Crypto Market: 'खतरनाक' है क्रिप्टो मार्केट, क्या 10,000 डॉलर पर आ सकता है बिटकॉइन? जानिए क्या है वजह
क्रिप्टो मार्केट (Crypto Market) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. बिटकॉइन (Bitcoin) जल्द ही 10 हज़ार डॉलर पर आने की उम्मीद है. इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है.
By: ABP Live | Updated at : 28 Nov 2022 10:52 PM (IST)
बिटकॉइन ( Image Source : Kanchanara/Unsplash )
Mark Mobius Crypto Market See Bitcoin: अगर आप बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश करते हैं, या इन्वेस्ट के बारे में प्लान कर रहे हैं, तो ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो मार्केट (Crypto Market) में गिरावट का अनुमान जताया जा रहा है. इसे लेकर मोबियस कैपिटल पार्टनर्स एलएलपी (Mobius Capital Partners LLP) के कोफाउंडर मार्क मोबियस (Mark Mobius) ने अपनी राय जाहिर की है. उनका कहना है कि, बिटकॉइन (Bitcoin) के लिए उनका अगला टारगेट 10,000 डॉलर का है.
बेहद खतरनाक है बिटकॉइन
दुनिया के दिग्गज फंड मैनेजर्स में शुमार मार्क मोबियस के अनुसार, उन्होंने कहा कि वह डिजिटल एसेट्स (Digital Assets) में अपना कैश या क्लाइंट का कोई पैसा कभी निवेश नहीं करेंगे, क्योंकि यह बहुत खतरनाक है. उन्होंने कहा कि, क्रिप्टो की मौजूदगी बनी रहेगी, क्योंकि कई इनवेस्टर्स का इसमें अभी तक भरोसा बना हुआ है.
दिवालिया हो चुका FTX Exchange
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मोबियस ने 3 दशक से ज्यादा समय फ्रैंकलिन टेम्पलटन इनवेस्टमेंट्स (Franklin Templeton Investments) में बिता दिए हैं. मोबियस ने कहा कि, FTX के पतन के बावजूद बिटकॉइन की कीमतें टिकी रहना अच्छा है. सैम बैंकमैन- फ्रायड का एफटीएक्स एक्सचेंज (FTX Exchange) दिवालिया हो चुका है और उससे जुड़ा ट्रेडिंग हाउस अलामेडा रिसर्च का भविष्य भी अधर में है. चिंता की बात है कि ऐसा ही हाल दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज (Crypto Currency) का होने की आशंका है.
बिटकॉइन के दाम गिरे
क्रिप्टोकरेंसी के बाजार (Crypto Currency Market) में आज बड़ी गिरावट के साथ कारोबार शुरू हुआ. बाजार में पिछले 2 दिनों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है. इसका मार्केट कैप घटकर 852 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. लिहाजा इसका मार्केट कैप 1 खरब डॉलर से नीचे है. ग्लोबल बाजार में आज बिटकॉइन के दाम में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की है. ये 16,129 डॉलर के रेट पर आ गया है.
10,000 डॉलर के स्तर पर आने की उम्मीद
क्रिप्टो एक्सपर्ट बिटकॉइन के 10,000 डॉलर के स्तर पर आने का अनुमान जता रहे हैं, जिस लेवल पर यह 2020 में था. बीते साल नवंबर में यह रिकॉर्ड 69,000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था. आउटस्टैंडिंग बिटकॉइन (Bitcoin) पुट कॉन्ट्रैक्ट्स दिसंबर अंत में एक्सपायरी के लिए 10,000 डॉलर के स्ट्राइक प्राइस पर हैं. ऑप्शंस पर लगाए दांव से पता चल रहा है कि डेरिवेटिव इनवेस्टर्स को लगता है कि बिटकॉइन इस स्तर पर पहुंच सकता है.
