भारत में सबसे अच्छे क्रिप्टो ट्रेडिंग एप्प | Best Crypto Exchange App In India Hindi

Best Cryptocurrency Exchange App in Hindi – आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी एक चर्चित विषय बना हुआ है, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करके अनेक सारे लोग लाखों रुपया कमा रहे हैं और दुनिया के अधिकतर देशों में क्रिप्टोकरेंसी को सरकार ने मान्यता भी दे दी है. क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग को आसान बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं क्रिप्टो ट्रेडिंग एप्लीकेशन. इन एप्लीकेशन की सहायता से आप आसानी से किसी भी क्रिप्टो करेंसी को खरीद और बेच सकते हैं.

भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी लीगल है, भारत के लोग भी क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करके कमाई कर सकते हैं. अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करने के विषय में विचार कर रहे हैं तो आज इस लेख में हम आपको 5 ऐसे क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म के बारे में बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप आसानी से क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं. इस लेख में बताई गयी सभी एप्लीकेशन भारतीय हैं.

तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए सबसे बेस्ट ऐप कौन सा है.

Cryptocurrency: ये हैं टॉप 5 क्रिप्टो एक्सचेंज टोकन, जिनका मार्केट में है सबसे बड़ा नाम

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क्या है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? इस पर अकाउंट कैसे बनाए । What is Cryptocurrency Exchange in hindi

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट ने पिछले कुछ सालो में जबरदस्त सुर्खिया हासिल की है । यहाँ तक की जो लोग Crypto को लेकर तंज कसते थे और हमेशा विवाद स्पद बयान देते थे , आज वो भी इसे देखे या जाने बिना नहीं रह पा रहे है । बात करे भारत में तो पिछले किछ सालो में इसे बहुत ही पॉपुलैरिटी और ग्रोथ मिली है । रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ( RBI ) ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी चिंताएं जताई थी, लेकिन इसके बावजूद भी भारत में क्रिप्टो का बाजार काफी छलांग लगाई है । इसकी ग्रोथ और स्पीड इतनी ज्यादा हुई है की इसने गोल्ड, शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट बाकी सभी प्लेटफॉर्म या कम्पनीयो को पीछे कर दिया है ।

हमें इसकी ग्रोथ और स्पीड को देखकर ही तुरंत निवेश नहीं शुरू करना है । हमें इस बाजार के हर पहलू को समझना चाहिए और उसके बाद ही है निर्णय लेना चाहिए, क्यों की बिना कुछ समझे तुरंत निवेश करना हमें रोडपति बना सकता है क्योकि क्रिप्टो मार्केट काफी रिस्की है मतलब की loss होने का संभावना ज्यादा है । इसी को देखते हुए मै इस लेख में आपको क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के बारे में बताने जा रहे है , जो की क्रिप्टो इकोसिस्टम का एक बहुत ही अहम् हिस्सा है ।

Crypto Exchange

Crypto Exchange

क्रिप्टोकरेंसी Exchange क्या होता है ?

क्रिटकरेन्सी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है जहाँ पर सारे क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग होती है । ट्रेडिंग में क्रिप्टो की खरीद , बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाता है , क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर हम अपने लोकल करेंसी से Buy और Sell कर सकते है । जो क्रिप्टो एक्सचेंज होता है वह खरीदार और बिक्रेता के बीच में मध्यस्त की तरह काम करते है । इन एक्सचेंज के आय की श्रोत कमीशन और ट्रांजक्शन होती है ।

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Exchange) पर ट्रेडिंग के लिए अकाउंट कैसे खोलते है ?

