NFT क्या है? क्यों करें NFT मे Invest?
नमस्कार दोस्तों, आज हम वापस आ चुके हैं आपकी भविष्य मे वित्त स्तिथि को मजबूत बनाये रखने के लिए एक और नई topic के साथ। तो दोस्तों आज हम जानेंगे NFT क्या है , NFT full form , NFT meaning in hindi, NFT कैसे काम करता है?
नमस्कार दोस्तो, आज हम आपका स्वागत करते हैं अपने नये आर्टिकल मे जो की आपको एक नये विषय से रूबरू करेगा।
तो आज हम बात करने वाले हैं Non- Fungible Token यानी की NFT की।
हममे से काफी कम ही लोग हैं जो NFT क्या होता है यह जानते हैं। तो इसी बात को ध्यान मे रखते हुए हमने आप सभी लोगों के बीच इस विषय को introduce करने के लिए आज का विषय NFT को ही चुना है।
हम आपको यह बताने वाले हैं की NFT क्या है? NFT के क्या फायदे या नुक्सान हैं। NFT आपके लिए उचित है या नही। और NFT मे किस तरह से निवेश करना है।
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तो आईये जानते हैं अब की NFT क्या है:-
Table of Contents
NFT क्या है?(what is NFT In Hindi?)
NFT यानी की Non- Fungible Token को अगर आसान शब्दो मे समझाया जाए तो यह एक digital fixed asset है। NFT अभी लोगो के बीच उतना चर्चित नही है और जो लोग इसके बारे मे जानते हैं वह भी इसमे अभी एकदम से निवेश करने की और ध्यान नही दे रहे हैं।
NFT एक digital currency है जिसका लेन देन physically नही हो सकता। यानी की आप ना तो कुछ भी physically खरीद सकते हैं और ना ही physically payment कर सकते हैं।
NFT से केवल डिजिटल चीजें जैसे की मीडिया(media), फाइल(file), ड्राविंग(drawing), music, art work, इत्यादि शेयर कर सकते हैं। यह एक तरह से cryptocurrency की तरह है। लेकिन cryptocurrency के बैन हो जाने के बाद से इसका चलन अधिक हो गया है।
NFT कैसे काम करता है? (How does NFT work?)
NFT के बारे मे पूरी तरह से जानना बेहद जरूरी है क्योंकि हमारी आधी जनता आज NFT मे इंवेस्ट करने के बारे मे सोच ही रही है तो यह जरूरी भी है की हम पहले यह अच्छे से जान लें की आखिर यह कैसे काम करता है।
NFT यानी non- fungible token एक डिजिटल currency है जिससे हम केवल digitally ही कुछ भी खरीद सकते हैं। यह एक नीलामी की तरह है।
एक बार NFT खरीदने के बाद आप उसको digitally किसी भी unique प्रकार की application, photo, video या फिर किसी भी खास तरह की फाइल को अपने नाम पर करने के लिए इसको नीलाम कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
NFT के द्वारा आप किसी भी प्रकार की खास वस्तु खरीद सकते हैं जिसको और किसी चीज़ के बदले नही खरीदा जा सकता।
NFT के फायदे- (Advantages of NFT)
NFT उन लोगो के लिए काफी सहायक है जो किसी बड़ी अमूल्य और खास यानी की किसी unique वस्तु मे इंवेस्ट करना एनएफटी मार्केटप्लेस क्या है चाहते हैं। आईये, इसके कुछ फायदे जाने और यह पता करें की यह उनको किस तरह से सहायक और फायदेमंद है:-
- Unique Ownership- NFT के द्वारा आप एक unique identity के मालिक हो जाते हैं जो की अन्य किसी भी प्रकार की investment मे संभव नही है।
- Easily Transferable- NFT का एक फ़ायदा ये भी है की यह काफी आसानी से किसी को भी transfer किया जा सकता है। क्योंकि इसकी Ownership हमारे खुद के हाथों मे होती है तो हमे अपना NFT किसी को भी देने से पहले किसी भी प्रकार की कंपनी या लीगल बात चीत करने की आवश्यकता नही होती है।
- Safer Investment- NFT एक safe investment है क्योंकि इसमे आपके और आपके NFT के बीच कोई तीसरा नही होता है। एक Non-Fungible Token कोई भी एक application, audio file, photo, इत्यादि कुछ भी हो सकता है जो की आपकी asset होता है। उसको बेचना या फिर रखना पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करता है।
NFT का इस्तेमाल कैसे करना है? (How to use NFT?)
