक एक्सचेंज DAX 1.15% चढ़ा
फ्रांस का शेयर बाजार CAC 0.39% सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों चढ़ा
लंदन का स्टॉक एक्सचेंज FTSE 0.084% चढ़ा
एशियाई बाजार भी कर रहे अच्छा प्रदर्शन-
सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज सुबह 8 बजे 0.28 फीसदी ऊपर है
जापान के निक्केई में 0.28 फीसदी की गिरावट
ताइवान का शेयर बाजार में 1.74 फीसदी की तेजी
साउथ कोरिया के कॉस्पी में 0.87 फीसदी की बढ़ोतरी
एनएसई की वेबसाइट के अनुसार, 7 नवंबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 1,948.5 सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 844.20 करोड़ रुपये के शेयर्स बेच दिए.
खबरों में हैं ये स्टॉक्स
आज शेयर बाजार में इन स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं जो खबरों में बने हुए हैं-
टाटा स्टील, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बिरला कॉर्पोरेशन, हैवल्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, यूपीएल जैसे शेयरों पर नजर रख सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यहां दिए गए सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट टिप्स या सलाह एक्सपर्ट्स और एनालिस्टस के खुद के हैं. और इसका क्विंट हिंदी से कोई लेना-देना नहीं है. कृपया कर किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट डिसिजन लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य ले.
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शेयर समीक्षाः लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद हुआ बाजार
नई दिल्ली। शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह (business week) के दौरान लगातार उतार-चढ़ाव का सामना (face ups and downs) करने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) लगातार दूसरे हफ्ते मजबूती (second week strong) के साथ बंद होने में सफल रहा। इस कारोबारी सप्ताह में शुरुआती 3 दिन दबाव वाले रहे। इन तीनों दिन मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत करने के बावजूद शेयर बाजार ने गिरावट के साथ कारोबार का अंत किया, लेकिन सप्ताह के आखिरी 2 दिनों में बाजार में जबरदस्त तेजी का रुख रहा। इसकी वजह से शुरुआती 3 दिनों के दौरान हुए नुकसान की पूरी भरपाई तो हो ही गई, बाजार ने साप्ताहिक कारोबार में बढ़त की स्थिति भी बना ली।
यह भी पढ़ें | मार्केट में धूम मचाने आ गई Tesla की दो नई इलेक्ट्रिक कार, जानें कीमत व फीचर्स के बारे में सबकुछ
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन की एक्सपायरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली में कमी आने के साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के बैठक से छन कर निकली बातों के बाजार के अनुकूल रहने की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में सपोर्ट की स्थिति बनी है। भारतीय शेयर बाजार भी इन्हीं वजहों से लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहा है। शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान बीएसई का सेंसेक्स साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 558.27 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 54884.66 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 86.30 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की मजबूती के साथ 16,352.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
23 से 27 मई तक के इस कारोबारी सप्ताह में बीएसई का लार्ज कैप इंडेक्स सपाट चाल के साथ बंद हुआ। सप्ताह के इन 5 दिनों के कारोबार में डिवीज लैबोरेट्रीज, टाटा स्टील, ओएनजीसी, पिरामल एंटरप्राइजेज और एनएमडीसी के शेयरों में 10 से 18 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, वन-97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), इंटरग्लोब एवियशन और जोमैटो जैसे लार्ज कैप इंडेक्स के शेयर खरीदारी के सपोर्ट से टॉप गेनर्स की सूची में शामिल हुए।