क्रिटकरेन्सी एक्सचेंज पर अकाउंट खोलना बहुत ही आसान है अकाउंट खोलने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए की कौन सी क्रिप्टो एक्सचेंज आपको बेसिक सुविधाएं देती है और पूरी तरह से सुरक्षित है । ताकी हमारी इन्वेस्टमेंट भी सुरक्षित रहे इसलिए थोड़ी रिसर्च के बाद ही किसी क्रिप्टो एक्सचज पर अकाउंट बनाये । अपने देश की बात करे तो हमारे देश भारत में WazirX सबसे पॉपुलर एक्सचेंज है । WazirX के साथ अकाउंट खोलना चाहते है तो इसके लिए आपको कुछ स्टेप फॉलो करने होंगे ।

  • अपने स्मार्टफोन में वज़ीरक्स ( Wazir x ) Application डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर से जाकर कर सकते है या इनकी वेबसाइट से कर सकते है ।
  • उसके बाद इनकी वेबसाइट पर जा कर साइन अप करिये ।
  • साइन अप के लिए अपनी एक ईमेल क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? आईडी डालिए और पासवर्ड सेट करिये ।
  • इसके बाद आपके दिए हुए e-mail आईडी पर एक इमेल आएगा, वहां जाईये उसमे ईमेल वेरीफाई का ऑप्शन रहेगा जिस पर क्लिक कर के ईमेल को वेरीफाई करना होता है ।
  • इसके बाद नीचे चेकबॉक्स होगा जिस पर क्लिक करने से पहले जरूरी है की आप सभी टर्म्स एंड कंडीशन पढ़ ले फिर चेकबॉक्स पर क्लिक करे ।

लेकिन आपको ट्रेडिंग शुरू करने से पहले KYC ( Know Your Customer ) वेरिफिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा , ये प्रक्रिया हर एक्सचेंज पर अलग – अलग हो सकती है ।

Crypto Exchange क्या – क्या सुविधाएं देते है ?

भारत में WazirX, CoinDCX और Binance जैसे एक्सचेंज सबसे ज्यादा पॉपुलर और बहुत इस्तेमाल किए जाते है । उदहारण के लिए भारत में WazirX और CoinDCX पर निवेशक Crypto Coins आसानी से Buying, Selling और Trading कर सकते है । WazirX निवेशकों को P2P ( Peer – to – Peer ) Networking की सुविधा देता है जिसमे एक निवेशक सीधे दूसरे निवेशक एक साथ कनेक्ट करके ट्रेडिगं कर सकते है ।

इसमें उन्हें थर्ड पार्टी मध्यस्थ की जरूरत नहीं पड़ती है । इसमें एक बहुत बड़ा बेनिफिट यह भी है की यहाँ क्रिप्टो को सीधे लोकल करेंसी यानी रूपया , डॉलर जैसी ट्रेडिशनल करेंसी में भी कन्वर्ट करा सकते है, और उसके बाद क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? आप चाहे तो उसे अपने लोकल बैंक अकाउंट में भी ट्रांसफर करवा सकते है ।

CEX क्या है? Centralized Cryptocurrency Exchange

CEX क्या है?

जब आप एक व्यापारी के रूप में Crypto में निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको सबसे पहले आपको Centralized Cryptocurrency Exchange और Decentralized Cryptocurrency Exchange के बीच एक को चुनना पड़ता है । इसलिए आज इस ब्लॉग में हम आपको Centralized Cryptocurrency Exchange और इसके फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं।

Centralized cryptocurrency exchange

यह एक खरीदार और विक्रेता के बीच तीसरे पक्ष के लिंक के उपयोग को संदर्भित करता है। खरीदने और बेचने वाले दोनों पक्ष अपनी संपत्ति को संभालने क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? के लिए इस बीच की कड़ी पर समान रूप से भरोसा करते हैं। यह तीसरा लिंक या मिडिल मैन लाइसेंस्ड कॉर्पोरेशंस है जो फिजिकल फॉर्म में उपस्थिति रहते है जैसे कि बैंक, कार्यालय और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर, ये कॉर्पोरेशंस एक व्यक्ति को धन सुरक्षा प्रदान करते हैं जिसे वे अपने दम पर हासिल नहीं कर सकते हैं, उनके पास डिजिटल वॉल्ट हैं जो अत्यधिक सुरक्षित हैं। चूंकि वे किसी कंपनी या कोपरशंस द्वारा नियंत्रित होते हैं, इसलिए वे अधिक विश्वसनीय होते हैं।