Published at : 28 Nov 2022 10:52 PM (IST) Tags: Bitcoin Crypto Market cryptocurrency mark mobius bitcoin News Bitcoin down हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्या यह बिटकॉइन खरीदने का सही समय है? डीसीए रणनीति से अवगत हों
बिटकॉइन ने 2016 के दौरान अन्य सभी फ़िएट के सिक्कों के मुकाबले निवेशकों के लिए उच्चतम रिटर्न अर्जित किया था। इन आकड़ों के बाद, कई लोगों ने हाल ही में मुझसे पूछा कि क्या बिटकॉइन खरीदने के लिए,और ट्रेन में शामिल होने के लिए यह अच्छा समय है। सबसे पहले, मैं किसी को भी किसी भी निवेश पर सलाह नहीं देता, सिर्फ इसलिए कि जब लाभ उठाना होगा या किसी बुरी स्तिथि में कटौती का नुकसान उठाना होगा, तब मैं वहां फिर से नहीं होंगा। दूसरी ओर, क्रिप्टो दुनिया के लिए पेशेवर स्रोत होने का नाटक करने वाली वेबसाइट के रूप में, मैं बिटकॉइन खरीदने के बारे में इस लोकप्रिय सवाल का जवाब देने के लिए बाध्य हो जाता हूँ।
इस लेख की क्या यह बिटकॉइन का अंत है? पंक्तियों के अनुसार, बिटकॉइन लगभग हजार यूनाइटेड स्टेट के डॉलर के स्तरों को समेकित करता है। क्या यह अब बढ़ेगा या घटेगा? यह हम कभी नहीं जान पाएंगे। मेरा जवाब यही होता, भले ही यह सवाल साल की शुरुआत में पूछा गया होता जब बिटकॉइन का स्तर 400 यूनाइटेड स्टेट डॉलर था।
डॉलर मूल्य औसतन रणनीति से अवगत हों
डॉलर कॉस्ट एवरेजिंग (डीसीए) ट्रेडिंग रणनीति वह है जब हम वास्तव में हमारी खरीद राशि को छोटे भागों में विभाजित करते हैं, और प्रत्येक भाग को लगातार अंतराल पर खरीदते हैं। ये अंतराल सप्ताह में एक बार, दिन में एक बार या तिमाही में एक बार क्या यह बिटकॉइन का अंत है? हो सकता है| इस पद्धति का उपयोग करके खरीदने पर एक स्पष्ट मनोवैज्ञानिक लाभ है क्योंकि हम अपनी खरीद मूल्य के बारे में कम चिंतित होते हैं। डीसीए का दीर्घकालिक निवेश करना चाहिए, और बिटकॉइन जैसे वाष्पशील परिसंपत्तियों में निवेश करना मन की शांति के लिए अत्यधिक अनुशंसित है| इस पद्धति का एक अन्य लाभ यह है कि यह भुगतान के लिए बहुत उपयुक्त है, जैसे कि हमारे वेतन का भाग। इसमें निवेश करने के लिए एक बड़ी राशि की आवश्यकता नहीं है, जो सभी के पास उपलब्ध नहीं है|
डीसीए पद्धति का नुकसान यह है कि तेजी के बाजार में मुनाफे को अधिकतम नहीं किया जाता। हालांकि, पूरे इतिहास में, एक समय था, जिसके दौरान अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज पर मुश्त राशि का उपयोग करके निवेश के मुकाबले डीसीए द्वारा निवेश में अधिक लाभ मिला। एक और नुकसान यह क्या यह बिटकॉइन का अंत है? है कि समय के साथ एक निश्चित राशि को लगातार खरीदना जरूरी है, भले ही आपको यह कम महसूस हो और बड़ी राशि खरीदना बहुत ही मोहक हो, या इसके विपरीत।
2010 से बिटकॉइन में डीसीए: अद्भुत ब्याज दर, अपेक्षाकृत कम जोखिम
बिटरेटेड के नाडव इव्गी के साथ मिलकर, ऐतिहासिक बिटकॉइन डेटा के विश्लेषण ने कुछ दिलचस्प निष्कर्षों का उत्पादन किया। विश्लेषण में 2010 के बाद के विनिमय डेटा बिटकॉइन, जब वह कुछ डॉलर मूल्य के थे से 2016 के अंत तक के बिटकॉइन का उल्लेख है। जानबूझ कर, हमने 2009 के आंकड़ों को नजरअंदाज कर दिया जब बिटकॉइन कुछ सेंट के मूल्य के बराबर थे।