इसी तरह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मिड कैप इंडेक्स भी पूरे सप्ताह के कारोबार सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों के बाद सपाट चाल के साथ ही बंद हुआ। इस इंडेक्स में शामिल कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया, अशोक लीलैंड, टॉरेंट फार्मास्यूटिकल्स, गोदरेज इंडस्ट्रीज, जूबिलेंट फूड वर्क्स और बेयर क्रॉप साइंस के शेयरों ने खरीदारी के सपोर्ट से अच्छा मुनाफा अर्जित किया और टॉप गैनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर अमरा राजा बैट्रीज, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड, जिंदल स्टील सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों एंड पावर और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बिकवाली के दबाव में फंसकर टॉप लूजर की सूची में शामिल होकर बंद हुए।
लार्ज कैप और मिड कैप के विपरीत बीएसई का स्मॉल कैप इंडेक्स 2.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस इंडेक्स में ओवरऑल गिरावट होने के बावजूद इसमें शामिल कुछ शेयरों मे बढ़त भी दर्ज की गई। ऐसे शेयरों में लूमैक्स इंडस्ट्रीज, स्टर्लिंग टूल्स, बैनको प्रोडक्ट्स (इंडिया) और एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल जैसी कंपनियों के शेयर का नाम लिया जा सकता है। दूसरी ओर गोदावरी पावर एंड इस्पात, रूपा एंड कंपनी, फ्यूचर रिटेल, जिंदल स्टेनलेस, बिरला टायर, ग्लोबस स्पिरिट्स और इंडियन मेटल एंड फेरो एलॉयज के शेयरों में पूरे कारोबार के दौरान ओवरऑल गिरावट का रुख बना रहा।
शेयर बाजार के अलग-अलग सेक्टर पर अगर नजर डालें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बैंक इंडेक्स 4 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, वहीं दूसरे स्थान पर ऑटो इंडेक्स अपना स्थान बनाने में सफल रहा। इस इंडेक्स ने साप्ताहिक कारोबार के दौरान 3.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। दूसरी ओर 23 से 27 मई के बीच हुए कारोबार के दौरान मेटल इंडेक्स को सबसे अधिक 8 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बिकवाली के दबाव की वजह से ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3.6 प्रतिशत और रियल्टी इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की कमजोरी भी दर्ज की गई।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में कुल 9,688.62 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस तरह मौजूदा सप्ताह के आंकड़ों को मिलाकर मई के महीने में विदेशी निवेशक अभी तक भारतीय शेयर बाजार में कुल 53,790.99 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। वहीं पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने कुल 11,257.63 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस सप्ताह की खरीदारी के आंकड़े को मिलाकर मई के महीने में अभी तक घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार से कुल 47,465.90 करोड़ रुपये की लिवाली कर चुके हैं।
घरेलू शेयर बाजार की अभी तक की चाल के संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ्टी 16,400 अंक के करीब पहुंचकर बंद होता हुआ नजर आया। पिछले 3 सप्ताह के दौरान निफ्टी 15,900 से 16,400 अंक के विशाल दायरे में कंसोलिडेट होता हुआ नजर आया है। खास बात तो ये है कि बीता सप्ताह निफ्टी के लिए उत्साहवर्धक रहा है। निफ्टी का बैंक इंडेक्स भी लगातार उत्साहजनक प्रदर्शन करता रहा है। यहां तक कि सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों एक्सपायरी वाले दिन गुरुवार को भी बैंक इंडेक्स ने अपने रेजिस्टेंस से ब्रेकआउट दिया और अगले दिन शुक्रवार को भी इसका आउटपरफॉर्मेंस जारी रहा। इसके अलावा निफ्टी से मिल रहे दूसरे संकेतों से भी इस बात की उम्मीद बन रही है कि आने वाले दिनों में शेयर बाजार में पुल बैक रैली जारी रहेगी। हालांकि खुदरा निवेशकों को अभी भी सतर्क होकर ही शेयर बाजार में निवेश की बात सोचनी चाहिए, क्योंकि वैश्विक माहौल में लगातार उलट फेर हो रहा है, जो भारतीय शेयर बाजार को भी ज्यादा प्रभावित करता है। (एजेंसी, हि.स.)