Centralized exchanges एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करते हैं जहां निवेशक फिएट मुद्रा का उपयोग करके आसानी से क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें दूसरे में परिवर्तित कर सकते हैं। ये आमतौर पर निवेशकों द्वारा क्रिप्टोक्यूरेंसी होल्डिंग्स का व्यापार करने के लिए उपयोग किए जाते क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? हैं।

KPMG क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? की फरवरी 2022 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनका इस्तेमाल DEX से कहीं ज्यादा होता है। रिपोर्ट में पाया गया कि ये 95% एक्सचेंज क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए जिम्मेदार हैं। Binance दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है और यह क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? CEX है, भले ही इसका अपना DEX हो।

Centralized cryptocurrency exchanges के लाभ

  • इंस्टीटूशनल उसेर्स द्वारा अक्सेस्सेड किया जा सकता है:क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? कई इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स हैं जो डायवर्सिफिकेशन के इरादे से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। ऐसे संगठनों या व्यक्तियों के लिए, CEX बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे क्रिप्टोकुरेंसी बाजारों में निवेश करने के लिए एकमात्र तंत्र प्रदान करते हैं।
  • बीमा: क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज साइबर हमलावरों से कभी भी सुरक्षित नहीं होते हैं, चाहे कितनी भी उच्च तकनीक सुरक्षा प्रदान की जाए, फिर भी वे डिजिटल हमलों के लिए प्रवण होंगे। इस वजह से, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज में फंड का बीमा किया जाता है। बेशक, ऐसा बीमा प्रदान करने के लिए एक अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। लेकिन ये निवेशकों को मन की शांति प्रदान करते है।
  • निवेश की जानकारी: ये वैल्यू-एडेड सेवाएं भी प्रदान करते हैं। इन सेवाओं में डायनामिक चार्ट शामिल हैं जो उपयोगकर्ताओं को संगठित तरीके से जानकारी प्रदान करके और निर्णय लेने में सहायता करते हैं।

Centralized cryptocurrency exchanges के नुकसान

What is Cryptocurrency: जानें क्या है क्रिप्टो करेंसी, भारत में होगी बैन, सरकार ला रही विधेयक

What is Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) पास हो जाने पर बिटकॉइन और एथेरेम (Bitcoin and Ethereum) जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने वालों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।

Neel Mani Lal

Cryptocurrency kya hai

क्रिप्टो करेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)

What is Cryptocurrency: भारत में हर तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency Kya Hai) पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार संसद के अगले सत्र में क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) पेश करेगी। क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) का नाम 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021'(The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) है।

क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) पास हो जाने पर बिटकॉइन और एथेरेम (Bitcoin and Ethereum) जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने वालों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।

सरकार को यह फ़ैसला महज़ इसलिए करना पड़ा रहा है क्योंकि इस तरह की करेंसी से न केवल ब्लैक मनी में इज़ाफ़ा होगा बल्कि यदि इन करेंसियों में लेन देन शुरू हुआ तो सरकार के कर राजस्व में बेहद कमी हो जायेगी।

हजारों क्रिप्टोकरेंसियों की राह में रोड़े

हालांकि क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) में यह कहा गया है कि नई आए डेवलपिंग टेक्नोलॉजी और इसके उपयोगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवादों को अनुमति दी जाए। यानी कुछ प्राइवेट क्रिप्टो करेंसियों को इजाजत दी जा सकती है।

इसका आधार क्या होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency news today in hindi) के बारे में किसी भी तरह का पूर्व सत्यापन वाला रुख हजारों क्रिप्टोकरेंसियों की राह में रोड़े खड़ा करेगा। क्योंकि ये करेंसियां नियामक निगरानी के दायरे से बाहर संचालित होने के कारण ही खूब फलती फूलती हैं।

क्रिप्टोकरेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)

