अनुबंध-II

रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड ने ग्लोबल फूड चेन ‘प्रेट ए मोंजेएर’ से हाथ मिलाया

Mutual Funds: अनिश्चितता के माहौल में भी म्यूचुअल फंड पर भरोसा कायम

Mutual Funds: अनिश्चितता के माहौल में भी म्यूचुअल फंड पर भरोसा कायम

ऐसे समय में जब वैश्विक गहमा-गहमी और कमजोर निवेश रुझान घरेलू शेयर बाजार को नीचे की तरफ ले जा रहे हैं, म्यूचुअल फंड यानी साझा कोष छोटे निवेशकों की पहली पसंद के रूप में उभरा है। एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाने के लिए बड़ी संख्या में रिटेल अनुशासन एवं निवेश में विविधता निवेशक सिस्टमेटिक निवेश प्लान (एसआईपी) और सिस्टमेटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं।

इस वर्ष 31 मार्च तक पिछले 10 वर्षों में भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की अनुशासन एवं निवेश में विविधता एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) करीब पांच गुना बढ़कर 23.80 लाख करोड़ अनुशासन एवं निवेश में विविधता रुपए हो गई है। एसोसिएशन ऑफ म्यूच्युअल फंड (एंफी) का अंदाजा है कि जुलाई 2019 में अंत में एयूएम 24.53 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया होगा। ग्रोथ ट्रेंड भी म्यूचुअल फंड फोलियो में नेट वृद्वि दर्शाते हैं,जो एक नि￝ाित अवधि में स्थिर विकास का अनुशासन एवं निवेश में विविधता संकेतक है। इसका मतलब यह है कि लंबी अवधि में म्यूच्युअल फंड में निवेश से जोरदार रिटर्न मिलने की संभावना अनुशासन एवं निवेश में विविधता देखने वाले निवेशकों की अनुशासन एवं निवेश में विविधता संख्या बढ़ रही है।

अनुशासन एवं निवेश में विविधता

अन्य निगमित कार्य जो ऊपर अनुशासन एवं निवेश में विविधता स्पष्ट रूप से उल्लिखित नहीं हैं ।

विकास गुप्‍ता,
मुख्य महाप्रबंधक (मा.सं)

अनुबंध-I

मानव संसाधन निदेशालय, गेल
दस्तावेज प्रतिधारण अनुसूची
(निगमित आरटीआई कक्ष)

अनुशासन एवं निवेश में विविधता
क्रमांक कागजात का विवरण धारणीय की अवधि
01. किसी व्यक्ति/भारतीय नागरिकों, सभी विभागों/अनुभागों, संयंत्रों/यूनिटों से निगमित निर्णय अनुशासन एवं निवेश में विविधता और इससे संबंधित फाइल/टिप्पणियों/कागजात/दस्तावेज 03 वर्ष
02. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार एवं विभिन्न पीएसयू से प्राप्त संदर्भ । 03 वर्ष
03 आरटीआई एवं उसमें संशोधन सदैव
04 आरटीआई अधिनियम के दिशानिर्देश सदैव
05. सीआईसी विनियमन, 2007 सदैव
06.सीआईसी के महत्वपूर्ण निर्णय सदैव

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सीबीएसई कक्षा 10 के अंग्रेजी के पेपर में पूछे इस पैराग्राफ को 'जेंडर स्टीरियोटाइपिंग' कहा जा रहा है, जिसपर विवाद जारी है. इसपर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) भी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं.

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गाँधी जी की छात्र संकल्पना, अध्यापक ,बुनियादी शिक्षा की असफलता के कारण

गाँधी जी की छात्र संकल्पना| गाँधी जी की दृष्टि अध्यापक |बुनियादी शिक्षा की असफलता के कारण | Gandhi Student Concepts and Basic Education

1. इसका सर्वप्रमुख कारण सत्ताधारी वर्ग द्वारा अनुशासन एवं निवेश में विविधता बुनियादी शिक्षा को अस्वीकार किया जाना है। इन वर्गों मे शारीरिक श्रम के प्रति उदासीनता की परम्परा रही है। उनका आकर्षण पुस्तक आधारित शिक्षा पर रहा है। इस वर्ग ने स्कूल के पाठ्यक्रम में शारीरिक श्रम और उत्पादक कार्य आरम्भ करने के विरोध मे सामाजिक और मानसिक दबाव डाला ।

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