सुवाहय़ - राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली नौकरियों एवं स्थानों में सहज सुवाह्यता प्रदान करता है। यह निधि निर्माण को पीछे छोड़े बिना अभिदाता के नई नौकरी/स्थान पर स्थानांतरण के समय, हर अभिदाता के लिए परेशानी मुक्त व्यवस्था उपलब्ध कराता है, जैसा कि भारत की विभिन्न पैंशन योजनाओं में होता निवेश की निगरानी है।
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के लाभ
लचीला - राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली एक उचित तरीके से निवेश के विकास की योजना के लिए निवेश विकल्प एवं पेंशन निधि (पीएफ) के चुनाव की विभिन्नता प्रदान करता है और पेंशन निधि के विकास पर नजर रखता है। अभिदाता एक निवेश विकल्प से अन्य निवेश की निगरानी में जा सकता है या एक फंड मैनेजर से अन्य में जा कर सकता है।
सरल - राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के साथ खोला गया खाता एक स्थायी स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्यांक (पीआरएएन) प्रदान करता है, जो एक अद्वितीय संख्या है और यह अपने जीवनकाल के दौरान अभिदाता के साथ रहता है। योजना दो स्तरों में संरचित हैः
टीयर - I खाताः यह एक गैर-आहरण स्थायी सेवानिवृत्ति खाता है जिसमें अभिदाता द्वारा नियमित अंशदान क्रेडिट किया जाता है और अभिदाता के चुने गए पोर्टफोलियो/निधि प्रबंधक के अनुसार निवेश किया जाता है।
टीयर - II खाताः यह एक स्वैच्छिक आहरण खाता है जो केवल तभी अनुमोदित किया जाता है, जब अभिदाता के नाम पर टीयर - I खाता सक्रिय हो। इस खाते से निकासी की अनुमति अभिदाता की जरूरत के अनुसार दी जाती है।
आईटी पर निवेश की निगरानी करेगी सरकार
रायपुर । छत्तीसगढ़ की सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं में निवेश की निवेश की निगरानी नीति से जुड़े मुद्दों के पर्यवेक्षण, निगरानी और उनका समाधान करने के लिए राज्य सरकार ने एक सशक्त समिति गठित की है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित इस समिति में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव व सचिव, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव या सचिव, राजस्व सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव या सचिव व चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक यह सशक्त समिति ई-गवर्नेंस व सूचना प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवा व्यापार से संबंधित संस्थाओं जैसे- नैस्कॉम, एसटीपीआई, निजी आईटी पार्कों, भारतीय प्रबंध संस्थान, निवेश की निगरानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, एनआईएसजी, एनईजीडी अथवा ऐसे अन्य किन्हीं व्यक्तियों को आमंत्रित कर सकेगी या उनसे परामर्श कर सकेगी। समिति विभिन्न निवेश की निगरानी मुद्दों पर विचार-विमर्श कर निर्णय भी लेगी। समिति नीति के क्रियान्वयन के संबंध में योजना का अनुमोदन, निगरानी और निष्पादन योजना पर नियंत्रण और समय-समय पर समीक्षा करेगी। इसके अलावा 100 करोड़ रुपए से अधिक के बड़े निवेश के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन व रियायत की अनुशंसा भी करेगी। एकल खिड़की समाशोधन प्रणाली की निगरानी, अंतर्विभागीय मुद्दों का समाधान, नीति से संबंधित या समय-सीमा के विस्तार व छूट, सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं में इच्छुक उद्यमियों द्वारा व्यवसायिक गतिविधियों को प्रारंभ करने के लिए राज्य में सभी वैधानिक अपेक्षाओं को तीस दिन के भीतर पूर्ण करने पर एकल पंजीयन जारी किया जाएगा। आईटी नीति के संबंध में सशक्त समिति के सभी निर्णय अंतिम होंगे और राज्य में निवेशकों सहित सभी संबंधितों पर बंधनकारी होंगे। इस समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह में कम से कम एक बार या निवेश की निगरानी आवश्यकतानुसार उसके पूर्व आयोजित की जाएगी। प्रदेश में एक नवंबर 2013 से सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं में निवेश की नीति 2012-17 प्रभावशील है।
निवेश प्रबंधन