Step 1- सबसे पहले आपको NFT Platform पर sign up करना होगा और अपना एकाउंट एक्टिव करना होगा।
Step 2- इसके बाद आपको अपना Crypto Wallet सेट करना होगा। यानी की NFT एकाउंट मे Crypto Wallet के under अपने द्वारा owned किसी भी digital asset को डालना होगा। यह कोई भी unique photo, file, application, इत्यादि कुछ भी हो सकता है।
Step 3- इसके बाद आपके द्वारा upload किया गया digital asset verify होने के लिए NFT platforms पर जायेगा।
Step 4- एक बार approval मिल जाने के बाद, NFT Marketplace आपके asset की transactions खुद संभाल लेगी।
Step 5- एक बार आपकी असेट NFT मार्केट पर सेल के लिए उतर गयी उसके बाद उसकी bidding यानी की बोली पूरी हो जाने के बाद NFT आपको top bids की जानकारी खुद ही देगी।
Step 6- इसके बाद आप सभी bids मे से जो आपका उचित लगे उनको approve कर सकते हैं और ध्यान रहे उनके बदले वो आपको पैसों मे नही खुद भी किसी Non- Fungible Token मे ही payment करेगा जिसको आप दोबारा bidding के लिए NFT मार्केट मे उतार सकते हैं।
निष्कर्ष:
तो आज हमने NFT के विषय मे बात करी और जाना की आखिर NFT क्या होता है, कैसे काम करता है, इसके क्या फायदे हैं और इसको कैसे इस्तेमाल करना है।
सभी बातों को ध्यान मे रखते हुए हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं की NFT इंवेस्ट करने के लिए एक यकीनं अच्छी platform है परंतु आपको इसके बारे मे जानने और समझने मे समय लग सकता है। आपके इसकी बारे मे क्या राय है हमे जरूर बताये और आर्टिकल मे कोई कमी रही हो या हम कोई बात ना बता पाएं हों तो कृपया हमे comment या mail कर सुझाव दें।
अगर आपके हुनर में है दम तो NFT टेक्नोलॉजी से बदल जाएगी तकदीर, रातोंरात बन सकते हैं लखपति
NFT Marketplace India: सुदूर इलाकों में लोकल आर्टिस्ट की प्रतिभा गजब की होती है हैंड मेड आर्ट की बहुत ज्यादा डिमांड रहती है. NFT मार्केट प्लेस की मदद से इनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आ सकता है.