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों
17th June 2021 10:44 AM
सोने की कीमत आज: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तेजतर्रार टिप्पणियों के कारण पीली धातु 1% से अधिक गिर गई
17 जून को इंडिया गोल्ड एमसीएक्स अगस्त फ्यूचर्स 1 प्रतिशत से अधिक गिर गया जब यूएस फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि यह उम्मीद से जल्द ब्याज दरें बढ़ा सकता है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि फेड ने बुधवार को अपनी महामारी से प्रेरित मौद्रिक नीति पर 18 में से 11 फेड अधिकारियों के साथ दरवाजा बंद करना शुरू कर दिया, जिसमें 2023 के लिए कम से कम दो तिमाही-बिंदु ब्याज दर में वृद्धि का अनुमान है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर अगस्त के सोने के अनुबंध 1.4 फीसदी की गिरावट के साथ 47,798 रुपये पर 10 ग्राम के भाव 0930 बजे कारोबार कर रहे थे. जुलाई का चांदी वायदा 1.5 फीसदी की गिरावट के साथ 70,350 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहा था I
बुधवार को सोने और चांदी में स्थिर कारोबार हुआ, लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व के उम्मीद से जल्द ब्याज दरें बढ़ाने के फैसले से दोनों कीमती धातुओं में गिरावट आ सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दोनों कीमती धातुएं थोड़ी सकारात्मक बढ़त के साथ बंद हुईं। सोना अगस्त वायदा अनुबंध 1861.40 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर और चांदी जुलाई वायदा अनुबंध 27.81 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर बंद हुआ।
फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों के बाद डॉलर इंडेक्स तेजी से लगभग 1% उछला और 91.20 अंक को पार कर गया और बेंचमार्क 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड भी 1.55% के स्तर को पार कर गया।
"आर्थिक विकास पर फेडरल रिजर्व के आशावादी दृष्टिकोण और उम्मीद से जल्दी ब्याज दरों में वृद्धि से कीमती धातुओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। सोना 1800 डॉलर और चांदी छोटी अवधि में फिर से 26.80 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस का परीक्षण कर सकती है, ”मनोज कुमार जैन, निदेशक, कमोडिटी और मुद्रा अनुसंधान, पृथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च ने कहा।
"सोने को 1820-1792 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर समर्थन और 1872-1884 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर प्रतिरोध है। एमसीएक्स पर गोल्ड को 48100-47550 पर सपोर्ट और 48660-48880 पर रेजिस्टेंस है; चांदी को 70900-70000 पर सपोर्ट और 71700-72200 के स्तर पर रेजिस्टेंस मिल रहा है।'
जैन ने 47500 के लक्ष्य के लिए 48600 के स्टॉप लॉस के साथ सोना और 69800 के लक्ष्य के लिए 71700 के स्टॉप लॉस के साथ चांदी में 71000 के नीचे सोने में बिकवाली करने का सुझाव दिया।
रवींद्र राव, सीएमटी, ईपीएटी, वीपी- हेड कमोडिटी रिसर्च, कोटक सिक्योरिटीज
COMEX सोना $1823/oz के करीब 2% कम ट्रेड करता है और मई की शुरुआत से निम्नतम स्तर का परीक्षण किया है। फेड के प्रारंभिक ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अनुमान की प्रतिक्रिया में अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड में तेज वृद्धि से सोना दबाव सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों में है।
गोल्ड ईटीएफ निवेशक किनारे पर रहे, हालांकि समर्थन मूल्य बढ़ती मुद्रास्फीति की चिंताओं और असमान वैश्विक आर्थिक सुधार है। फेड का रुख सोने के लिए नकारात्मक है, हालांकि बाजार की प्रतिक्रिया कम हो सकती है क्योंकि केंद्रीय बैंक किसी भी आसन्न उपायों को नहीं देख रहा है।
श्रीराम अय्यर, वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक, रिलायंस सिक्योरिटीज
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों द्वारा 2023 में पहली बार महामारी के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अनुमानों को आगे लाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय हाजिर सोने और चांदी की कीमतें बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गईं।