यह विश्लेषण, डीसीए के माध्यम से निवेश के मॉडल पर आधारित है, जहाँ प्रतिदिन निश्चित राशि पर बिटकॉइन खरीदे जाते हैं। यह देखना दिलचस्प है कि सिस्टम ने प्रवेश और निकास के अधिकांश बिंदुओं में सकारात्मक ब्याज के दर का उत्पादन किया गया है, और वास्तव में, कम से कम 2.5 वर्षों तक डीसीए में निवेश करने से सकारात्मक 100% ब्याज का दर सुनिश्चित करता है। यहां तक कि उन लोगों के लिए भी जो देर से यानी 1,160 डॉलर के सबसे उच्च स्तर पर 2013 में बिटकॉइन से जुड़े थे| यह पता लगाना आश्चर्यजनक है कि जो लोग अगस्त 2010 से दिसंबर 2016 तक डीसीए पर बने रहे, उन्होंने निवेश पर अविश्वसनीय 58,685% प्रतिफल हासिल किया|
उपरोक्त आलेख का स्पष्टीकरण
ग्राफ में प्रत्येक वर्ग अगस्त 2010 से दिसंबर 2016 तक निवेश अवधि दर्शाता है, जहां न्यूनतम अवधि छह महीने है। वर्ग का रंग ब्याज के दर का प्रतिनिधित्व करता है: हरा मतलब सकारात्मक रिटर्न, लाल एक नकारात्मक रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है। ऊपरी रेखा पर बायां स्क्वायर मापा पहली अवधि (अगस्त 2010 से फरवरी 2011, हर दिन एक निश्चित राशि का निवेश) का प्रतिनिधित्व करता है।
प्रत्येक पंक्ति से एक नया महीना शुरू होता है, और प्रत्येक वर्ग और एक महीने का प्रतिनिधित्व करता है। उदाहरण के लिए, शीर्ष पंक्ति की बाईं ओर से दूसरा वर्ग अगस्त 2010 से मार्च 2011 तक के रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है। दूसरी पंक्ति पर बाईं ओर का पहला वर्ग सितंबर 2010 से मार्च 2011 के बीच के रिटर्न का प्रतिनिधित्व करता है।
लाल वर्गों की एकाग्रता देर 2013 और शुरुआती 2014 के दौरान हुई, जब बिटकॉइन ने पहली बार उच्चतम राशि हासिल की| 2017 की शुरुआत में, इस क्या यह बिटकॉइन का अंत है? स्तर क्या यह बिटकॉइन का अंत है? पर दूसरी यात्रा एक महीने पहले हुई|
उपसंहार
संक्षेप में, डीसीए निवेश पद्धति पूरी तरह से लंबी अवधि के बिटकॉइन निवेश के लिए अनुकूल है। विश्वास यह है कि बिटकॉइन समय के साथ बढ़ते रहेंगे क्योंकि आपूर्ति सीमित है। हालांकि, कोई भी नहीं बता सकता है कि इसमें शामिल होने का कब अच्छा समय है या अगर कीमत बहुत अधिक है| इसके लिए डीसीए निवेश पद्धति आदर्श है।
Full graph, including investment periods and ROI
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क्रिप्टोकरेंसीज में भयंकर गिरावट, बिटकॉइन की कीमत 20,000 डॉलर से नीचे, एक्सपर्ट ने चेतावनी दी
क्रिप्टोकरेंसी में बिकवाली बढ़ने के साथ ही बिटकॉइन की कीमत 2020 के अंत के बाद पहली बार शनिवार को 20,000 डॉलर से नीचे आ गई।
Cryptocurrencies prices: क्रिप्टोकरेंसी में बिकवाली बढ़ने के साथ ही बिटकॉइन की कीमत 2020 के अंत के बाद पहली बार शनिवार को 20,000 डॉलर से नीचे आ गई। कॉइनडेस्क के अनुसार बिटकॉइन, जो सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, वह 9 प्रतिशत टूटकर 19,000 डॉलर से कम हो गया। पिछली बार बिटकॉइन नवंबर 2020 में इस स्तर पर था।
70% टूटा बिटकॉइन
इसके बाद बिटकॉइन 69,000 डॉलर के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। इस स्तर पर पहुंचने के बाद से बिटकॉइन 70% से अधिक मूल्य खो चुका है। अन्य क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम भी हाल के हफ्तों में तेजी से गिरी है। इसमें शनिवार को भी गिरावट जारी रही। बिटकॉइन के अलावा लगभग सभी क्रिप्टो टोकन लाल निशान पर थे। कार्डानो, सोलाना, डॉगकोइन और पोलकाडॉट ने शनिवार को 7% से 10% के बीच गिरावट दर्ज की। जबकि मोनेरो और ज़कैश जैसे गोपनीयता टोकन 9% तक गिर गए।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