पिछले कुछ सालों से क्रिप्टोकरेंसी दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. भारत में जब से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की शुरुआत हुई है, तब से इसके प्रति रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी बहुत ज्यादा बढ़ी है. रिपोर्ट के मुताबिक अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी के रिटेल निवेशकों की संख्या करीब 1.5 करोड़ है. जैसा कि हम जानते हैं क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है. टेक्नोलॉजी की दुनिया में ब्लॉकचेन को बहुत ही क्रांतिकारी माना जा रहा है, क्योंकि यह पूरी तरह decentralized है.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित NFT भी काफी पॉप्युलर है और पूरी दुनिया में इसका क्रेज बढ़ रहा है. ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी ने अपना पहला ट्वीट NFT के फॉर्म में 2.9 मिलियन डॉलर यानी 20 करोड़ के करीब बेचा था. इसी तरह का एक आर्टवर्क “Everydays: the First 5000 Days.” को NFT के रूप में बेचा गया था और इसकी बिक्री 69.3 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपए में हुई थी. ऐसे में आखिर NFT (non-fungible token) क्या होता है इसकी जानकारी जरूरी है.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है NFT
NFT एक तरह से यूनिट डेटा होता है जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के तहत डिजिटल लेजर में मौजूद होता है. यह स्टोरेज डेटा अपने आप में यूनिक है जिसे नॉन फंजीबल कहते हैं. इसके अलावा यूनिकनेस की पहचान के लिए एक टोकन एनएफटी मार्केटप्लेस क्या है या ओनरशिप का इस्तेमाल होता है. इसलिए इस डेटा यूनिट को NFT कहते हैं. उदाहरण के तौर पर जैक डोर्सी का पहला ट्वीट पब्लिक में उपलब्ध है. हर कोई उसे देख सकता है, लेकिन यह यूनिक है. दुनिया में इसकी कॉपी उपलब्ध नहीं है. इसी यूनिकनेस के कारण उन्होंने अपने ट्वीट को NFT में कंवर्ट कर दिया. फिर उस एनएफटी को बेच दिया गया. दूसरे उदाहरण के तौर पर मोनालिसा की ओरिजिनल पेंटिंग पेरिस के Louvre museum में है. हालांकि दुनिया में इसके लाखों कॉपी उपलब्ध हैं, इसके बावजूद ओरिजिनल की कीमत में कोई कमी नहीं आएगी. ऐसे में अगर मोनालिसा की ओरिजिनल पेंटिंग को डिजिटल रूप में कंवर्ट कर दिया जाता है तो यह NFT बहुमूल्य होगा.
NFT के रूप में सबकुछ बिक रहा है
कुल मिलाकर NFT एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके तहत दुनिया में जो कुछ अजूबा है उसे आप टोकन के साथ ब्लॉकचेन लेजर में डाल देते हैं. एनएफटी का क्रेज इतना बढ़ गया है कि लोग अपने फोटो, वीडियो, म्यूजिक को एनएफटी के रूप में स्टोर कर रहे हैं और बेच भी रहे हैं.
NFT का बढ़ रहा क्रेज
भारत में NFT बाजार की बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी का बाजार जैसे-जैसे फैल रहा है, इसकी भी स्वीकार्यता और लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. एमेजॉन अपने प्लैटफॉर्म पर डिजिटल आर्टवर्क को NFT के रूप में बेच रहा है.
महिला कलाकारों, म्यूजिशियन्स की बदल सकती है तकदीर
जानकारों का कहना है कि NFT की मदद से देश की महिलाओं का सशक्तीकरण किया जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी बाजार में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है. पिछले एक साल में क्रिप्टो बाजार में महिलाओं की भागीदारी 1400 पर्सेंट के करीब बढ़ी है. जैसा कि हमने पहले बताया कि NFT की खासियत है यूनिकनेस. ग्रामीण भारत की महिलाएं जिस तरह का आर्ट बनाती हैं वह अपने आप में यूनिक होता है. हैंड मेड आर्ट की यहां अपार संभावनाएं हैं. ऐसे में अगर उनके आर्ट वर्क को NFT के रूप में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर बेचते हैं तो उनकी आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार होगा. इस टेक्नोलॉजी की मदद से भारत की आर्ट इंडस्ट्री फिर से अपने स्वर्णिम काल में पहुंच सकता है. देश के आर्टिस्टों, म्यूजिशियन्स को NFT की मदद से नया अवसर मिल सकता है.
6 जून को होगा पॉडकास्ट
LLRM Medical College के डॉक्टर आयुष गौर ने कहा कि मई में मुझे कोरोना हो गया था फिर मैं क्वॉरंटीन पीरियड के दौरान NFT टेक्नोलॉजी के बारे में जाना. आर्ट में मेरी दिलचस्पी पहले से रही है. एनएफटी की जानकारी के बाद मैंने अपना आर्टवर्क क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर बेच दिया. अमेरिका के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी पॉडकास्ट “ The Bad Crypto Podcast” के Joel Comm and Travis Wright के साथ उन्होंने पॉडकास्ट भी रिकॉर्ड किया है जिसे 6 जून को प्रसारित किया जाएगा. डॉक्टर आयुष गौर WazirX NFT platform पर स्पॉटलाइट आर्टिस्ट भी हैं.