निवेश प्रबंधन, निवेशकों के फायदे के लिए निवेश के विशिष्ट लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न प्रतिभूतियों (शेयर, बांड और अन्य प्रतिभूतियां) और परिसंपत्तियों (जैसे अचल संपत्ति) का पेशेवर प्रबंधन है। निवेशक या तो संस्थान (निवेश की निगरानी बीमा कंपनियां, पेंशन फंड, कॉर्पोरेशन इत्यादि) या निजी निवेशक (सीधे निवेश अनुबंधों के माध्यम से और ज्यादातर आम तौर पर सामूहिक निवेश योजनाओं जैसे म्युचुअल फंड या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड दोनों माध्यम से) हो सकते हैं। परिसंपत्ति प्रबंधन निवेश की निगरानी निवेश की निगरानी शब्द का इस्तेमाल अक्सर सामूहिक निवेशों के निवेश प्रबंधन को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, (जरूरी नहीं) जबकि अधिक सामान्य कोष प्रबंधन (फंड मैनेजमेंट) का मतलब संस्थागत निवेश के सभी रूपों के साथ-साथ निजी निवेशकों का निवेश प्रबंधन भी हो सकता है। निजी निवेशकों (आम तौर पर धनी) की तरफ से सलाहकार या विवेकाधीन प्रबंधन में विशेषज्ञता प्राप्त निवेश प्रबंधक अक्सर तथाकथित "निजी बैंकिंग" के सन्दर्भ में धन प्रबंधन या पोर्टफोलियो प्रबंधन के रूप में अक्सर अपनी सेवाओं को संदर्भित कर सकते हैं। 'निवेश प्रबंधन सेवाओं' के प्रावधान में वित्तीय विवरण विश्लेषण, परिसंपत्ति चयन, स्टॉक चयन, योजना कार्यान्वयन और चालू निवेश निगरानी जैसे तत्व शामिल हैं। निवेश प्रबंधन अपने आप में एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण वैश्विक उद्योग है जिस पर अरबों-खरबों (निवेश की निगरानी ट्रिलियन) युआन, डॉलर, यूरो, पाउंड और येन रखवाली की जिम्मेदारी होती है। वित्तीय सेवाओं के परिहार के तहत आने वाली दुनिया की कई सबसे बड़ी कंपनियां कम से कम आंशिक रूप से निवेश प्रबंधक हैं जहां लाखों-करोड़ों लोग काम करते हैं और जो करोड़ों-अरबों राजस्व उत्पादन करती हैं। फंड मैनेजर (कोष प्रबंधक या संयुक्त राज्य अमेरिका में निवेश सलाहकार) का मतलब निवेश प्रबंधन सेवा प्रदान करने वाली एक कंपनी (फर्म) के साथ-साथ कोष प्रबंधन संबंधी फैसले देने वाला एक व्यक्ति भी हो सकता है। .
प्रबन्धन
व्यवसाय एवं संगठन के सन्दर्भ में प्रबन्धन (Management) का अर्थ है - उपलब्ध संसाधनों का दक्षतापूर्वक तथा प्रभावपूर्ण तरीके से उपयोग करते हुए लोगों के कार्यों में समन्वय करना ताकि लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जा सके। प्रबन्धन के अन्तर्गत आयोजन (planning), संगठन-निर्माण (organizing), स्टाफिंग (staffing), नेतृत्व करना (leading या directing), तथा संगठन अथवा पहल का नियंत्रण करना आदि आते हैं। संगठन भले ही बड़ा हो या छोटा, लाभ के लिए हो अथवा गैर-लाभ वाला, सेवा प्रदान करता हो अथवा विनिर्माणकर्ता, प्रबंध सभी के लिए आवश्यक है। प्रबंध निवेश की निगरानी इसलिए आवश्यक है कि व्यक्ति सामूहिक उद्देश्यों की पूर्ति में अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकें। प्रबंध में पारस्परिक रूप से संबंधित वह कार्य सम्मिलित हैं जिन्हें सभी प्रबंधक करते हैं। प्रबंधक अलग-अलग कार्यों पर भिन्न समय लगाते हैं। संगठन के उच्चस्तर पर बैठे प्रबंधक नियोजन एवं संगठन पर नीचे स्तर के प्रबंधकों की तुलना में अधिक समय लगाते हैं। kisi bhi business ko start krne se phle prabandh yaani ke managements ki jaroort hoti h .
व्यापार
उनीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में पुणे के शनिवार पेठ का दृष्य व्यापार (Trade) का अर्थ है क्रय और विक्रय। दूसरे शब्दों में, एक व्यक्ति (या संस्था) से दूसरे व्यक्ति (या संस्था) को सामानों का स्वामित्व अन्तरण ही व्यापार कहलाता है। स्वामित्व का अन्तरण सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है। जिस नेटवर्क (संरचना) में व्यापार किया जाता है उसे 'बाजार' कहते हैं। आरम्भ में व्यापार एक सामान के बदले दूसरा सामान निवेश की निगरानी लेकर (वस्तु-विनिमय या बार्टर) किया जाता था। बाद में अधिकांश वस्तुओं के बदले धातुएँ, मूल्यवान धातुएँ, सिक्के, हुण्डी (bill) अथवा पत्र-मुद्रा से हुईँ। आजकल अधिकांश क्रय-विक्रय मुद्रा (मनी) द्वारा होता है। मुद्रा के आविष्कार (तथा बाद में क्रेडिट, पत्र-मुद्रा, अभौतिक मुद्रा आदि) से व्यापार में बहुत सरलता और सुविधा आ गयी। .
यूनियनपीडिया एक विश्वकोश या शब्दकोश की तरह आयोजित एक अवधारणा नक्शे या अर्थ नेटवर्क है। यह प्रत्येक अवधारणा और अपने संबंधों का एक संक्षिप्त परिभाषा देता है।
निवेश की निगरानी
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आईपीओ निगरानी गतिविधि
आईपीओ निगरानी गतिविधि
सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार एक निगरानी एजेंसी की नियुक्ति अनिवार्य है , जहां सार्वजनिक निर्गम रु. 500 करोड़ या उससे अधिक है। हालांकि , नियामक एजेंसी (सेबी/एसई) मामले के आधार पर सार्वजनिक निर्गम के लिए निगरानी एजेंसी नियुक्त कर सकती है (रु. 500 करोड़ से कम की राशि के लिए भी)।
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न्यूनतम अंक: 1
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