घरेलू सोना और चांदी बुधवार को हरे निशान में बंद हुए। केंद्रीय बैंक ने अपनी बेंचमार्क अल्पकालिक ब्याज दर शून्य के पास रखी और कहा कि वह आर्थिक सुधार को बढ़ावा देने के लिए हर महीने $ 120 बिलियन के बॉन्ड खरीदना जारी रखेगा।
विदेशों में कीमतों पर नजर रखने के कारण गुरुवार सुबह घरेलू सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट शुरू हो सकती है।
घरेलू मोर्चे पर, एमसीएक्स गोल्ड अगस्त 48300 के स्तर से नीचे एक मंदी की गति देख सकता है जहां आगे 48100-47700 का स्तर ले सकता है। प्रतिरोध 48400-48600 के स्तर पर है।
एमसीएक्स सिल्वर जुलाई को 70800-69900 के स्तर पर सपोर्ट है। प्रतिरोध 72000-73100 के स्तर पर है।
अभिषेक चौहान, हेड कमोडिटी एंड करेंसी, स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड
यूएस फेड ने बांड खरीद को कम नहीं किया, लेकिन पहले की अपेक्षा दो तिमाही अंक की दर में वृद्धि का संकेत दिया। यूएस 10-वर्षीय प्रतिफल पिछले दिन के 1.48% के निचले स्तर से मामूली रूप से बढ़कर 1.57% हो गया।
बढ़ती महंगाई और जॉब मार्केट ने महामारी से पहले के स्तर को बनाए रखा है, जिससे FED पर उम्मीद से जल्द ब्याज दर बढ़ाने का दबाव बना हुआ है।
सोने में लगभग 25 डॉलर की तेज बिकवाली देखी गई, जबकि डॉलर सूचकांक सभी प्रमुख मुद्राओं की टोकरी के मुकाबले मजबूत हुआ। सोने में जारी रहेगी मंदी की रफ्तार; हालांकि, COMEX गोल्ड अभी भी $1800 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर से ऊपर बना हुआ है।
घरेलू मोर्चे पर सोने को 47500-46700 पर सपोर्ट है जबकि प्रतिरोध 48500-49000 पर है। चांदी को 69500 पर सपोर्ट और 72200 पर रेजिस्टेंस है।
अमित खरे, एवीपी- रिसर्च कमोडिटीज, गंगानगर कमोडिटीज लिमिटेड
ट्रेडर्स को सलाह दी जाती है कि सपोर्ट लेवल के पास गैप डाउन ओपनिंग में लॉन्ग पोजीशन बनाएं। दिन के लिए नीचे दिए गए महत्वपूर्ण तकनीकी स्तरों पर ध्यान दें:-
अगस्त गोल्ड क्लोजिंग प्राइस 48,506:
सपोर्ट 1 - 47300, रेजिस्टेंस 1 - 48620,
सपोर्ट 2 - 46800, रेजिस्टेंस 2 - 48800
जुलाई चांदी का बंद भाव 71,468:
समर्थन 1 - 69800, प्रतिरोध 1 - 71800,
समर्थन 2 - 68500, प्रतिरोध 2 - 72300
शेयर समीक्षाः लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद हुआ बाजार
नई दिल्ली। शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह (business week) के दौरान लगातार उतार-चढ़ाव का सामना (face ups and downs) करने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार (Indian stock market) लगातार दूसरे हफ्ते मजबूती (second week strong) के साथ बंद होने में सफल रहा। इस कारोबारी सप्ताह में शुरुआती 3 दिन दबाव वाले रहे। इन तीनों दिन मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत करने के बावजूद शेयर बाजार ने गिरावट के साथ कारोबार का अंत किया, लेकिन सप्ताह के आखिरी 2 दिनों में बाजार में जबरदस्त तेजी का रुख रहा। इसकी वजह से शुरुआती 3 दिनों के दौरान हुए नुकसान की पूरी भरपाई तो हो ही गई, बाजार ने साप्ताहिक कारोबार में बढ़त की स्थिति भी बना ली।
यह भी पढ़ें | मार्केट में धूम मचाने आ गई Tesla की दो नई इलेक्ट्रिक कार, जानें कीमत व फीचर्स के बारे में सबकुछ
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन की एक्सपायरी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली में कमी आने के साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के बैठक से छन कर निकली बातों के बाजार के अनुकूल रहने की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में सपोर्ट की स्थिति बनी है। भारतीय शेयर बाजार भी इन्हीं वजहों से लगातार दूसरे सप्ताह मजबूती के साथ बंद होने में सफल रहा है। शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान बीएसई का सेंसेक्स साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 558.27 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 54884.66 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी साप्ताहिक कारोबार के लिहाज से 86.30 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की मजबूती के साथ 16,352.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