ग्रीन NFT के बारे में जानने लायक जरूरी बातें
ग्रीन NFT के इस्तेमाल को इम्पैक्ट NFT भी कहा जाता है. ग्रीन NFT को प्रूफ ऑफ स्टेक (PoS) ब्लॉकचेन पर या मामूली कार्बन मा . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 30, 2022, 11:59 IST
हाइलाइट्स
अधिकांश NFT, Ethereum ब्लॉकचेन पर बनाए गए हैं.
हर NFT 223.85 किलोवाट प्रति घंटे बिजली की खपत करता है.
NFT के ट्रांजेक्शन में 124.86 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज होती है.
क्रिप्टो निवेशकों के एक बड़े वर्ग का मानना है कि अब तक बने NFT, ऊर्जा और भारी-संसाधन प्रक्रियाओं का उपयोग करके बनाए गए हैं. हालांकि, अधिकांश क्रिप्टो और NFT एक्सचेंज पर एक सरसरी नज़र डालें तो इस तथ्य की पुष्टि होती है कि अब स्टेबल और ग्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके नए NFT का निर्माण शुरू कर दिया गया है. अगर आपने ग्रीन NFT के बारे में नहीं सुना है, तो यहां इसके बारे में पूरी जानकारी दी गई है.
अधिकांश NFT को प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) ब्लॉकचेन पर बनाया जाता है, जिन्हें अपनी माइनिंग प्रक्रिया के लिए भारी मात्रा में कंप्यूटिंग पावर की जरूरत होती है. अधिकांश NFT, Ethereum ब्लॉकचेन पर बनाए गए हैं और Ethereum एनर्जी कंजम्पशन इंडेक्स का अनुमान है कि Ethereum ब्लॉकचेन पर बनाया गया हर NFT 223.85 किलोवाट प्रति घंटे बिजली की खपत करता है. वास्तव में PoW के मुताबिक, Ethereum ब्लॉकचेन पर एक NFT के ट्रांजेक्शन में 124.86 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज होती है. जाहिर है कि NFT की नई जनरेशन को पर्यावरण के अनुकूल और कार्बन पॉजिटिव बनाने के लिए कुछ बदलाव करना जरूरी है, ताकि अन्य पारंपरिक NFT को चलन से बाहर किया जा सके.
ग्रीन NFT का परिचय
ग्रीन NFT के इस्तेमाल को इम्पैक्ट NFT भी कहा जाता है. ग्रीन NFT को प्रूफ ऑफ स्टेक (PoS) ब्लॉकचेन पर या मामूली कार्बन माइनिंग प्रक्रिया का उपयोग करके बनाया जाता है. यह सुनिश्चित करता है कि इस तरह से बने टोकन पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और कुछ मामलों में वे क्लाइमेट पॉजिटिव भी हो सकते हैं. वास्तव में इसे सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण Ethereum ब्लॉकचेन PoS प्रणाली में शिफ्ट होने वाला है, ताकि भविष्य में NFT का पर्यावरण पर बहुत कम नकारात्मक प्रभाव हो.
ZebPay क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के CEO अविनाश शेखर का कहना है कि ‘निर्वहनीयता समय की जरूरत है, चाहे वह कंस्ट्रक्शन हो या टेक्नोलॉजी. भारत में लाखों शानदार स्थानीय कलाकार और कारीगर हैं और ग्रीन NFT मार्केटप्लेस उनके काम को बेहतर बनाने और उनकी सुरक्षा के नए अवसर प्रदान कर सकता है.’ क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में कई कंपनियां कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए अक्षय ऊर्जा स्रोतों की ओर रुख कर रही हैं. हालांकि, अभी यह नया स्पेस है जिसके लिए कई क्रिप्टो कंपनियां समाधान खोजने के लिए प्रयास कर रही हैं.