दुनिया भर में क्या यह बिटकॉइन का अंत है? केंद्रीय बैंक तेज मुद्रास्फीति से निपटने के लिए ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं, जिसके चलते निवेशक जोखिम वाली संपत्तियां को बेच रहे हैं। ओंडा के वरिष्ठ मार्कट एनालिस्ट एडवर्ड मोया ने गुरुवार को एक नोट में कहा, "बढ़ती मंदी की आशंका जोखिम को और बढ़ा रही है। ऐसे में क्रिप्टो में ट्रेडिंग सोच समझ कर करें। बिटकॉइन खरीदने के बारे में सतर्क रहें।"
बिटकॉइन के लाभ का पता नहीं, हानि का अंत नहीं, इसके भविष्य पर भी काले बादल
ऐसी कई वित्तीय योजनाएं और विचार हैं जिनके बारे में उसके समर्थक और विरोधी एक दूसरे से विपरीत राय रखते हैं। उदाहरण के लिए कोई कहता है कि सागौन का पौधा लगाना अच्छा रिटर्न देगा। कोई और कहेगा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा।
नई दिल्ली, धीरेंद्र कुमार। कोरोना संकट के बीच बिटकॉइन को लेकर जुनून बढ़ता दिख रहा है। इसके पक्ष और विपक्ष में तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं। मगर सच यह है कि बिटकॉइन से अटकलबाजों और अपराधियों को छोड़कर किसी और को कोई फायदा नहीं है। यह कार्बन उत्सर्जन के रूप में भी दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे में कोई शक नहीं कि बहुत जल्द अधिकतर देशों की सरकारें इसे प्रतिबंधित कर दें।
कोरोना महामारी के बारे में आ रही भयावह खबरों के बीच एक और कहानी चल रही है। यह कहानी है बिटकॉइन की। कोरोना महामारी बिटकॉइन कीमतों के लिए अच्छी रही है और बिटकॉइन को लेकर जूनून बढ़ रहा है। कॉइनबेस ग्लोबल नामक अमेरिकन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज 14 अप्रैल को अपना आइपीओ लेकर आया। एक दिन एक्सचेंज के कर्मचारियों और संस्थापकों ने जरूर मोटा मुनाफा कमाया, लेकिन इसके बाद स्टॉक का दौर उतना अच्छा नहीं रहा।
हाल ही में मैंने बिटकॉइन के बारे में एक खबर पढ़ी। इस खबर ने बिटकॉइन को लेकर मेरा ध्यान आकर्षित किया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) की एंटी करप्शन यूनिट ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक के आचरण के बारे में जांच का ब्योरा जारी किया है। इस कहानी में बिटकॉइन की अहम भूमिका है।
दिल्ली के रहने वाले मिस्टर अग्रवाल ने हीथ स्ट्रीक को दो बिटकॉइन का भुगतान किया था। यह भुगतान उन जानकारियों के बदले में था जिनका इस्तेमाल सट्टेबाजी में किया जा सकता था। स्ट्रीक ने बाद में बिटकॉइन 35,000 डॉलर में बेच दिया। उन्हें इसका गहरा अफसोस रहा होगा, क्योंकि दो बिटकॉइन की कीमत बेची गई रकम के तीन गुने से अधिक होगी।
एक दूसरी गैर वित्तीय खबर बिटकॉइन को लेकर है। इसमें रैनसमवेयर हैक्स का उल्लेसख किया गया है। एक दिन कोई इंडिविजुअल या कंपनी पाती है कि उसके कंप्यूटर की सारी फाइल एनक्रिप्टेड है। स्क्रीन पर रैनसम नोट है जिसमें यह निर्देश दिया गया है कि फाइल वापस पाने के लिए बिटकॉइन में कैसे भुगतान करना है।
साफ है कि ज्यादातर पीडि़त भुगतान कर देते हैं। मैं समझता हूं कि बिटकॉइन मिस्टर अग्रवाल, हीथ स्ट्रीक और रैनसमवेयर अपराधियों की जरूरतों पर खरा उतरता है। उनको इस बात के लिए शुक्रगुजार होना चाहिए कि बिटकॉइन की खोज की गई जिससे वे अपना कारोबार ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से चला सकें। अगर ऐसा नहीं होता तो मुझे कहना पड़ता कि बिटकॉइन पूरी तरह से बेकार है।