जानकारी के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी विधेयक (cryptocurrency bill) में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी (digital currency) बनाने और जारी करने के लिए एक फ्रेमवर्क बनाने की भी बात है।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को मिल कर ये सुनिश्चित करना चाहिए कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) गलत हाथों में न पड़े क्योंकि ऐसा होने पर वह हमारे युवाओं को बर्बाद करसकती है।

क्या है क्रिप्टोकरेंसी ( cryptocurrency kya hai in hindi

क्रिप्टो (Crypto) का मतलब है सीक्रेट, गोपनीय, छिपा हुआ। एक मतलब होता है किसी ग्रुप या अवधारणा से गुप्त रूप से जुड़ा होना। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में ये दोनों मायने लागू होते हैं। ये सीक्रेट और गुप्त है ।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को एक डिजिटल मुद्रा भी कह सकते हैं जो कंप्यूटर की गणना पर आधारित है। इसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता। यह किसी बैंक या सरकार से नहीं जुड़ी होती बल्कि स्वतंत्र होती है।इसे बिना पहचान जाहिर किए खर्च किया जा सकता है, यानी क्रिप्टो को लेने या देने वाला गुप्त रहते हैं।

किसी भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को यूजर खुद ही बनाते हैं। इसके लिए उन्हें इनको 'माइन' करना पड़ता है। माइन या मिन्टिंग दरअसल, कंप्यूटर में जटिल कैलकुलेशन होती है जिसके लिए बहुत ज्यादा बिजली और कंप्यूटर की जबरदस्त कंप्यूटिंग ताकत लगती है।

बहरहाल, यूजर को 'माइन' के लिए उन्हें कंप्यूटर गणना करने की क्षमता देनी होती है। इसके बदले में उन्हें बिटकॉइन (Bitcoin) या क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मिलते हैं। इन क्रिप्टोकरेंसी को कॉइन एक्सचेंज (cryptocurrency coin market cap) में डॉलर या दूसरीमुद्राओं के बदले खरीदा भी जा सकता है। कुछ कारोबार में बिटकॉइन मुद्रा के रूप में भी इस्तेमालहोती है।

दरअसल, दुनिया भर में सरकारें लोगों के धन पर एक बड़ा प्रभाव डालती हैं, जिसके परिणामस्वरूप मुद्रा के अवमूल्यन, अर्थव्यवस्था के संकट और गोपनीयता जैसे मुद्दे उत्पन्न होते हैं। ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के समर्थक क्रिप्टो स्पेस को एक ऐसी कुंजी मानते हैं जिसमें सरकार से औसत क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? व्यक्ति तक पावर ट्रान्सफर होती है। सबको सामान प्लेटफार्म पर सामान रूप से आगे बढ़ने का अवसर मिलता है।

क्रिप्टोकरेंसी (फोटो- सोशल मीडिया)

क्रिप्टोकरेंसी इतिहास (Cryptocurrency History)

क्रिप्टोकरेंसी (news on cryptocurrency) के सैद्धांतिक पहलू 1980 के दशक की शुरुआत में ही मौजूद क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है? थे । तब भी जिसे पूर्व-बिटकॉइन युग कहा जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी के सैद्धांतिक पहलू को पहली बार पारंपरिक करेंसीयानी फिएट मनी की कमियों के समाधान के रूप में पेश किया गया था।

यह कहा गया कि पारंपरिक मुद्रा किसी बैंक, सरकार या अर्थव्यवस्था से नियंत्रित होती है, जिसे मैनीपुलेट किया जा सकता है। इसके विपरीत क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency news today in hindi) का सिद्धांत सिर्फ गणितीय और कंप्यूटर-आधारित है जिसे कोई तोड़-मरोड़ नहीं सकता।

क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency news) का पहला प्रैक्टिकल स्वरूप अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर डेविड चाउम द्वारा पेश किया गया था। उन्होंने एक एल्गोरिथ्म विकसित किया जो वर्तमान में वेब-आधारित एन्क्रिप्शन की नींव के रूप में कार्य करता है।

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