अन्य टेक्नोलॉजी जैसे कि Solana और Cardano व उनके टोकन इम्पैक्ट NFT की अवधारणा को और भी बेहतर बनाते हैं. यही वजह है कि ये बेहद कम समय में काफी लोकप्रिय हो गए हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि आपको ये टोकन कहां मिल सकते हैं, तो भारत के सबसे पुराने क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक ZebPay पर जाएं और 100 अन्य लोकप्रिय टोकन में से इन्हें चुनें.
ग्रीन NFT की ओर रुख करने वाले आर्टिस्ट
डिजिटल आर्टिस्ट माइक विंकेलमान, जिन्हें बीपल के नाम से जाना जाता है, अधिक निर्वहनीय भविष्य के लिए NFT पर भरोसा करने वालों में से एक हैं. उन्होंने अपनी कलाकृति ‘एवरीडेज : द फर्स्ट 5000 डेज’ को क्रिस्टी में $69 मिलियन में बेचकर NFT के प्रति जुनून को एक नई दिशा दी है. बीपल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी कलाकृति कार्बन न्यूट्रल या नेगेटिव होगी, जिसका अर्थ है कि भविष्य में वातावरण से CO2 कंज़्यूम करने वाले प्रोजेक्ट अक्षय ऊर्जा, संरक्षण परियोजनाओं या टेक्नोलॉजी में निवेश करके अपने NFT से CO2 जैसे उत्सर्जन को पूरी तरह से रोकने में सक्षम होंगे.
डोजा कैट और जॉन लेजेंड जैसे संगीतकारों ने भी क्विंसी जोन्स के NFT को बिक्री के लिए मार्केटप्लेस में उतारा है. अन्य डिजिटल आर्टिस्ट जैसे नैन्सी बेकर काहिल और जूलियन ओलिवर भी ग्रीन NFT पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. अगर NFT आपका ध्यान खींचने में सफल रहा है, लेकिन आप लोकप्रिय ब्लॉकचेन पर खरीदने और बेचने के पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंतित हैं, तो निश्चिंत रहें आपके लिए विकल्प मौजूद हैं.
ग्रीन NFT और उन आर्टिस्ट पर शोध करने के लिए बस थोड़ा समय दें जिन्होंने कार्बन न्यूट्रल या पॉजिटिव प्रोजेक्ट की घोषणा की है. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि ट्रांजेक्शन के लिए ZebPay जैसे भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज के साथ आपका खाता हो. तो, बड़ा सवाल यह है कि क्या आप पर्यावरण प्रेमी हैं और NFT कलेक्ट करने में दिलचस्पी रखते हैं? इसका जवाब है हां, लेकिन इससे जुड़ी आसान टेक्नोलॉजी और इसके आगे बढ़ने के बेहतर तरीके के साथ.
#पार्टनर पोस्ट
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फ्री में तैयार कर सकते हैं अपना नॉन-फंजिबल टोकन, नहीं लगेगी कोई गैस फीस
नॉन-फंजिबल टोकन्स (NFTs) का ट्रेंड लगातार बरकरार है और ढेरों आर्टिस्ट्स अपनी आर्ट्स और इमेजेस NFT के तौर पर शोकेस करते हैं। NFT बनाने और उसे किसी मार्केटप्लेस पर बेचने के लिए पहले एक कीमत या गैस फीस देनी होती है, जिसकी रेंज 10 डॉलर से लेकर 1000 डॉलर तक हो सकती है। यह बात अलग-अलग ब्लॉकचेन और इस्तेमाल किए जाने वाले प्लेटफॉर्म्स पर आधारित होती है। हालांकि, बिना कोई गैस फीस खर्च किए भी NFT बनाए जा सकते हैं।
क्या होता है नॉन-फंजिबल टोकन्स का मतलब?