23 से 27 मई तक के इस कारोबारी सप्ताह में बीएसई का लार्ज कैप इंडेक्स सपाट चाल के साथ बंद हुआ। सप्ताह के इन 5 दिनों के कारोबार में डिवीज लैबोरेट्रीज, टाटा स्टील, ओएनजीसी, पिरामल एंटरप्राइजेज और एनएमडीसी के शेयरों में 10 से 18 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, वन-97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), इंटरग्लोब एवियशन और जोमैटो जैसे लार्ज कैप इंडेक्स के शेयर खरीदारी के सपोर्ट से टॉप गेनर्स की सूची में शामिल हुए।
इसी तरह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मिड कैप इंडेक्स भी सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद सपाट चाल के साथ ही बंद हुआ। इस इंडेक्स में शामिल कंटेनर कारपोरेशन ऑफ इंडिया, अशोक लीलैंड, टॉरेंट फार्मास्यूटिकल्स, गोदरेज इंडस्ट्रीज, जूबिलेंट फूड वर्क्स और बेयर क्रॉप साइंस के शेयरों ने खरीदारी के सपोर्ट से अच्छा मुनाफा अर्जित किया और टॉप गैनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर अमरा राजा बैट्रीज, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पावर और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बिकवाली के दबाव में फंसकर टॉप लूजर की सूची में शामिल होकर बंद हुए।
लार्ज कैप और मिड कैप के विपरीत बीएसई का स्मॉल कैप इंडेक्स 2.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस इंडेक्स में ओवरऑल गिरावट होने के बावजूद इसमें शामिल कुछ शेयरों मे बढ़त भी दर्ज की गई। ऐसे शेयरों में लूमैक्स इंडस्ट्रीज, स्टर्लिंग टूल्स, बैनको प्रोडक्ट्स (इंडिया) और एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल जैसी कंपनियों के शेयर का नाम लिया जा सकता है। दूसरी ओर गोदावरी पावर एंड इस्पात, रूपा एंड कंपनी, फ्यूचर रिटेल, जिंदल स्टेनलेस, बिरला टायर, ग्लोबस स्पिरिट्स और इंडियन मेटल एंड फेरो एलॉयज के शेयरों में पूरे कारोबार के दौरान ओवरऑल गिरावट का रुख बना रहा।
शेयर बाजार के अलग-अलग सेक्टर पर अगर नजर डालें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बैंक इंडेक्स 4 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, वहीं दूसरे स्थान पर ऑटो इंडेक्स अपना स्थान बनाने में सफल रहा। इस इंडेक्स ने साप्ताहिक कारोबार के दौरान 3.3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। दूसरी ओर 23 से 27 मई के बीच हुए कारोबार के दौरान मेटल इंडेक्स को सबसे अधिक 8 प्रतिशत की सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बिकवाली के दबाव की वजह से ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3.6 प्रतिशत और रियल्टी इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की कमजोरी भी दर्ज की गई।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में कुल 9,688.62 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस तरह मौजूदा सप्ताह के आंकड़ों को मिलाकर मई के महीने में विदेशी निवेशक अभी तक भारतीय शेयर बाजार में कुल 53,790.99 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। वहीं पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू संस्थागत निवेशकों ने कुल 11,257.63 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस सप्ताह की खरीदारी के आंकड़े को मिलाकर मई के महीने में अभी तक घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय शेयर बाजार से कुल 47,465.90 करोड़ रुपये की लिवाली कर चुके हैं।
घरेलू शेयर बाजार की अभी तक की चाल के संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ्टी 16,400 अंक के करीब पहुंचकर बंद होता हुआ नजर आया। पिछले 3 सप्ताह के दौरान निफ्टी 15,900 से 16,400 अंक के विशाल दायरे में कंसोलिडेट होता हुआ नजर आया है। खास बात तो ये है कि बीता सप्ताह निफ्टी के लिए उत्साहवर्धक रहा है। निफ्टी का बैंक इंडेक्स भी लगातार उत्साहजनक प्रदर्शन करता रहा है। यहां तक कि एक्सपायरी वाले दिन गुरुवार को भी बैंक इंडेक्स ने अपने रेजिस्टेंस से ब्रेकआउट दिया और अगले दिन शुक्रवार को भी इसका आउटपरफॉर्मेंस जारी रहा। इसके अलावा निफ्टी से मिल रहे दूसरे संकेतों से भी इस बात की उम्मीद बन रही है कि आने वाले दिनों में शेयर बाजार में पुल बैक रैली जारी रहेगी। हालांकि खुदरा निवेशकों को अभी भी सतर्क होकर ही शेयर बाजार में निवेश की बात सोचनी चाहिए, क्योंकि वैश्विक माहौल में लगातार उलट फेर हो रहा है, जो भारतीय शेयर बाजार को भी ज्यादा प्रभावित करता है। (एजेंसी, हि.स.)
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