ऐसी कई वित्तीय योजनाएं और विचार हैं जिनके बारे में उसके समर्थक और विरोधी एक दूसरे से विपरीत राय रखते हैं। उदाहरण के लिए कोई कहता है कि सागौन का पौधा लगाना अच्छा रिटर्न देगा। कोई और कहेगा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा। ये बिल्कुल विपरीत विचार हैं। बिटकॉइन इस तरह से नहीं है। बिटकॉइन के समर्थक और इस पर शक करने वाले इसकी बुनियादी खासियत को लेकर सहमत हैं।
समर्थकों के अनुसार बिटकॉइन बहुत अच्छा है, क्योंकि यह एक करेंसी है जिसे कोई सेंट्रल बैंक या सरकार नियंत्रित नहीं करती है। बिटकॉइन अनजान और ट्रेस न किए जा सकने वाले ट्रांजैक्शन की अनुमति देता है। कोई भी सरल तकनीकी प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हुए बिटकॉइन बना सकता है। विरोधी खेमे का कहना है कि बिटकॉइन एक बेकार विचार है।
बिटकॉइन के समर्थक इस बात पर निराशा जताते हैं कि बहुत सी सरकारें इसके प्रति दुश्मनी का रवैया रखती हैं। वास्तव में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर किसी सरकार का दुश्मनी भरा रवैया तार्किक है। दुनिया में हर सरकार अपनी करेंसी और अपने मौद्रिक परिदृश्य पर नियंत्रण रखना चाहेगी।
जो देश ऐसा नहीं कर सकते हैं उनको आर्थिक मोर्चे पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के लिए जब भी लोग एक करेंसी में भरोसा खो देते हैं, तो वे अपनी असेट किसी और करेंसी में शिफ्ट कर देते हैं। एक तय उम्र पार कर चुके हर भारतीय को वे दिन आज भी याद हैं जब ऐसा नियमित तौर पर होता था।
सबसे बड़ी बात माइनिंग प्रॉसेस की लगातार बढ़ रही बिजली की खपत है। यह बिटकॉइन की अंतर्निहित खासियत है। कैंब्रिज यूनीवर्सिटी की स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि बिटकॉइन सालाना 178 टेरावाट की खपत करता है। एक तरफ हम कार्बन फुटप्रिंट और क्लाइमेट इमरजेंसी की लगातार बात करते हैं। वहीं दूसरी तरफ एक ऐसी रकम को बनाने में बड़े पैमाने पर एनर्जी को बरबाद किया जा रहा है जिसका अटकलबाजी और आपराधिक गतिविधियों के अलावा और कोई इस्तेमाल नहीं है।
हाल में ऐसी खबरे आई थीं कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कड़े कदम उठाने जा रही है। इसके तहत भारतीय नागरिकों के पास मौजूद सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाया जाना था। साफ है कि अभी सरकार की प्राथमिकताएं दूसरी हैं। लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि आखिरकार सरकार इस तरह के कदम उठाएगी, जिससे दुनिया की दूसरी सरकारें बिटकॉइन को खत्म करने की दिशा में प्रेरित हों।
(लेखक वैल्यू रिसर्च ऑनलाइन डॉट कॉम के सीईओ हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)
Bitcoin Price India INR: बिटक्वाइन में फिर आई तेजी, 50 लाख रुपये के करीब पहुंची कीमत
Cryptocurrency Bitcoin Price INR: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की आज की कीमत 61,885.40 डॉलर (49,24,333 रुपये) के करीब है।
दुनियाभर में बिटक्वाइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। बिटक्वाइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटक्वाइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की आज की कीमत 61,885.40 डॉलर (49,24,333 रुपये) के करीब है।
और कितना बढ़ेगा बिटक्वाइन का दाम?
विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार, अगले महीने के अंत तक बिटक्वाइन दोबारा अपने 64000 डॉलर यानी 48,00,000 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है। नवंबर में यह 98000 डॉलर (73,50,000 रुपये) का स्तर छू सकता है और दिसंबर में यह दोबारा रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख रुपये पर पहुंच जाएगा। साल 2021 के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर (1,01,25,000 रुपये) तक पहुंच जाएगी, जो मौजूदा कीमत से लगभग तीन गुना ऊपर है।
सभी क्रिप्टोकरेंसी में बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जिसे आप देख नहीं सकते। आसान शब्दों में आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। मौजूदा समय में पूरे विश्व में कई तरह की वर्चुअल करेंसी हैं। इनमें से बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक है। पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटक्वाइन की ओर तेजी से बढ़ा है। बिटक्वाइन ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न भी दिया है।
क्या है बिटक्वाइन?
बिटक्वाइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटक्वाइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसपर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है। लोग मानते हैं कि साल 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक समूह ने पहली बार बिटक्वाइन को दुनिया के सामने पेश किया था।
कितना सुरक्षित है बिटक्वाइन?
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटक्वाइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था। बिटक्वाइन के लिए आपके पास एक एप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी क्या यह बिटकॉइन का अंत है? फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटक्वाइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
विस्तार
दुनियाभर में बिटक्वाइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। बिटक्वाइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटक्वाइन के मूल्यों क्या यह बिटकॉइन का अंत है? में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की आज की कीमत 61,885.40 डॉलर (49,24,333 रुपये) के करीब है।
और कितना बढ़ेगा बिटक्वाइन का दाम?
विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार, अगले महीने के अंत तक बिटक्वाइन दोबारा अपने 64000 डॉलर यानी 48,00,000 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है। नवंबर में यह 98000 डॉलर (73,50,000 रुपये) का स्तर छू सकता है और दिसंबर में यह दोबारा रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख रुपये पर पहुंच जाएगा। साल 2021 के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर (1,01,25,000 रुपये) तक पहुंच जाएगी, जो मौजूदा कीमत से लगभग तीन गुना ऊपर है।
सभी क्रिप्टोकरेंसी में बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जिसे आप देख नहीं सकते। आसान शब्दों में आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। मौजूदा समय में पूरे विश्व में कई तरह की वर्चुअल करेंसी हैं। इनमें से बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक है। पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटक्वाइन की ओर तेजी से बढ़ा है। बिटक्वाइन ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न भी दिया है।
क्या है बिटक्वाइन?
बिटक्वाइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटक्वाइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसपर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है। लोग मानते हैं कि साल 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक समूह ने पहली बार बिटक्वाइन को दुनिया के सामने पेश किया था।
कितना सुरक्षित है बिटक्वाइन?
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटक्वाइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था। बिटक्वाइन के लिए आपके पास एक एप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटक्वाइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
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