NFT या नॉन-फंजिबल टोकन्स यूनीक डिजिटल असेट्स होते हैं, जिन्हें बिना ओरिजनल इन्फॉर्मेशन को नुकसान पहुंचाए इनमें बदलाव किए जा सकते हैं। किसी भी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह NFTs को भी बेचा और खरीदा जा सकता है। अगर आप अपनी डिजिटल आर्ट की यूनीक कॉपी इंटरनेट पर बेचना चाहते हैं और इसे NFT में बदलना चाहते हैं तो आसान स्टेप्स फॉलो कर ऐसा किया जा सकता है। आप अपने कलेक्शन को आसानी से NFT मार्केटप्लेस पर लिस्ट कर सकते हैं।
गैस फीस भरने की अनिवार्यता हो सकती है खत्म
अपनी NFT मिंट (या तैयार) करते वक्त गैस फीस देने की अनिवार्यता के चलते कई आर्टिस्ट्स और क्रिएटर्स अपने आर्टवर्क को टोकन में नहीं बदल पाते। NFT तैयार करने के बाद उसकी बिक्री के लिए भी क्रिएटर्स को फीस भरनी पड़ती है। हालांकि, ओपेनसी प्लेटफॉर्म की मदद से यूजर्स को दो तरीकों से बिना कोई फीस दिए NFTs तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसके दो तरीके क्या हो सकते हैं।
कर सकते हैं पॉलिगन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल
पॉलिगन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल कर NFT तैयार करने के लिए आपको ओपेनसी प्लेटफॉर्म पर जाकर अकाउंट बनाना होगा। ध्यान रहे कि आपके पास पहले ही मेटामास्क या कॉइनबेस वॉलेट होना चाहिए। ऐसा ना हो तो पहले अपना क्रिप्टो वॉलेट सेटअप कर लें। अब ओपेनसी डैशबोर्ड पर जाकर 'माय कलेक्शन' में जाने के बाद 'क्रिएट न्यू कलेक्शन' पर क्लिक करें। अपना NFT आर्टवर्क सेटअप करने के लिए फाइल, लोगो, बैनर, नाम और डिस्क्रिप्शन लिखने होंगे।
मिटिंग के वक्त चुनें पॉलिगन ब्लॉकचेन
आखिर में NFT मिंट करते वक्त आपको पॉलिगन ब्लॉकचेन चुननी होगी। अब 'ऐड आइटम' पर क्लिक कर आप शुरुआत कर पाएंगे और गैस फीस नहीं देनी होगी। हालांकि, ओपेनसी के लिए मिनिमम प्राइस वैल्यू दो डॉलर होनी जरूरी है।
लेजी मिंटिंग के जरिए भी हो सकती है बचत
बिना गैस फीस दिए नॉन-फंजिबल टोकन्स तैयार करने का दूसरा तरीका लेजी मिंटिंग से जुड़ा है। लेजी मिंटिंग NFT तैयार करने और बेचने दोनों के लिए गैस फीस से बचने का एक तरीका है। हालांकि, इस तरीके के साथ NFT कलेक्शन खरीदने वाले ग्राहक को भुगतान करना होता है। सबसे पहले ओपेनसी पर जाकर लिस्टिंग क्रिएट करें और फिर पॉलिगन ब्लॉकचेन का चुनाव करें। इसके बाद आपको 'क्रिएट NFT' पर क्लिक करना होगा।
आखिर में फॉलो करने होंगे ये स्टेप्स
अपने NFT कलेक्शन की कीमत लिखने और 'कंप्लीट लिस्टिंग' बटन पर टैप करने के बाद NFT ओपेनसी मार्केटप्लेस पर लिस्ट हो जाएंगे। इसके बाद आप प्राइवेट की इस्तेमाल करते हुए NFT सिग्नेचर फाइनल कर आप टोकन बेच पाएंगे और इनकी सेलिंग फीस कलेक्ट कर सकेंगे। हालांकि, ध्यान रखना होगा कि पॉलिगन ब्लॉकचेन पर NFTs लिस्ट होने की स्थिति में उसके खरीददार कम होंगे, इसके मुकाबले ईथेरम ब्लॉकचेन पर ज्यादा ग्राहक NFTs खरीदने जाते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
सबसे महंगे नॉन-फंजिबल टोकन की बात करें तो यह 10 सेकेंड का एक वीडियो है। इस वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। इनके लिए 69 मिलियन डॉलर (करीब 505 करोड़ रुपये) की बोली लगाई गई है।
Chingari App: चिंगारी ने अपना पहला एनएफटी मार्केटप्लेस, सोशल टोकन लॉन्च किया
नई दिल्ली। शॉर्ट वीडियो ऐप चिंगारी ने शनिवार को अपना पहला क्रिप्टो टोकन ‘डॉलर जीएआरआई’ लॉन्च किया, जो अपना खुद का एनएफटी (अपूरणीय टोकन) मार्केटप्लेस लॉन्च कर रहा है। लॉन्च के दौरान बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के साथ एक्ट्रेस वाणी कपूर भी मौजूद थीं। हाल ही में, फर्म ने 30 से अधिक वेंचर फंड और व्यक्तिगत निवेशकों से 1.9 करोड़ डॉलर से अधिक का फंडिंग राउंड पूरा किया। जुटाए गए धन के साथ, कंपनी क्रिएटर मुद्रीकरण को सक्षम करने के लिए सुविधाओं का निर्माण करेगी और दिलचस्प सोशल मीडिया एनएफटी मार्केटप्लेस क्या है उपयोगकर्ता मामलों में गैरी टोकन की उपयोगिता का निर्माण करेगी।
फंडिंग राउंड में भाग लेने वाली कुछ सबसे बड़ी फर्मो में रिपब्लिक क्रिप्टो, गैलेक्सी डिजिटल, अल्मेडा रिसर्च, सोलाना कैपिटल, वेलोर इक्विटी पार्टनर्स, क्रैकेन वेंचर्स, ब्लैकपाइन, एनजीसी, कॉइनफंड, एलडी कैपिटल, 11-11 वेंचर्स, एयू21, कल्टुर 3, लॉन्ग टर्म वेंचर्स, आफ्टन कैपिटल और सीएसपी डीएओ कैपिटल शामिल हैं।
चिंगारी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक सुमित घोष ने एक बयान में कहा, “सामुदायिक प्लेटफॉर्म के भविष्य के रूप में ‘सोशल टोकन’ को स्थापित करने की दृष्टि के साथ, डॉलर जीएआरआई का उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप के निर्माता पारिस्थितिकी तंत्र को बदलना है, ताकि उन रचनाकारों को अपने ईकॉमर्स स्पेस को स्थापित करने में सक्षम बनाया जा सके, जिनमें भौतिक व्यापार, एनएफटी निर्माण और प्रशंसक समुदाय के लिए अपने पसंदीदा कलाकारों को निधि देने की क्षमता शामिल है।”
नवंबर 2018 में स्थापित चिंगारी उपयोगकर्ताओं को अन्य चीजों के अलावा, छोटे वीडियो डाउनलोड करने और ऐप के भीतर व्यापारिक वस्तुओं की खरीदारी करने देता है। इंस्टाग्राम रील्स के बेंगलुरु स्थित प्रतिद्वंद्वी, एमएक्स ताकाटक, जोश और मोज के पास अब तक 5 करोड़ मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता और 8.5 करोड़ डाउनलोड हैं और सह-संस्थापकों को विश्वास है कि यह भारत का सबसे तेजी से बढ़ता ‘सोशल टोकन ऐप’ होगा।
जून 2020 में अपने नए स्वरूप के बाद से, चिंगारी ने भारत में टिकटॉक के प्रतिबंध से पैदा हुई रिक्तता को भरने के लिए काम किया। तब से चिंगारी उपयोगकर्ताओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होने का दावा किया गया है।
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